उत्तर कोरिया के साथ बेहद बड़ा विवाद हो सकता है. कोरियाई प्रायद्वीप में मौजूदा तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने बेहद कड़े लफ्जों में यह चेतावनी दी है.
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डॉनल्ड ट्रंप के मुताबिक वह इस विवाद का कूटनीतिक हल पसंद करेंगे. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया के साथ बहुत ही बड़े विवाद की संभावना है. अपने ओवल दफ्तर में समाचार एजेंसी रॉयटर्स से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, "इस बात की संभावना है कि अंत में हम उत्तर कोरिया के साथ बहुत ही बड़े विवाद में उलझ जाएं."
यह पहला मौका नहीं है जब उत्तर कोरिया के मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम के कारण विवाद खड़ा हुआ है. जॉर्ज बुश और बराक ओबामा के कार्यकाल में भी ऐसे संकट सामने आए थे. तब भी उत्तर कोरिया का परमाणु और मिसाइल कार्यक्रम रोकने के लिए अमेरिका ने कई तरह के प्रतिबंध लगाए. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद भी उत्तर कोरिया पर कई प्रतिबंध लगा चुकी है, लेकिन इन प्रतिबंधों के बावजूद किम जोंग उन का देश विवादित कार्यक्रमों को आगे बढ़ाता जा रहा है.
उत्तर कोरिया पर कैसे कैसे प्रतिबंध
उत्तर कोरिया किसी भी तरह ज्यादा से ज्यादा परमाणु हथियार बनाना चाहता है. दुनिया को उनसे खतरा है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के ऐसे प्रतिबंध क्या उत्तर कोरियां पर बेड़ियां कस पाएंगे?
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कोयला
फरवरी 2017 में चीन ने उत्तर कोरिया से कोयले का आयात रोक दिया. प्रतिबंधों के तहत उत्तर कोरिया अब कड़ी निगरानी में सिर्फ 75 लाख मीट्रिक टन कोयला ही हर साल निर्यात कर सकेगा.
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मुद्रा
विदेशों में उत्तर कोरिया अपना कोई बैंक नहीं खोल सकता. संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने हर वित्तीय संस्थान पर प्योंग्यांग के लिए लेन देन करने पर भी रोक लगाई है. उत्तर कोरिया की किसी भी तरह की वित्तीय मदद प्रतिबंधों के दायरे में आती है.
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जहाजरानी
फिलीपींस के पास उत्तर कोरिया के मालवाहक जहाज की तलाशी, यह तस्वीर मार्च 2016 की है. यूएन के प्रतिबंधों के तहत प्योंग्यांग के किसी भी जहाज का पंजीकरण रद्द किया जाएगा. उत्तर कोरिया की सरकार के इशारों पर काम करने वाले चालक दल के सदस्यों को भी डीरजिस्टर किया जाएगा. जांच से बचने के लिए उत्तर कोरिया का जहाज किसी और देश के झंडे का भी इस्तेमाल नहीं कर सकता.
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हवाई सेवाएं
उत्तर कोरिया की सरकारी एयरलाइन कंपनी एयर कोरयो सिर्फ चीन और रूस के लिए उड़ान भरती है. यूरोपीय संघ में सुरक्षा कारणों के चलते उसके उड़ान भरने पर प्रतिबंध है. अमेरिका अपने नागरिकों को एयर कोरयो के साथ किसी भी तरह का कानूनी कारोबार करने से रोकता है.
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ईंधन
उत्तर कोरिया के लोग विदेशी कारों की सवारी कर सकते हैं, लेकिन दूसरे देश प्योंग्यांग को एविएशन, जेट और रॉकेट फ्यूल नहीं बेच सकते. कच्चे तेल की सप्लाई की फिलहाल इजाजत है.
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बैंक खाते और रियल स्टेट
संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों के दायरे में विदेशों में तैनात उत्तर कोरिया के कूटनीतिक अधिकारी भी आते हैं. उत्तर कोरिया के बर्लिन दूतावास के कर्मचारी सिर्फ एक ही बैंक खाता खोल सकते हैं. कॉन्सुलेट खोलने के अलावा उत्तर कोरिया को विदेशों में किसी भी किस्म की प्रॉपर्टी खरीदने का अधिकार नहीं है..
