राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार शुक्रवार को मुंबई स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में हाजिर होने वाले हैं, जिसे देखते हुए मुंबई पुलिस ने करीब सात क्षेत्रों में निषेधात्मक आदेश लागू किए हैं.
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एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार शुक्रवार को मुंबई स्थित प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय में हाजिर होने वाले हैं, जिसे देखते हुए मुंबई पुलिस ने करीब सात क्षेत्रों में निषेधात्मक आदेश लागू किए हैं. दरअसल मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय ने पवार और उनके भतीजे अजीत पवार को महाराष्ट्र स्टेट कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड में कई करोड़ के घोटाले के मामले में नामजद किया था, जिसके सिलसिले में वे आज ईडी कार्यालय में हाजिर होंगे.
देर रात को लागू किए गए आदेश में पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 144 के तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने पर प्रतिबंध लगा दिया है. जिन क्षेत्रों में निषेधात्मक आदेश लागू है वे हैं, कफ परेड, कोलाबा, मरीन ड्राइव, आजाद मैदान, डोंगरी, जे.जे. मार्ग और एमआरए मार्ग पुलिस स्टेशन.
गुरुवार को एनसीपी सुप्रीमो ने अपने सभी समर्थकों और कार्यकतार्ओं से अनुरोध किया था कि वे ईडी कार्यालय के आसपास एकत्र न हों, बल्कि शांत रहें और पुलिस व जांच एजेंसियों के साथ सहयोग करें. इसके साथ ही उन्होंने किसी भी तरह से जनता के लिए असुविधा उत्पन्न न करने की भी अपील की. हालांकि पुलिस ने कल से ही भारी सुरक्षा बलों की तैनात की है और जगह-जगह पर बैरिकेड लगाए हैं. इसके अलावा किसी भी अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए दक्षिण मुंबई के कुछ क्षेत्रों में भी अन्य प्रतिबंध लगाए हैं.
महाराष्ट्र स्टेट कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड में कथित 25000 करोड़ के घोटाला मामले में ईडी ने मंगलवार को राज्य के अन्य राजनीतिक नेताओं और अधिकारियों के साथ ही पवार और उनके भतीजे अजीत पवार को भी नामजद किया है.
पवार के समर्थन में आए राहुल गांधी
पार्टी के प्रमुख शरद पवार को प्रवर्तन निदेशालय द्वारा नामजद किए जाने के बाद ईडी के सामने उपस्थित होने को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के समर्थक महाराष्ट्र की सड़कों पर उतर आए हैं. ऐसे में कांग्रेसी नेता राहुल गांधी भी वरिष्ठ नेता के समर्थन में आ गए हैं. राहुल गांधी ने एक ट्वीट के जरिए कहा, "शरद पवार जी बदला लेने वाली सरकार के निशाने पर आए विपक्ष के नए नेता हैं. महाराष्ट्र में चुनाव से मात्र एक महीने पहले हुई यह कार्रवाई और कुछ नहीं, बल्कि राजनीतिक अवसरवाद का प्रतीक है."
एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार को कॉपरेटिव बैंक में कथित घोटाला के मामले में नामजद किए जाने के बाद शुक्रवार को अपनी स्वेच्छापूर्वक मुंबई के ईडी कार्यालय में पेश होने को कहा गया है. हालांकि शरद पवार द्वारा हड़बड़ी में बुलाए गए प्रेस कांफ्रेस में उन्होंने जांच में सहयोग करने की ईच्छा जाहिर की थी.
आरबीआई ने बताया कि बीते 11 वित्तीय वर्षों में सामने आए धोखाधड़ी के 53,334 मामलों में बैंकों को 2050 अरब रुपये का चूना लगा. सबसे ज्यादा धोखाधड़ी आईसीआईसीआई बैंक के साथ हुई लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान पंजाब नेशनल बैंक को हुआ.
