एक यूरो में बिकी कार फैक्टरी
११ जुलाई २०१२मित्सुबिशी की नीदरलैंड्स की इस कार फैक्टरी को एक यूरो में वीडीएल ग्रुप ने खरीदा है. सौदे के साथ नीदरलैंड्स की कंपनी वीडीएल ने यह शर्त भी मानी है कि वह मित्सुबिशी के 1,500 कर्मचारियों को नौकरी से नहीं निकालेगी. यूरोप में मित्सुबिशी का यह एकमात्र कार प्लांट था.
मित्सुबिशी मोटर्स ने अपने बयान में कहा, "बातचीत के नतीजों में इस बात पर प्राथमिकता तय की गई कि सभी मौजूदा नेडकार कर्मचारी नई कंपनी के हो जाएंगे. हम इस पर सहमत हुए हैं." नेडकार नीदरलैंड्स में मित्सुबिशी की एक शाखा है.
अनुमान है कि डील से जापानी कंपनी को 35.23 करोड़ डॉलर का नुकसान होगा. जापानी कंपनी यूरोप से पल्ला छुड़ा कर अपने रुख नए उभरते बाजारों की ओर करना चाहती है. उभरते बाजारों में विकास दर विकसित देशों से बहुत ज्यादा है. यही वजह है कि कंपनी इंडोनेशिया और थाइलैंड में नई उत्पादन ईकाइयां लगा रही है. चीन और ब्राजील में उत्पादन बढ़ा दिया गया है.
नीदरलैंड्स के प्लांट में फरवरी से ही उत्पादन बंद था. यूरो जोन संकट और यूरोप में मांग में आई गिरावट के चलते मित्सुबिशी समेत कई कार कंपनियों के लिए मुनाफे में बने रहना मुश्किल हो रहा है. बीते साल मित्सुबिशी ने 11 लाख गाड़ियां बनाई.
जर्मनी की दिग्गज कार कंपनी बीएमडब्ल्यू भी बढ़ती लागत से परेशान है. बीते महीने बीएमडब्ल्यू ने एलान किया कि वह नेडकार के कारखाने में कारें बनवाएगी.
नेडकार प्लांट के लिए 1991 में जर्मनी और बेल्जियम की सीमा के पास एक शहर बसाया गया. मित्सुबिशी मोटर्स, वोल्वो एबी और नीदरलैंड्स सरकार ने मिलकर योजना में हिस्सा लिया. हालांकि 2001 में मित्सुबिशी ने पूरे नेडकार को खरीद लिया. अब यूरोप में बिक्री गिरने के बाद मित्सुबिशी ने भी यहां से अपनी गाड़ी आगे बढ़ा ली है.
मित्सुबिशी मोटर्स ने 2003 से ट्रक, बस और दूसरी व्यावसायिक गाड़ियां बनाने के लिए मित्सुबिशी फूसो कंपनी बनाई जिसमें जर्मनी की कार और ट्रक बनाने वाली कंपनी डाइम्लर का अब 89 फीसदी से ज्यादा शेयर है.
ओएसजे/एमजे (रॉयटर्स)