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मिलिट्री ट्रेनिंग
उत्तर कोरिया की सेना विदेशी सेनाओं से कुछ न सीखें, प्रतिबंधो में इसका भी इंतजाम किया गया है. विदेशी सेनाओं के साथ उसके ट्रेनिंग करने पर प्रतिबंध है. इस प्रतिबंध के दायरे में पुलिस और अर्धसैनिक बल भी आते हैं. मेडिकल एक्सचेंज की छूट है.
तस्वीर: Reuters/S. Sagolj
प्रतिमाएं
उत्तर कोरिया के मूर्ति प्रेमी शासकों की किसी भी तरह की प्रतिमाएं विदेश नहीं पहुंचाई जा सकती हैं. इन पर भी प्रतिबंध है. दूसरे देशों में इन प्रतिमाओं की बिक्री पर प्रतिबंध है.
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ट्रंप के सलाहकार उत्तर कोरिया पर और सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगाने की तैयारी कर रहे हैं. वे सैन्य कार्रवाई के विकल्प को भी मद्देनजर रख रहे हैं. इसका संकेत देते हुए ट्रंप ने कहा, "हम कूटनीति से इसे हल करना पसंद करेंगे लेकिन यह बहुत मुश्किल है."
उत्तर कोरिया का पड़ोसी देश चीन दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील कर रहा है. ट्रंप ने उत्तर कोरिया को काबू में करने के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की कोशिशों की तारीफ की. अप्रैल की शुरुआत में शी जिनपिंग ने प्लोरिडा में ट्रंप से मुलाकात की थी. ट्रंप के मुताबिक, "मुझे यकीन है कि वह बहुत कड़ी कोशिश कर रहे हैं. निश्चित तौर पर वह खलबली और मौतें नहीं देखना चाहते हैं. वह ये नहीं देखना चाहते हैं. वह एक बहुत अच्छे इंसान हैं और मैं उन्हें बहुत अच्छे से जान पाया हूं. वह चीन और चीन के लोगों से प्यार करते हैं. मैं जानता हूं कि वह कुछ करना चाहते हैं, लेकिन शायद मुमकिन है कि वह कुछ कर न सकें."
उत्तर कोरिया को बेचैन करने वाला सैन्य अभ्यास
अमेरिका और दक्षिण कोरिया के करीब 2000 सैनिकों ने साझा सैन्य अभ्यास किया. अभ्यास इतने व्यापक स्तर पर हुआ कि उत्तर कोरिया का घबराना लाजमी है.
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बॉर्डर कंट्रोल
उत्तर कोरिया की सीमा से सटे इलाके में अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने लाइव फायर ड्रिल की. अभ्यास के दौरान बिल्कुल युद्ध जैसे हालात पैदा किये गए.
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नकली लक्ष्य
पोचेयोन में हुए इस युद्धाभ्यास के दौरान एक्स्ट्रा कैलिबर फुली ऑटोमैटिक मशीनगनों और रॉकेट लॉन्चरों से नकली लक्ष्यों को निशाना बनाया गया.
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युद्ध के लिए तैयारी
दक्षिण कोरिया के K1A2 टैंकों का भी इस्तेमाल किया गया. युद्ध के दौरान सुरक्षित तरीके से टैंकों के काफिले को आगे बढ़ाने का अभ्यास हुआ. इस दौरान उन्हें सुरक्षा देने के लिए 50 विमानों का भी इस्तेमाल किया गया.
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मिसाइल डिफेंस
अमेरिका अपने अत्याधुनिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम (THAAD) को भी दक्षिण कोरिया में तैनात कर रहा है. THAAD सिस्टम मध्यम दूरी की मिसाइल को हवा में इंटरसेप्ट कर नष्ट कर देता है. उत्तर कोरिया के मिसाइल कार्यक्रम से निपटने के लिए THAAD सिस्टम लगाया जा रहा है.