तस्वीर: Getty Images/AFP/P. Paranjpe
आईसीआईसीआई बैंक
आईसीआईसीआई बैंक में धोखाधड़ी के सबसे ज्यादा 6,811 मामले सामने आए, जिसके सहारे 50 अरब रुपये की चपत लगाई गई.
तस्वीर: Getty Images/AFP//T. Clary
भारतीय स्टेट बैंक
भारत के सबसे बड़े कर्जदाता भारतीय स्टेट बैंक में धोखाधड़ी के 6,793 मामले सामने आए, जिसके सहारे उसे 237 अरब रुपये का चूना लगाया गया.
तस्वीर: Reuters/R.D. Chowdhuri
एचडीएफसी बैंक
एचडीएफसी बैंक में धोखाधड़ी के 2,497 मामले सामने आए. बैंक को 12 अरब रुपये का चूना लगाया गया.
तस्वीर: Reuters/J. Dey
बैंक ऑफ बड़ौदा
बैंक ऑफ बड़ौदा ने 2,160 धोखाधड़ी के मामलों की रिपोर्ट की. इसमें 129 अरब रुपये की हेराफेरी की गई.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/A. Nath
पंजाब नेशनल बैंक
एचडीएफसी बैंक में धोखाधड़ी के 2,047 मामले सामने आए. बैंक को 287 अरब रुपये का चूना लगाया गया.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/A. Qadri
एक्सिस बैंक
एक्सिस बैंक में धोखाधड़ी के 1,944 मामले दर्ज किए गए. बैंक को 53 अरब रुपये का चूना लगाया गया.
तस्वीर: Getty Images/AFP/I. Mukherjee
बैंक ऑफ इंडिया
बैंक ऑफ इंडिया में धोखाधड़ी के 1,872 मामले दर्ज किए गए. बैंक से 123 अरब रुपये हड़पने की कोशिश की गई.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/R. Kakade
सिंडिकेट बैंक और सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया
सिंडिकेट बैंक में धोखाधड़ी के 1,783 मामले दर्ज किए गए. बैंक के 58 अरब रुपये हड़पने की कोशिश की गई. सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया में धोखाधड़ी के 1,613 मामले सामने आए. इसकी कुल रकम 90 अरब रुपये है.
तस्वीर: UNI India
आईडीबीआई और स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक
आईडीबीआई में 59 अरब रुपये के 1.264 मामले और स्टैंडर्ड चाटर्ड बैंक में 12 अरब रुपये के 1,263 धोखाधड़ी के मामले सामने आए.
तस्वीर: Imago/Hindustan Times/R. K. Raj
केनरा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, कोटक महिंद्रा बैंक
केनरा बैंक में 55 अरब के 1,254 मामले, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया में 118 अरब रुपये के 1,244 और कोटक महिंद्रा में 4 अरब के 1,213 मामले सामने आए.
तस्वीर: DIBYANGSHU SARKAR/AFP/Getty Images
ये भी हुए शिकार
इंडियन ओवरसीज बैंक में 1,115 मामले, ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में 1040, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया में 944, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर में 395, स्टेट बैंक ऑफ पटियाला में 386, पंजाब एंड सिंध बैंक में 276 मामले दर्ज किए गए.
तस्वीर: Reuters/A. Verma
यहां भी धोखाधड़ी
यूको बैंक में 1081, तमिलनाडु मर्केंटाइल बैंक लिमिटेड में 261 और लक्ष्मी विलास बैंक लिमिटेड में धोखाधड़ी के 259 मामले सामने आए.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/A. Qadri
विदेशी बैंक के साथ भी धोखाधड़ी
अमेरिकन एक्सप्रेस बैंकिंग कॉर्पोरेशन, सिटी बैंक, एचएसबीसी लिमिटेड और रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड पीएलसी के साथ भी धोखाधड़ी के मामले सामने आए. (रिपोर्ट-रवि रंजन)