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इस टापू के कारण आई इंडोनेशिया में सूनामी

२४ दिसम्बर २०१८

इंडोनेशिया में शनिवार को आई सूनामी में मरने वालों की तादाद 280 से ज्यादा हो गई है. बचावकर्मी मलबे में दबे लोगों को तलाशने का काम जारी रखे हुए हैं.

Indonesien | Anak Krakatau
तस्वीर: Reuters/Antara Foto

इंडोनेशिया के सुंदा जल डमरु मध्य में आई सूनामी ने तट के पास रहने वाले लोगों के आशियानों को पूरी तरह तबाह कर दिया. यह सूनामी संभवतः अनक क्राकाताऊ द्वीप पर ज्वालामुखी फटने से आई.

इंडोनेशिया की राष्ट्रीय आपदा एजेंसी का कहना है कि अब तक 280 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, जबकि एक हजार से ज्यादा घायल हैं. कम से कम 57 लोग अब भी लापता हैं.

आपदा एजेंसी के प्रवक्ता सुतोपो पुर्वो का कहना है, "मारे गए लोगों की संख्या और इससे होने वाले नुकसान के बढ़ने का अंदेशा है." अधिकारियों का कहना है कि दो से तीन मीटर ऊंची लहरें जावा और सुमात्रा द्वीप पर बनी इमारतों में आ घुसीं, जिससे सैकड़ों इमारतें तबाह हो गईं. इस आपदा की पहले से कोई चेतावनी नहीं थी. इस दौरान तीन हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया.

अनक क्राकाताऊ एक छोटा सा ज्वालामुखीय द्वीप है, जो 1883 में क्राकातोआ ज्वालामुखी फटने के 50 साल बाद उभरा. 1883 में ज्वालामुखी फटने से इंडोनेशिया में 36 हजार लोग मारे गए थे. अधिकारियों का कहना है कि क्राकाताऊ में कुछ दिनों से काफी सक्रियता दिख रही थी.

सूनामी पहले भी इंडोनेशिया में कई बार भारी तबाही ला चुकी है. इनमें 2004 में आई सूनामी सबसे बड़ी प्राकृतिक आपदाओं में गिनी जाती है, जिसमें 13 देशों में सवा दो लाख से ज्यादा लोग मारे गए. लेकिन इस दौरान सबसे ज्यादा एक लाख बीस हजार लोग इंडोनेशिया में मारे गए थे.

अक्टूबर 2018 में इंडोनेशिया के सुलावेसी द्वीप पर आए भूकंप और सूनामी में लगभग दो हजार लोगों की जानें गईं. इससे पहले अगस्त में इंडोनेशिया के लोमबोक द्वीप पर भूकंप में 505 लोग मारे गए थे.

एके/आरपी (एपी, एएफपी, डीपीए)

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