उत्तर कोरिया को दुनिया से अलग-थलग करने की अमेरिकी कोशिशों को एक बार फिर धक्का लग सकता है. रूस की एक सरकारी कंपनी ने उत्तर कोरिया के लिए इंटरनेट सुविधा शुरू की है जो उत्तर कोरिया की साइबर क्षमताओं में इजाफा करेगी.
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ग्लोबल इंटरनेट कनैक्टिवटी की निगरानी से जुड़ी संस्था डीवायएन रिसर्च के विश्लेषकों मुताबिक उत्तर कोरिया के लिए एक रूसी कंपनी ट्रांसटेलीकॉम की ओर से नई इंटरनेट सुविधा शुरू की गई है. संस्था के मुताबिक रूस की ओर से शुरू की गयी इस नयी लाइन की हाल में ही पहचान हुई है. यह लाइन उत्तर कोरिया में चीन की मौजूदा सर्विस यूनिकॉम के साथ मिलकर काम करेगी. चीन की यूनिकॉम उत्तर कोरिया में इंटरनेट ट्रैफिक का प्रबंधन पिछले सात सालों से कर रही है. साइबर सिक्योरिटी कंपनी फायरआई के चीफ टेक्निकल ऑफिसर ब्रिस बोलेंड के मुताबिक, "यह लाइन नेटवर्क इन्फ्रास्टक्चर पर संभावित हमलों के खिलाफ उत्तर कोरिया को अतिरिक्त क्षमता देगी." वॉशिंगटन पोस्ट के हवाले से कहा गया था कि अमेरिकी साइबर कमांडर उत्तर कोरिया में हैकर्स के खिलाफ काम कर रहे थे ताकि इंटरनेट तक इनकी पहुंच को रोका जा सके.
इन देशों से होती है उत्तर कोरिया को कमाई
उत्तर कोरिया पर कड़े अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंध लगे हैं. फिर भी कई ऐसे देश हैं जहां से लगातार उसे आमदनी होती रहती है. चलिए डालते हैं इन्हीं देशों पर एक नजर.
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अंगोला
उत्तर कोरिया ने इस अफ्रीकी देश के प्रेसिडेंशियल गार्ड्स को मार्शल आर्ट्स की ट्रेनिंग दी है. इसके अलावा अंगोला में उत्तर कोरिया के कामगारों ने कई स्मारक भी तैयार किये हैं.
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चीन
चीन उत्तर कोरिया का सबसे करीबी सहयोगी है. चीनी उद्योगों में हजारों उत्तर कोरियाई लोग काम कर रहे हैं. चीन में कई उत्तर कोरियाई रेस्तरां भी हैं, जिनसे होने वाले कमाई उत्तर कोरिया के विदेशी मुद्रा का अहम जरिया है.
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कांगो
कांगो की सरकार ने उत्तर कोरिया से ऑटोमेटिक पिस्तौल और अन्य दूसरे छोटे हथियार मंगाये हैं जिन्हें इस मध्य अफ्रीकी देश को प्रेसिडेंशियल गार्ड और पुलिस बल इस्तेमाल करते हैं. कांगो में भी उत्तर कोरियाई कामगारों ने कई स्मारक बनाये हैं.
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मिस्र
संयुक्त राष्ट्र ने कहा है कि वह इन रिपोर्टों की जांच कर रहा है कि उत्तर कोरिया ने मिस्र को स्कड मिसाइलों के पुर्जे दिये हैं. यह मामला इसलिए भी अहम है क्योंकि मिस्र अमेरिका का करीबी सहयोगी है और उत्तर कोरिया अमेरिका को अपना सबसे बड़ा दुश्मन समझता है.
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इरिट्रिया
इरिट्रिया हॉर्न ऑफ अफ्रीका इलाके में स्थित एक छोटा सा देश है. उसके भी उत्तर कोरिया से सैन्य संबंध रहे हैं. बताया जाता है कि उसने उत्तर कोरिया से सैन्य साजोसामान खरीदा है.
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कुवैत
उत्तर कोरिया निर्माण कार्य में काम करने के लिए अपने मजदूरों को कुवैत भेजता है. उत्तर कोरिया का कुवैत में दूतावास भी है जो खाड़ी देशों में रहने वाले उत्तर कोरियाई लोगों का ध्यान रखता है.
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मोजाम्बिक
उत्तर कोरिया मोजाम्बिक को एयर डिफेंस सिस्टम दे रहा है और जमीन से हवा में मार करने वाले उसके मिसाइल सिस्टम को भी आधुनिक बना रहा है. उत्तर कोरियाई कामगारों ने मोजाम्बिक में भी कई स्मारक और इमारतें बनायी हैं.
