ऋषि-नीतू को पर्दे पर लाना चुनौती: अरिंदम
६ अक्टूबर २०१०अरिंदम चौधरी के मुताबिक नीतू सिंह के रोल के लिए वह पहले जूही चावला को लेना चाहते थे क्योंकि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि 24 साल बाद नीतू सिंह फिल्मी पर्दे पर वापसी के लिए तैयार हो जाएंगी. ऋषि कपूर से शादी के बाद ही नीतू सिंह ने फिल्मों से नाता तोड़ लिया था लेकिन करीब तीन दशक बाद वह फिर से लौट रही हैं.
दो दूनी चार में वह एक पंजाबी गृहिणी की भूमिका निभा रही हैं. ऋषि फिल्म में भी उनके पति का किरदार निभा रहे हैं. फिल्म इसी हफ्ते रिलीज हो रही है.
अरिंदम बताते हैं, "ऋषि पक्के तौर पर नहीं कह पाए कि क्या नीतू सिंह वापसी के लिए तैयार होंगी. हम फिर जूही चावला के पास गए लेकिन वह 18 साल के बच्चे की मां का किरदार नहीं निभाना चाहती थी. इसलिए फिर हमने नीतू से एक बार और अनुरोध करने का फैसला किया. अच्छी बात यह हुई कि उन्हें स्क्रिप्ट बेहद पसंद आई."
अरिंदम चौधरी अमिताभ बच्चन की द लास्ट लियर और नेशनल अवॉर्ड जीतने वाली फालतू के निर्माता रहे हैं. वह मानते हैं कि ऋषि-नीतू की जोड़ी को दर्शकों के सामने लाना एक उपलब्धि है.
"नीतू ने हमेशा ग्लैमर्स रोल किए हैं लेकि यहां वह पहली बार एक मध्यवर्गीय महिला के रूप में दिखाई देंगी. जितने भी कपड़े उन्होंने पहने हैं उन्हें सरोजनी नगर से खरीदा गया है. हमने उन्हें नई पहचान देने की कोशिश की है."
दो दूनी चार फिल्म में भारतीय शिक्षकों की स्थिति को दर्शाया गया है और यह फिल्म 8 अक्तूबर को रिलीज हो रही है. ऋषि कपूर ने फिल्म में गणित के शिक्षक की भूमिका निभाई है. फिल्म के निर्देशक हबीब फैसल के मुताबिक उन्होंने कई निजी अनुभवों को स्क्रीनप्ले में शामिल किया है.
फैसल का कहना है कि आम तौर पर शिक्षकों का वेतन कम होता है जबकि वे जिन बच्चों को पढ़ाते हैं, वो बड़े आदमी बन जाते हैं. फैसल के पिता खुद एक शिक्षक रहे हैं और अपने बचपन के अनुभवों को उन्होंने फिल्म में साझा किया है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/एस गौड़
संपादन: उ भट्टाचार्य