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उत्तर कोरिया भी तैयार
सीमा के दूसरी तरफ उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन सबसे बड़ी सैन्य तैयारियों में जुटे हैं. सैन्य स्थापना दिवस के मौके पर उत्तर कोरिया ने कई किस्म के हथियार प्रदर्शित किये और चेतावनी भी दी.
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क्या है मामला
माना जा रहा है कि उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण करने की फिराक में है. अगर ऐसा कोई परीक्षण हुआ तो कोरियाई प्रायद्वीप में जारी तनाव और बढ़ सकता है. (रिपोर्ट: नदीन बेर्गहाउजन/ओएसजे)
तस्वीर: picture-alliance/Kyodo
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ट्रंप प्रशासन उत्तर कोरिया को "राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा और विदेश नीति की शीर्ष प्राथमिकता" करार दे चुका है. अमेरिका कोरियाई प्रायद्वीप में अपना विमानवाही युद्धपोत और परमाणु पनडुब्बी भेज चुका है. दक्षिण कोरिया में अमेरिकी मिसाइल डिफेंस सिस्टम (THAAD) लगाया जा रहा है. ट्रंप जानते हैं कि सैन्य कार्रवाई बड़े युद्ध को जन्म दे सकती है. जापान और दक्षिण कोरिया जैसे सहयोगी देशों में अमेरिका सेना की कई टुकड़ियां तैनात हैं. अगर उत्तर कोरिया ने जबावी हमला किया तो दक्षिण कोरिया और जापान को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. उत्तर कोरिया चेतावनी दे चुका है कि अगर उसके खिलाफ सेना इस्तेमाल की गई तो वह अमेरिका पर हमला करेगा. चीन ने भी अपनी सेना को तैयार रहने को कहा है.
ट्रंप से जब यह पूछा गया कि वह उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन के बारे में क्या सोचते हैं तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने जवाब दिया, "वह 27 साल के हैं. पिता की मौत के बाद उन्होंने सत्ता संभाली है. आप कुछ भी कह सकते हैं, लेकिन इस उम्र में यह सब इतना आसान नहीं होता. वह तार्किक हैं या नहीं, इस बारे में मेरी कोई धारणा नहीं है. मैं उम्मीद करता हूं कि वह तार्किक हैं."
(उत्तर कोरिया में आखिर कितना दम है)
कितना ताकतवर है उत्तर कोरिया
सालों तक अंतरराष्ट्रीय समुदाय उत्तर कोरिया की सैन्य शक्ति को कम करके आंकता रहा. आईसीबीएम का परीक्षण कर उत्तर कोरिया ने जता दिया है कि उसकी क्षमता ताकतवर देशों के अनुमान से कहीं ज्यादा है.
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आईसीबीएम दूसरी बार
उत्तर कोरिया के सरकारी टीवी पर प्रसारित एक बयान में कहा गया कि उत्तर कोरिया ने एक नयी तरह की इंटरकॉन्टिनेंटल बैलेस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का परीक्षण किया है जिसका नाम ह्वासोंग-15 है. उत्तर कोरिया का दावा है कि वह अमेरिका के किसी भी हिस्से में मार कर सकता है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/STR
बड़ी कामयाबी
इस साल जुलाई में उत्तर कोरिया ने पहली बार अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल यानी आईसीबीएम का परीक्षण किया. अमेरिका ने भी इसकी पुष्टि की. आईसीबीएम का परीक्षण उत्तर कोरिया के लिए बड़ी कामयाबी है. इसका एक मतलब ये भी है कि इलाके में अमेरिका और उसके सहयोगियों के साथ उत्तर कोरिया का तनाव बढ़ेगा खासतौर से जापान और दक्षिण कोरिया के साथ.