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नामीबिया
उत्तर कोरिया ने इस दक्षिण पश्चिमी अफ्रीकी देश को युद्धक सामग्री तैयार करने वाली एक फैक्ट्री कायम करने के लिए सामग्री और कामगार दोनों मुहैया कराये हैं. इसके अलावा यहां भी कई स्मारक उत्तर कोरिया कामगारों ने तैयार किये हैं.
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नाइजीरिया
पश्चिमी अफ्रीकी देश नाइजीरिया में उत्तर कोरिया के बहुत से डॉक्टर जाते हैं. 2013 में एक हमले में उत्तर कोरिया के तीन डॉक्टर भी मारे गये थे. इस हमले के पीछे उस समय आतंकवादी संगठन बोको हराम का हाथ होने का संदेह जताया गया था.
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ओमान
खाड़ी देश ओमान में निर्माण क्षेत्र से जुड़ी परियाजनों में काम करने के लिए उत्तर कोरिया ने अपने मजदूरों को भेजा है. दक्षिण एशियाई देशों के साथ साथ कई विकासशील देशों के मजदूर ओमान में काम करते हैं.
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कतर
कतर में भी निर्माण परियोजनाओं में उत्तर कोरिया के लोग काम कर रहे हैं. यह छोटा सा खाड़ी देश 2022 में फीफा फुटबॉल विश्व कप की मेजबानी करेगा, इसीलिए वहां बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहे हैं.
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रूस
जिन देशों में उत्तर कोरिया के मजदूर काम करने के लिए सबसे बड़ी संख्या में जाते हैं, उनमें रूस भी शामिल है. ये लोग वहां लकड़ी और निर्माण उद्योग में काम करते हैं.
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सूडान
उत्तर कोरिया ने सूडान को भी बहुत से सैन्य साजोसामान दिये हैं, जिनमें रॉकेट कंट्रोल सेक्शन और सेटेलाइट गाइडेड मिसाइलें शामिल हैं. सूडान पर अपने पश्चिमी दारफूर इलाके में मानवाधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगता रहा है.
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सीरिया
लंबे समय से गृह युद्ध का शिकार रहा सीरिया भी उत्तर कोरिया के लिए आमदनी का जरिया रहा है. बताया जाता है कि सीरिया में राष्ट्रपति बशर अल असद की सरकार ने उत्तर कोरिया से कई सैन्य साजोसामान और हथियार खरीदे हैं.
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युगांडा
अफ्रीकी देश युगांडा का भी उत्तर कोरिया के साथ सैन्य सहयोग रहा है. उत्तर कोरिया की सेना ने युगांडा की एयरफोर्स के पायलटों और तकनीशियनों को ट्रेनिंग दी है.
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संयुक्त अरब अमीरात
यूएई में उत्तर कोरिया के रेस्तरां और निर्माण कंपनियां हैं जिनमें काम करने के लिए लगातार लोगों को वहां भेजा जाता है. इसके अलावा संयुक्त अरब अमीरात ने भी उत्तर कोरिया से स्कड मिसाइलें खरीदी हैं.
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दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी सूचना मुताबिक, उत्तर कोरिया के पास साइबर हमलों में कुशल 6800 विशेषज्ञों की टीम है. उत्तर कोरिया के इन साइबर विशेषज्ञों पर हाइप्रोफाइल साइबर हमलों में शामिल होने का आरोप है. लेकिन महज एक इंटरनेट प्रदाता के जरिये साइबर तंत्र को किसी हमले से बचाना प्रशासन के लिए मुश्किलें खड़ी करता था. रूस की इस नयी सेवा के बाद यहां सूरत बदल सकती है. विशेषज्ञों के मुताबिक रूस के सहयोग वाले इस विकल्प के साथ उत्तर कोरिया को इंटरनेट के जरिये साइबर दुनिया में अलग-थलग करना इतना आसान नहीं होगा.
एए/एनआर (एएफपी)
किम जोंग उन के पास क्या क्या है
उत्तर कोरिया में जहां आम लोग कई बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं, वहीं देश के नेता किम जोंग उन के ऐशो आराम में कोई कमी नहीं है. चलिए देखते हैं उनके पास क्या क्या है.
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कुमसुसान पैलेस
उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग के पूर्वोत्तर छोर पर यह शानदार महल स्थित है, जिसे देश के संस्थापक किम इल सुंग का मकबरा भी कहा जाता है. दुनिया में किसी कम्युनिस्ट नेता को समर्पित यह सबसे बड़ा महल है. महल की उत्तरी और पूर्वी दिशाओं की तरफ एक गहरी खायी बनी है.
