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उड़ीसा में ज़बरदस्त बाढ़, दिल्ली पर भी ख़तरा

कुलदीप कुमार, नई दिल्ली२३ सितम्बर २००८

भारत में बाढ़ ने बिहार के बाद अब उड़ीसा को बेहाल कर दिया है. लाखों लोग पानी में घिर गए हैं और बाढ़ की स्थिति दिन ब दिन ख़राब होती जा रही है. उड़ीसा में बाढ़ से 24 लोगों की मौत हो गई है और सेना को सतर्क कर दिया गया.

बाढ़ से बिहार भी बेहालतस्वीर: AP

बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश और असम के बाद अब उड़ीसा में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो चली है. महानदी और उसकी सहायक नदियों में आई बाढ़ के कारण राज्य में अब तक कम से कम दो दर्जन लोगों की मौत की ख़बर है. उड़ीसा के तटवर्ती जिलों के 191 गांवों में लाखों लोग बाढ़ से पीड़ित हैं. 31 स्थानों पर नदियां किनारों को तोड़ कर बह रही हैं. कुल 17 जिलों में बाढ़ का प्रकोप बना हुआ है जिसके कारण 17 लाख लोगों का जीवन अस्त व्यस्त को गया है. सेना को भी सतर्क कर दिया गया है और कभी भी उसकी मदद ली जा सकती है.

राहत शिविरों में रह रहे कई लोगतस्वीर: AP

उड़ीसा राज्य प्रशासन राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है और इस काम में हेलिकॉप्टरों की मदद भी ली जा रही है. उनके इस्तेमाल से लोगों को बाढ़ के पानी से घिरे इलाके से सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने में मदद मिल रही है. राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने रविवार को घोषणा की कि लोगों को सात दिन के लिया रहत सामग्री मुहैया कराई जायेगी. पटनायक ने कहा कि 80,000 से भी अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचा दिया गया है और बड़ी संख्या में नावों का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि लोगों तक दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं और हवाई जहाजों से खाने की चीज़ें गिराई जा रही हैं.

कई लोगों के घर छिनेतस्वीर: AP

उधर हिमाचल प्रदेश में शनिवार से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण कम से कम 39 लोगों के मारे जाने और अनेक अन्य के घायल होने का समाचार मिला है. भूस्खलन के कारण कुल्लू मनाली क्षेत्र शेष राज्य से कट गया है.

इसी बीच देश की राजधानी दिल्ली और उससे सटे नोएडा और ग्रेटर नोएडा में भी बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. शनिवार की शाम हरियाणा ने यमुना नदी में चार लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा है जिसके कारण यह खतरा पैदा हुआ है.

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