ईरान में ड्रोन दिखने के बाद एयर डिफेंस सिस्टम से फायरिंग
१९ अप्रैल २०२४
ईरान के इसफहान में ड्रोन दिखाई देने के बाद एयरडिफेंस लॉन्च किया गया है. यह घटना इसफहान शहर के मध्य में एक प्रमुख हवाई अड्डे और परमाणु केंद्र के पास हुई है.
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घटना शुक्रवार तड़के सुबह की है. आशंका जताई जा रही है कि ईरान के हमले के जवाब में यह इस्राएल की कार्रवाई हो सकती है. ईरान ने कुछ विमानों का रास्ता बदला है. अभी यह साफ नहीं है कि क्या सचमुच इस्राएल की तरफ से यह हमला हुआ है.
अमेरिकी मीडिया में इस्राएल की तरफ से हमला होने की खबरें आ रही हैं. इस्राएल की सेना ने इस पर कोई प्रतिक्रिया देने से मना कर दिया है. दोनों तरफ तनाव बना हुआ है. अमेरिकी अधिकारियों ने शुक्रवार सुबह तक इस पर प्रतिक्रिया देने से मना किया.
हालांकि, अमेरिकी मीडिया अज्ञात अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से इस्राएल के हमले की बात कह रहा है. न्यू यॉर्क टाइम्स ने अज्ञात इस्राएली अधिकारी के हवाले से हमला होने की बात कही है.
ईरान के सरकारी टेलिविजन का कहना है कि कई राज्यों में ड्रोन दिखाई देने के बाद एयर डिफेंस सिस्टम लॉन्च किया गया है. मुख्य रूप से इसफहान में एयर डिफेंस सिस्टम लॉन्च करने की बात कही गई है. ईरान का इसफहान लंबे समय से अमेरिका में बने एफ-14 टॉमकैट का बेस रहा है.
इस्राएल पर ईरान के हमले के बाद दुनिया ने क्या कहा
इस्राएल पर ईरान के अभूतपूर्व हमले के बाद दुनिया भर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. ज्यादातर देशों ने तनाव घटाने और संबंधित पक्षों से संयम बरतने की मांग की है.
तस्वीर: Amir Cohen/REUTERS
जो बाइडेन, राष्ट्रपति, अमेरिका
अमेरिकी राष्ट्रपति ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की तस्वीर एक्स पर डाल कर कहा है, "मैंने राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से अभी मुलाकात कर इस्राएल के खिलाफ हमले की जानकारी ली है. ईरान और उसके प्रॉक्सियों (छद्म सहयोगियों) के हमले के खिलाफ इस्राएल की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता अटल है."
तस्वीर: White House/AFP
ओलाफ शॉल्त्स, चांसलर, जर्मनी
जर्मनी चांसलर ने एक्स पर लिखा है, "इस्राएली जमीन पर ईरान ने जो हमला किया है वह अनुचित और बेहद गैरजिम्मेदाराना है. ईरान ने इलाके में इसके और बढ़ावे का खतरा पैदा किया है. जर्मनी, इस्राएल का साथ खड़ा है और हम अपने सहयोगियों से स्थिति पर चर्चा करेंगे."
भारत के विदेश मंत्रालय ने संबंधित पक्षों से तुरंत तनाव घटाने, संयम दिखाने और हिंसा का रास्ता छोड़ कर कूटनीति के रास्ते पर लौटने की मांग की है. मंत्रालय का कहना है कि वह स्थिति पर नजर रखे हुए है और इलाके में मौजूद दूतावास भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में है.
तस्वीर: Mirko84/Pond5 Images/IMAGO
ऋषि सुनक, प्रधानमंत्री ब्रिटेन
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने इस हमले की निंदा की और कहा, "इससे तनाव और इलाके में अस्थिरता बढ़ने का खतरा है. ईरान ने एक बार यह दिखाया है कि वह अपने पीछे अराजकता के बीज बोने की इच्छा रखता है.
तस्वीर: James Manning/PA/dpa/picture alliance
विदेश मंत्री, फ्रांस
फ्रांस के विदेश मंत्री स्टेफान सीजोने ने एक्स पर कहा है, "इस अभूतपूर्व हमले का फैसला करने में, ईरान अस्थिरता की हरकतों और सैन्य बढ़ावा देने के मामले में एक नए स्तर पर पहुंच गया है.
तस्वीर: JOSEPH EID/AFP
विदेश मंत्रालय, रूस
रूसी विदेश मंत्रालय का ईरानी हमलों के बाद बयान जारी कर कहा है, "हम इलाके में एक और खतरनाक बढ़ावे पर चिंता जताते हैं, हम इसमें शामिल सभी पक्षों से संयम बरतने की मांग करते हैं." रूस ने माना है कि यह हमले दमिश्क में ईरानी कॉन्सुलेट पर हुए हमले के बाद आत्मरक्षा के अधिकार के तहत किए गए हैं.
तस्वीर: Bulkin Sergey/globallookpress/Imago
विदेश मंत्रालय, सऊदी अरब
सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है, "सभी पक्ष अधिकतम संयम बरतें और इलाके और इसके लोगों को युद्ध के खतरों से मुक्त रखें." सऊदी अरब ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से "अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की अपनी जिम्मेदारी संभालने का अनुरोध किया है."