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होटल रयुगयोंग
रयुगयोंग दुनिया के सबसे बड़े होटलों में से एक है जिसमें 105 मंजिलें हैं. पिरामिड के आकार वाले इस होटल का निर्माण 1987 में शुरू हुआ था. उस वक्त देश पर किम इल सुंग का राज था जो मौजूदा नेता किम इल सुंग के दादा थे. हालांकि यह होटल अब तक अधूरा है.
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आसमानी ताकत
उत्तर कोरिया के पास अलग अलग तरह के लगभग 1000 विमान हैं जिनमें से ज्यादातर सोवियत संघ या चीन में बने हैं. इनमें हमलावर हेलीकॉप्टर, लड़ाकू विमान, परिवहन विमान और ड्रोन भी शामिल हैं. किम जोंग उन के पास एसएएम और ट्रिपल ए सिस्टम जैसे कई एयर डिफेंस सिस्टम भी हैं.
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स्की रिजॉर्ट
किम जोंग उन के आदेश पर समुद्र तल से 1,360 मीटर की ऊंचाई पर मासिक नाम की जगह पर एक स्की रिजॉर्ट बनवाया गया है. यहां हजारों तादाद में सैलानी आते हैं. जाहिर है उन सभी पर उत्तर कोरिया की सेना सख्त निगरानी रखती है. यहां सैलानियों के लिए 120 कमरों वाला एक होटल है.
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खुफिया मोबाइल नेटवर्क
बताया जाता है कि उत्तर कोरिया में एक खुफिया मोबाइल नेटवर्क है जो सिर्फ किम जोंग उन और उनके करीबी लोगों के लिए ही है. उत्तर कोरिया के कोरियोलिंक नेटवर्क के टेक्नीकल डायरेक्टर रहे अहमद अल-नोआमेनी के मुताबिक आम लोग इस नेटवर्क को इस्तेमाल नहीं कर सकते.
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प्राइवेट द्वीप
देश के तटीय इलाके में एक गोपनीय द्वीप है. किम जोंग उन के मेहमान बन कर उत्तर कोरिया गये कई अमेरिका सेलिब्रिटीज को इसी द्वीप पर रखा गया था. बताया जाता है कि यहां पर मौज मस्ती का सब इंतजाम है और किम जोंग उन के लिए एक खास हेलीकॉप्टर फील्ड भी है.
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गोल्फ कोर्स
जोंग उन के उत्तर कोरिया में कुछ बेहतरीन गोल्फ कोर्स हैं. सरकारी कर्मचारी इन्हें हमेशा चकाचक रखते हैं. गोल्फ के अलावा उत्तर कोरिया में फुटबॉल, बास्केटबॉल, आइस हॉकी और कुश्ती लोकप्रिय खेल हैं. ओलंपिक खेलों में उत्तर कोरिया ने 16 स्वर्ण, 16 रजत और 24 कांस्य पदकों को मिलाकर कुल 56 मेडल जीते हैं.
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सैन्य पोत
उत्तर कोरिया के नौसैनिक बेड़े में कई युद्धपोत, गश्ती नौकाएं और बड़े सैन्य शिप शामिल हैं. अपनी सैन्य क्षमताओं को मजबूत करना उत्तर कोरिया की अहम प्राथमिकताओं में शामिल है. परमाणु हथियारों की तरफ बढ़ते उसके कदम अमेरिका समेत पूरी दुनिया के लिए चुनौती हैं.
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लग्जरी कारें
बताया जाता है कि 2014 में किम जोंग उन ने जमकर खरीददारी की. लगभग 1.6 करोड़ डॉलर तो उन्होंने कारें खरीदने पर ही खर्च किये. इन कारों में मर्सडीज बेंज लिमोजीन और लग्जरी स्पोर्ट्स कारें शामिल थीं. यह सभी कारें उत्तर कोरिया पर लगाये संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों में शामिल हैं.
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पियानो के शौकीन
बताया जाता है कि किम जोंग उन के पास 20 से ज्यादा पियानो हैं जो उनके "साम्राज्य" में फैले अलग अलग घरों में रखे हैं. अफवाहें तो यहां हैं कि वह रोज पियानो बजाते हैं और अगर कोई गलती हो जाये तो दोष पियानो का है, किम का नहीं. (तस्वीर सांकेतिक है)
तस्वीर: AP
पनडुब्बियां
किम जोंग उन के पास सोवियत जमाने की कुछ पुरानी पनडुब्बियां हैं. सोवियत विस्की पनडुब्बियों के अलावा उत्तर कोरिया के पास दर्जनों चीनी रोमियो पनडुब्बियां भी हैं. कुछ पनडुब्बियां उत्तर कोरिया की सेना ने खुद भी तैयार की हैं.