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ईरान का मिसाइल टेस्ट, नाराज़ पश्चिमी देश

१६ दिसम्बर २००९

ईरान ने बुधवार को फिर एक मिसाइल का परीक्षण किया. सेजिल दो नाम की यह मिसाइल दो हज़ार किलोमीटर तक मार करने वाली ईरानी शाहाब मिसाइलों से भी ज़्यादा दूरी तक मार सकती है. पश्चिमी जगत का तीखा विरोध.

इस्राएल भी मिसाइल के मारक दायरे मेंतस्वीर: Jürgen Sorges / AP / DW

सेजिल 2 मिसाइल के परीक्षण से पश्चिमी जगत का ग़ुस्सा और भड़क गया है जो ईरान पर पहले से ही और प्रतिबंधों की मांग कर रहा है. ईरान के सरकारी टीवी ने मंगलवार को ख़बर दी कि अत्याधुनिक सेजिल 2 मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है. सेजिल 2 ईरानी शहाब मिसाइलों से भी लंबी दूरी तक मार सकती है. इस्राइल और खाड़ी क्षेत्र में मौजूद तमाम अमेरिकी सैन्य ठिकाने शहाब की मारक क्षमता के दायरे में आते हैं.

ईरानी रक्षा मंत्री अहमद वाहिदी का कहना है कि सेजिल 2 को ईरानी वैज्ञानिकों ने ही तैयार किया है और यह देश की सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए उठाए जा रहे क़दमों का हिस्सा है. लेकिन पश्चिमी जगत इस तरह की हर कोशिश को ईरान की परमाणु महत्वाकांक्षाओं से जोड़कर देखता है. मंगलवार के मिसाइल परीक्षण पर ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि ईरान के ख़िलाफ़ और प्रतिबंध लगाना लगातार ज़रूरी होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि ईरान को लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता और गहरी होती जा रही है और इस मुद्दे को ठीक उसी गंभीरता लिया जाएगा, जैसे लिया जाना चाहिए.

उधर फ़्रांस के विदेश मंत्रालय ने कहा है कि ईरान के ताज़ा के मिसाइल टेस्ट से भी साफ़ हो गया है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताएं ग़लत नहीं है. वहीं जर्मन सरकार के ईरानी मिसाइल परीक्षण को ख़तरे की घंटी बताया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह के क़दम भरोसा पैदा नहीं कर सकते. सुरक्षा परिषद के पांच स्थाई सदस्यों के साथ साथ जर्मनी भी ईरान के परमाणु विवाद को बातचीत से सुलझाने की कोशिश कर रहा है.

ईरान से यूरेनियम का संवर्धन रोकने की मांग की जा रही है जिससे वह बार बार ठुकरा रहा है. पश्चिमी जगत को आशंका है कि ईरान परमाणु हथियार बना रहा है जबकि ऐसे किसी भी दावे को ख़ारिज करते हुए ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम का मक़सद उर्जा की ज़रूरतों को पूरा करना बताता है. अमेरिका और इस्राएल तो यहां तक कह चुके हैं कि अगर यह विवाद बातचीत से नहीं सुलझता हैं तो सैन्य कार्रवाई करने पर भी ग़ौर किया जा सकता है. ईरान कहता है कि ऐसी किसी भी कार्रवाई का भरपूर जवाब दिया जाएगा.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एस गौड़

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