उई मां सुई कहने की जरूरत नहीं
१४ सितम्बर २०१०एवेंटिस का कहना है कि नई वैक्सीन एक सिरींज बनाने वाली कंपनी बेक्टन डिकिन्सन के साथ मिलकर बनाई गई है. इस वैक्सीन की खूबी इसकी सुई है जिससे दर्द कम होता है. यह वैक्सीन फ्लू से लड़ने में ज्यादा कारगर है और इसमें दवा की कम मात्रा की जरूरत होती है.
कंपनी के मुताबिक अमेरिका के भोजन और दवा प्रशासन (फूड एंड ड्रग्स एडमिनिस्ट्रेशन) ने उसकी यह अर्जी मंजूर कर ली है. कंपनी को उम्मीद है कि नई वैक्सीन की मंजूरी पर फैसला एक हफ्ते के भीतर हो जाएगा. वैसे इस वैक्सीन को यूरोप में इस्तेमाल की इजाजत मिल गई है.
एवेंटिस कंपनी की वैक्सीन यूनिट के सीईओ और अध्यक्ष वायने पिसानो ने कहा, "हम मानते हैं कि फ्लूजोन इंट्राडर्मल वैक्सीन वयस्कों के बीच प्रतिरक्षण की दर बढ़ाने में काफी मददगार साबित होगी क्योंकि इसका इस्तेमाल आसान है और मरीजों ने इसे काफी पसंद किया है."
वयस्कों को फ्लू के लिए दी जाने वाली ज्यादातर वैक्सीन में जो सुई इस्तेमाल की जाती है उसकी मोटाई एक से डेढ़ इंच के बीच यानी 25 से 40 मिलीमीटर होती है. यह कोशिका के काफी भीतर तक जाती है. नई सुई लंबाई में दस गुना कम है और इसकी मोटाई सिर्फ डेढ़ मिलीमीटर है. इसमें दवा की मात्रा में पहले से सिर्फ 20 फीसदी ही इस्तेमाल होगी. कई शोधों में यह बात सामने आई है कि त्वचा में जब फ्लू वैक्सीन लगाई जाती है तो यह एक तरह के प्रतिरोधी सिस्टम को सक्रिय कर देती है. यही सिस्टम बीमारी से बचाव और लड़ने का काम करता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः आभा एम