तस्वीर: Felix Hörhager/dpa/picture alliance
विदेश मंत्रालय, मिस्र
मिस्र के विदेश मंत्रालय ने दुश्मनी फैलने पर "गहरी चिंता" जताते हुए सभी पक्षों से "अधिकतम संयम" बरतने को कहा है. मिस्र का यह भी कहना है कि वह विवाद में शामिल पक्षों से सीधे संपर्क कर स्थिति को संभालने की कोशिश करेगा.
तस्वीर: Mohamed Abd El Ghany/REUTERS
अंटोनियो गुटेरेश, महासचिव, संयुक्त राष्ट्र
संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने हमलों की निंदा की है और कहा है, "इस्राएल पर बड़े पैमाने पर हुए हमले गंभीर बढ़ावा हैं जोकि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान ने किया है." अंटोनियो गुटेरेश ने यह भी कहा, "मैं क्षेत्रीय स्तर पर विध्वंसकारी बढ़ावे के असल खतरे को लेकर बहुत चिंतित हूं." उन्होंने सभी पक्षों से कहा है, "ऐसी हरकतों से बचें जो मध्यपूर्व में कई मोर्चों पर बड़े सैन्य विवादों की ओर ले जा सकती हैं."
तस्वीर: Karim Jaafar/AFP/Getty Images
जोसेप बोरेल, विदेश नीति प्रमुख, यूरोपीय संघ
यूरोपीय संघ के विदेश मामलों के प्रमुख जोसेप बोरेल ने एक्स पर जारी संदेश में कहा है कि हमले, "असाधारण बढ़ावा और क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं."
तस्वीर: /AP Photo/picture alliance
विदेश मंत्रालय, चीन
चीन के विदेश मंत्रालय ने भी संयम बरतने की अपील की है और हमले को "गाजा विवाद में ताजा उबाल" करार देते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के हाल के प्रस्ताव को लागू करने की मांग की है. इस प्रस्ताव में "संघर्ष को तुरंत बंद" करने की बात कही गई है. चीन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय और खासतौर से उन देशों से इलाके में शांति और स्थिरता बहाल करने में रचनात्मक भूमिका निभाने को कहा है, जिनका वहां असर है.
तस्वीर: Wang Zhao/AFP
विदेश मंत्रालय, यूक्रेन
यूक्रेनी विदेश मंत्रालय ने ईरान के हमले की "कड़ी निंदा" की है. विदेश मंत्रालय का कहना है, "ये हमले यह भी दिखाते हैं कि लोकतंत्र की वैश्विक सीमाओं की रक्षा के लिए मुक्त दुनिया की ताकतों का एकजुट होना क्यों जरूरी है."
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विमानों का यह बेड़ा ईरान ने 1979 की इस्लामिक क्रांति से पहले अमेरिका से खरीदा था.
ईरान के अर्धसरकारी चैनल तसनीम ने अपने एक रिपोर्टर का वीडियो जारी किया है जिसका कहना है कि इसफहान के दक्षिणपूर्वी इलाके जरदेंजान का है. इस वीडियो में दो अलग अलग एंटी एयरक्राफ्ट गन दिखाई दे रहे हैं. वीडियो के साथ दिए ब्यौरे में वो जगह इसफहान का परमाणु केंद्र बताई गई है. वीडियो में रिपोर्टर का कहना है, "4:45 बजे हमें गोलियां चलने की आाज सुनाई दी. और कुछ नहीं हो रहा है. वह एयरडिफेंस था, ये जिन लोगों को आप देख रहे हैं और वो उधर भी हैं."
इसफहान के परमाणु केंद्र में चीन के दिए तीन रिसर्च रिएक्टर काम करते हैं इसके साथ ही यहां ईंधन का उत्पादन और ईरान के नागरिक परमाणु कार्यक्रम की गतिविधियां होती हैं. इसफहान में वो जगहें भी हैं जहां ईरान के दूसरी परमाणु गतिविधियां चलती हैं मसलन नतांज का भूमिगत संवर्धन केंद्र. संदिग्ध इस्राएली हमलों के जरिए अकसर इसे निशाना बनाने की कोशिश होती है.
सरकारी टेलिविजन ने कहा है कि सभी परमाणु केंद्र पूरी तरह सुरक्षित हैं. संयुक्त राष्ट्र की परमाणु निगरानी एजेंसी आईएईए का भी कहना है कि घटना के बाद "ईरान के परमाणु केंद्रों को कोई नुकसान नहीं हुआ है."
दुबई के एमिरेट्स और फ्लाइदुबई ने अपने विमानों का रास्ता सुबह 4.30 बजे से बदलना शुरू कर दिया और इसके पीछे कोई वजह नहीं बताई है. हालांकि स्थानीय विमानन सेवाओं से जुड़ी स्थानीय चेतावनियों के बाद यह आशंका है कि एयरस्पेस शायद बंद किया गया हो. ईरान ने तेहरान के लिए व्यापारिक उड़ानें बंद कर दी है और साथ ही पश्चिमी और मध्य ईरान के दूसरे इलाकों के लिए भी.
शुक्रवार की घटना ने इस बात की चिंता बढ़ा दी है कि विवाद पूरे मध्य-पूर्व को अपने घेरे में ले सकता है. ईरान के हमले के बाद इस्राएल ने चेतावनी दी थी कि वह इसका जवाब देगा. अंतरराष्ट्रीय समुदाय इस्राएल को हमला नहीं करने की सलाह दे रहा है. एक दिन पहले ही यूरोपीय संघ ने इस्राएल पर हमले के जवाब में ईरान पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है. जर्मनी, ब्रिटेन, इटली और अमेरिका ने भी इस्राएल को साफ शब्दों में जवाबी हमला नहीं करने की सलाह दी है.