तस्वीर: Picture alliance/dpa/Uncredited/KRT/AP
आईसीबीएम का दम
रक्षा मामलों के जानकार कह रहे हैं कि उत्तर कोरिया ने जिस आइसीबीएम का परीक्षण किया है वो अलास्का और हवाई द्वीप तक जा सकता है. हालांकि ये सवाल अब भी है कि क्या उत्तर कोरिया परमाणु ताकत से लैस आईसीबीएम को तैनात कर सकता है. उत्तर कोरिया के सरकारी मीडिया ने यह जरूर कहा है कि जिस आईसीबीएम का परीक्षण किया गया वह "भारी और विशाल परमाणु हथियार" ले जाने में सक्षम है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/Jung Yeon-Je
उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण
आईसीबीएम को उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम की दिशा में बढ़ा एक और कदम कहा जा रहा है. पारंपरिक बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण के साथ ही उत्तर कोरिया ने पांच बार परमाणु परीक्षण किये हैं. 2016 में ही दो बार परमाणु परीक्षण हुआ. उत्तर कोरिया का दावा है कि आखिरी बार जिसका परीक्षण हुआ उसे रॉकेट से जोड़ा जा सकता है.
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सेना की ताकत
तकरीबन सात लाख लोगों के सक्रिय दल के अतिरिक्त इसके पास 45 लाख लोगों की रिजर्व फोर्स भी है. इसके अलावा शासन कभी भी इसकी एक तिहाई आबादी को सेना में सेवाएं देने के लिये बुला सकती है. देश के हर पुरूष के लिए किसी न किसी तरह का सैन्य प्रशिक्षण लेना अनिवार्य है और उन्हें किसी भी वक्त बुलाया जा सकता है.
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हथियारों का भंडार
साल 2016 के ग्लोबल फायरपावर इंडेक्स के मुताबिक उत्तर कोरिया के पास शस्त्रों की कोई कमी नहीं है. इसके भंडार में 76 पनडुब्बी, 458 फाइटर एयरक्राफ्ट और 5025 लड़ाकू विमान और 50 लाख से अधिक सेना अधिकारी हैं. साल 2013 की इस तस्वीर में कोरियाई नेता किम जोंग उन रणनीतिक बलों को अमेरिका और दक्षिण कोरिया के खिलाफ तैयार रहने के आदेश देते हुये नजर आ रहे हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
शक्तिप्रदर्शन में नहीं पीछे
हर साल राजधानी प्योंगयांग में होने वाली सैन्य परेड में सैकड़ों-हजारों की संख्या में सैनिक और आम नागरिक हिस्सा लेते हैं. इस परेड या अन्य किसी ऐसी रैली की तैयारी महीनों पहले शुरू कर दी जाती है. आमतौर पर ये परेड किम जोंग उन के परिवार या पार्टी के किसी सदस्य की सालगिरह के मौके पर होती है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/KCNA
नहीं किसी की परवाह
अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दवाब और विरोध के बावजूद प्योंगयांग ने कभी परमाणु हथियारों को लेकर अपनी मंशाओं और महत्वाकांक्षाओं को नहीं छुपाया. बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण के अलावा उत्तर कोरिया ने पांच बार परमाणु परीक्षण भी किया है. इनमें से दो परीक्षण 2016 में किये. उत्तर कोरिया का दावा है कि उसने जिस आखिरी मिसाइल का परीक्षण किया है उसे रॉकेट के जरिये भी दागा जा सकता है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/KCNA
दुश्मन बना जमाना
अमेरिका और उत्तर कोरिया की शत्रुता किसी से नहीं छिपी. लेकिन पड़ोस में भी इसके शत्रु कुछ कम नहीं. प्योंगयांग अपने पड़ोसी दक्षिण कोरिया और जापान को भी अपना बड़ा दुश्मन मानता है. उत्तर कोरियाई शासन इस क्षेत्र में अमेरिका के सैन्य अभ्यास को उसके खिलाफ एक साजिश बताता है. इसका दावा है कि अमेरिका, उत्तर कोरिया को निशाना बनाना चाहता है.
तस्वीर: Reuters/K. Hong-Ji
धीरज खोता अमेरिका
अमेरिका ने भी अपने कार्ल विल्सन विमान वाहक पोत को कोरियाई प्रायद्वीप में भेज कर संदेश दे दिया है कि वह उत्तर कोरिया के प्रति सावधानी बरत रहा है. जवाब में उत्तर कोरिया ने कहा कि वह अमेरिका के किसी भी तरह के हमले का जवाब देने को तैयार है. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक उत्तर कोरिया अगले दो सालों में अमेरिका पर हमला करने की हालत में हो सकता है.
एए/आरपी