उत्तर कोरिया अपनी सीमा खोलने को राज़ी
१८ अगस्त २००९
उत्तर कोरिया के नेता किम जोन्ग इल और दक्षिण कोरिया के ह्युंदै ग्रुप के प्रमुख ह्यों जोन्ग उन की मुलाक़ात के बाद सीमा पाबंदियों में ढील देने पर सहमति बनी. ह्यों अपने एक कर्मचारी की रिहाई कराने के मक़सद से प्योंगयांग गए, जिसे उत्तर कोरियाई सरकार की आलोचना करने के बाद हिरासत में लिया गया. उत्तर और दक्षिया, दोनों ही जगह ह्युंदै के कारखाने हैं.
इससे पहले अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन भी उत्तर कोरिया का दौरा कर चुके हैं. किम से हुई मुलाक़ात के बाद वहां क़ैद दो अमेरिका पत्रकारों को रिहा कर दिया गया था.
उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा है, "राष्ट्रीय रक्षा आयोग के प्रमुख किम जोन्ग इल ने कुछ विशेष क़दम उठाए हैं और उनके मुताबिक़ पर्यटन के लिए सभी सुविधाएं और सुरक्षा भरोसेमंद तरीक़े से मुहैया कराई जाएगी." उत्तर कोरिया ने कारोबारियों और पर्यटकों के लिए सीमा पाबंदियां हटाने का फ़ैसला किया है. सहमति के तहत भारी सुरक्षा बंदोबस्त वाली सीमा पर ज़मीनी रास्ते को बहाल किया जाएगा और सुंदर माउंट कुमगांग को फिर से खोला जाएगा.
1950 से 1953 के बीच चले कोरिया युद्ध के बाद बिछड़े परिवारों को भी उत्तर कोरियाई फ़ैसले के बाद अपने रिश्तेदारों से मिलने का मौक़ा मिलेगा. इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है कि क्या ह्युंदै उत्तर कोरिया की इस मांग पर सहमत हुआ है या नहीं कि काएसॉन्ग इंडस्ट्रियल पार्क में काम करने वाले लोगों के वेतन में बड़ी वृद्धि की जाए.
दूसरी तरफ़ उत्तर कोरिया ने यह भी संकेत देने की कोशिश की है कि कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव कम नहीं हुआ है. अमेरिका और दक्षिण कोरिया के आगामी साझा सैन्य अभ्यासों के मद्देनज़र उत्तर कोरियाई सेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है.
रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार
संपादनः एम गोपालकृष्णन