उत्तरी वजीरिस्तान में सैन्य अभियान शुरू होगाः रिपोर्ट
३० मई २०११![](https://static.dw.com/image/5087258_800.webp)
अमेरिका लंबे समय से पाकिस्तान पर उत्तरी वजीरिस्तान में कार्रवाई करने के लिए दबाव डालता रहा है. उसका मुख्य जोर हक्कानी नेटवर्क के खिलाफ कदम उठाने पर है जो अफगानिस्तान में विदेशी सेनाओं को निशाना बनाने वाले सबसे खतरनाक अफगान उग्रवादी गुटों में से एक है.
पाकिस्तान अब तक उत्तरी वजीरिस्तान में कार्रवाई करने से बचता रहा है. लेकिन एबटाबाद में 2 मई को अल कायदा नेता ओसामा बिल लादेन की मौत के बाद अमेरिकी दबाव अत्यधिक बढ़ गया है. पाकिस्तानी अखबार द न्यूज ने एक 'उच्च पदस्थ सूत्र' के हवाले से खबर दी है कि पाकिस्तानी वायुसेना के विमान पहले 'लक्षित सैन्य अभियान' में उग्रवादी ठिकानों को कमजोर करेंगे और फिर जमीनी कार्रवाई की जाएगी. अखबार का कहना है कि पिछले दिनों अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिटंन के पाकिस्तान दौरे में इस सैन्य अभियान को लेकर सहमति बनी. अमेरिकी दूतावास के एक अधिकारी ने कहा है कि वे मीडिया रिपोर्ट की छानबीन कर रहे हैं. इस खबर पर पाकिस्तानी अधिकारियों की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
पाकिस्तान अब तक कहता रहा है कि उसके सैनिक पश्चिमोत्तर इलाके में तालिबान से निपटने में व्यस्त हैं, इसीलिए उत्तरी वजीरिस्तान में कार्रवाई शुरू नहीं की जा सकती. लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि पाकिस्तान हक्कानी नेटवर्क को एक पूंजी के तौर पर देखता है जिसके जरिए अफगानिस्तान में भारत के बढ़ते असर से निपटा जा सकता है.
रिपोर्टः रॉयटर्स/ए कुमार
संपादनः एमजी