एक और जर्मन मंत्री पर साहित्यिक चोरी के आरोप
१४ अप्रैल २०११इस बार गाज गिरी है एफडीपी की सिलवाना कॉख-मेहरीन पर. त्सू गुटेनबर्ग की ही तरह कॉख-मेहरीन पर आरोप है कि उन्होंने अपने पीएचडी थीसिस में दूसरों के लेख इस्तेमाल किए और उनके स्रोत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी. कॉख-मेहरीन यूरीपीय संसद की उपाध्यक्ष भी हैं.
छिन सकती है डॉक्टर की उपाधि
"VroniPlag Wiki" नाम की वेबसाइट पर कहा गया है कि कॉख-मेहरीन के 227 पेज के शोध में 20 पेज ऐसे हैं जहां उन्होंने ठीक तरह से स्रोत का नाम नहीं दिया है. हाइडलबर्ग यूनिवर्सिटी के फिलॉसफी विभाग ने कॉख-मेहरीन के शोध पर जांच के आदेश दे दिए हैं. हाइडलबर्ग यूनिवर्सिटी के रेक्टर बैर्नहार्ड आइटल ने बताया, "सब कुछ हमारे खास दल की जांच रिपोर्ट पर निर्भर करेगा. उनके साथ सबसे बुरा यह हो सकता है कि उनसे डॉक्टर की उपाधि छीन ली जाए."
हाइडलबर्ग के अभियोक्ता ने कहा है कि वह हालात पर नजर बनाए हुए हैं और कॉख-मेहरीन को जांच के लिए बुलाया जा सकता है.
सब दरवाजे बंद
जानकारों का मानना है कि यह कॉख-मेहरीन की छवि पर बहुत बुरा असर छोड़ सकता है. कॉख-मेहरीन युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय हैं और बहुत जल्दी वह ऊंचाइयों की ओर निकल पड़ी थीं. लेकिन नकल के आरोप साबित हो जाते हैं तो उनका राजनीतिक करियर समाप्त भी हो सकता है. राजनैतिक विश्लेषक वेर्नर बालसन कहते हैं, "अब जब उन पर साहित्यिक चोरी के आरोप लग रहे हैं, तो इससे उन्हें राजनीतिक तौर पर बहुत बड़ा धक्का लग सकता है. और यह सब ऐसे वक्त में हो रहा है जब उनके आगे बहुत से दरवाजे खुलने जा रहे थे."
इस बीच गुटेनबर्ग के वकील ने कहा है कि उनकी बायरॉयथ यूनिवर्सिटी अगर जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करना चाहती है, तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ईशा भाटिया
संपादन: वी कुमार