एक दो नहीं, 680 मैच फिक्स
४ फ़रवरी २०१३![Barcelona's Andres Iniesta (top) and teammates celebrates Cesc Fabregas' goal against Real Madrid during their Spanish King's Cup semi final first leg soccer match at Santiago Bernalbeu stadium in Madrid January 30, 2013. REUTERS/Juan Medina (SPAIN - Tags: SPORT SOCCER)](https://static.dw.com/image/16563313_800.webp)
यूरोपीय छानबीन में दुनिया भर में सैकड़ों राष्ट्रीय और क्लब मैचों के पहले से फिक्स होने के बारे में सबूत सामने आए हैं. यूरोपीय संघ की अपराध नियंत्रण एजेंसी यूरोपोल और राष्ट्रीय अभियोजन पक्षों की संयुक्त जांच में 680 ऐसे संदिग्ध मैच सामने आए हैं.
यूरोपोल के प्रमुख रॉब वेनराइट ने बताया कि इनमें विश्व कप और यूरोपीय चैंपियनशिप के क्वालिफाइंग मैच भी शामिल हैं. साथ ही इनमें से कुछ चैम्पियंस लीग के लिए यूरोपीय मैच भी हैं. फिक्सिंग के संदिग्ध मैचों में 380 यूरोप में खेले गए और करीब 300 अफ्रीका, एशिया और दक्षिण और मध्य अमेरिका में. कुछ मैचों को लेकर कानूनी कार्रवाई चल रही है जो कि 2008 से 2011 के बीच खेले गए थे.
जड़ें सिंगापुर में
एक जर्मन जांचकर्ता ने फिक्सिंग से जुड़े उस तंत्र का जिक्र किया है जिसके जरिए खिलाड़ियों और रेफरियों तक को पैसे कुरियर से भेजे जाते रहे हैं. उनके अनुसार इन मामलों में शामिल 425 आरोपी खिलाड़ी और अधिकारी करीब 15 देशों में बैठे हैं. उन्होंने बताया कि यह फिक्सिंग तंत्र सिंगापुर का है और वहीं से नियंत्रित होता रहा है.
जर्मनी के बोखुम शहर के प्रमुख जांचकर्ता फ्रीडहेल्म आल्टहांस ने बताया, "हमारे पास 150 मामलों के खिलाफ सबूत हैं. यह तंत्र सिंगापुर से काम कर रहा है और रिश्वत की रकम लगभग एक लाख यूरो प्रति मैच है." फिलहाल किसी भी खिलाड़ी या अधिकारी के नाम सामने नहीं लाए गए हैं. आल्टहांस के अनुसार जांच समिति के पास 80 लाख यूरो के लेन देन के प्रमाण हैं. यूरोपोल के जांचकर्ताओं ने इस छानबीन के दौरान 13,000 ईमेलों का विश्लेषण भी किया.
हंगरी के जांचकर्ता लाजलो अंजेली ने कहा, "इस मामले से जुड़ा एक हंगरी का सदस्य सिंगापुर में बैठे उनके नेता के ठीक नीचे है. उसके जरिए ही हंगरी के रेफरियों के साथ दुनिया भर में होने वाले मैचों के लिए लेन देन और साठ गांठ हुई." उनके अनुसार एक मैच फिक्स होने में 10 अलग अलग देशों में बैठे कम से कम 50 लोग लिप्त हैं.
आसान नहीं फिक्सिंग
फुटबॉल की विश्व आधिकारिक समिति फीफा ने सुरक्षा मामलों के अध्यक्ष राल्फ मुश्खे का जिक्र करते हुए बयान जारी किया है. इसके अनुसार, "विश्व कप क्वालिफाइंग मैचों को फिक्स करना बहुत मुश्किल है, क्योंकि विश्व कप खिलाड़ियों और टीमों के लिए भी बहुत बड़ा मुकाबला है. हम फिर भी बहुत बारीकी से मैचों पर नजर बनाए हुए हैं. अभी तक हमें किसी भी मैच के फिक्स होने पर शक नहीं है."
इससे पहले जांच में यह बात भी सामने आई थी कि विश्व कप मैचों में 2009 में लीस्टेनश्टाइन और फिनलैंड के बीच हुआ मैच और 2007 में नॉर्वे और माल्टा के बीच जून 2007 में हुआ यूरो कप क्वालिफायर भी फिक्स था.
एजेए/एसएफ (रॉयटर्स/ एपी)