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उत्तर कोरिया परमाणु हथियार बनाने के क़रीब!

४ सितम्बर २००९

उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को यह बयान जारी सबको चौंका दिया कि यूरेनियम संवर्धन की प्रक्रिया आख़िरी चरण में पहुंच गई है. अगर उत्तर कोरिया यह क्षमता पूरी तरह से विकसित कर लेता है तो परमाणु हथियार बनाने का रास्ता खुल जाएगा.

तनाव फिर से बढ़ने की आशंकातस्वीर: AP

रिपोर्टों के अनुसार संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया के एक प्रतिनिधि ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रमुख को एक पत्र लिखा है. इसमें कहा गया है कि उसकी यूरेनियम संवर्धन प्रक्रिया अभी तक सफल चरणों से होकर गुज़री है और अब अपने अंतिम दौर में पहुंच गई है.

टकराव की मुद्रा मेंतस्वीर: AP

उत्तर कोरिया प्लूटोनियम आधारित परमाणु डिवाइस का पहले ही दो बार परीक्षण कर चुका है. दूसरा परीक्षण इसी साल मई में किया गया था जिसके बाद प्रतिबंधों को और सख़्त कर दिया गया था. अब यूरेनियम सवंर्धन की प्रक्रिया के आख़िरी दौर में होने का दावा किया गया है.

उत्तर कोरिया का कहना है कि यह क़दम कड़े प्रतिबंधों का एक जवाब है और वह बातचीत और प्रतिबंधों, दोनों के लिए तैयार है. लेकिन अगर कुछ देश बातचीत से पहले प्रतिबंध लगाना चाहते हैं तो फिर उत्तर कोरिया इसका जवाब अपनी परमाणु क्षमता को विकसित करके देगा.

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद पर निशाना साधते हुए उत्तर कोरिया ने कहा कि अप्रैल में उसके रॉकेट लॉन्च पर सुरक्षा परिषद ने प्रतिबंध लगाए जबकि दक्षिण कोरिया के रॉकेट प्रक्षेपण को नज़रअंदाज़ कर दिया गया.

उत्तर कोरिया ने सफ़ाई देते हुए कहा कि उसने कभी बातचीत से परहेज़ नहीं किया है लेकिन अभी तक जो भी बातचीत हुई और जिस तरह से हुई, वह उत्तर कोरिया की संप्रभुता और शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम के अधिकार के ख़िलाफ़ थी. अंतरराष्ट्रीय समुदाय आशंका जताता रहा है कि उत्तर कोरिया का परमाणु कार्यक्रम है जिसमें गुप-चुप तरीक़े से हथियारों के लिए यूरेनियम को संवर्धित करने की प्रक्रिया चल रही है.

कड़े प्रतिबंधों का जवाबतस्वीर: AP

हालांकि अभी तक विशेषज्ञ मानते रहे हैं कि उत्तर कोरिया ने यूरेनियम संवर्धन की क्षमता विकसित नहीं की है. उत्तर कोरिया के इस दावे के बाद अमेरिका सहित अन्य पश्चिमी देशों में चिंता बढ़ सकती है.

उत्तर कोरिया ने हाल के दिनों में विश्व समुदाय के साथ मेलजोल बढ़ाने के संकेत दिए थे. उत्तर कोरिया ने गिरफ़्तार की गई दो अमेरिकी पत्रकारों को रिहा कर दिया था और दक्षिण कोरिया की सीमा पर लोगों की आवाजाही पर लगी रोक को हटा लिया था. उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच बातचीत भी हुई थी लेकिन उत्तर कोरिया के इस रुख़ के बाद तनाव फिर बढ़ने की आशंका है.

रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़

संपादन: आभा मोंढे

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