1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

एडवर्ड, चंद्रपॉल ने दिया भारत को जवाब

१० जुलाई २०११

डोमिनिका टेस्ट के चौथे दिन का खेल खत्म होने तक एडवर्ड और चंद्रपॉल की शानदार बल्लेबाजी की बदौलत वेस्ट इंडीज तीन विकेट खो कर 116 रन बनाने में कामयाब रहा. 143 रन की भारत की लीड से महज 27 रन पीछे.

तस्वीर: AP

एडवर्ड के नाबाद 62 और 25 के स्कोर पर खेल रहे चंद्रपॉल की साझेदारी में बने 76 रनों ने भारतीय गेंदबाजों के इरादों पर पानी फेर दिया. भारत के पास इस साझेदारी को तोड़ने का शानदार मौका था जब हरभजन की गेंद चंद्रपॉल के बल्ले का बाहरी किनारा लेते हुए स्लिप की तरफ गई जिसे लपकने में नाकाम रह कर राहुल द्रविड़ ने इस मौके को गंवा दिया.

दोपहर के भोजन बाद खेल शुरू होने पर टीम इंडिया के गेंदबाजों ने अच्छा कमाल दिखाया. हरभजन की गेंद पर डीप मिड ऑफ में डैरेन ब्रावो लपक लिए गए और तब तक उनके खाते में बस 14 रन ही जुड़े थे. हालांकि एडवर्ड ने खासतौर पर मुकाबले को पलट दिया और टीम इंडिया संघर्ष करती नजर आने लगी.

ईशांत शर्मा की गेंद पर पांचवा चौका लगाकर एडवर्ड ने 87 गेंदों में अपना अर्धशतक परा किया. लंच से पहले शर्मा और प्रवीण कुमार ने मेजबानों को बांध दिया था. पहले सत्र में केवल 26 रन के कुल स्कोर पर ही उनके दो विकेट गिर चुके थे. नई गेंद से गेंदबाजी करने आए इन दोनों खिलाड़ियों ने किरन पॉवेल और एड्रियन बैरथ को चार और छह रन के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया.

इससे पहले भारत के पुछल्ले बल्लेबाजों को एडवर्ड्स ने रन बनाने से रोक दिया और पूरी मेहमान टीम लंच से एक घंटे 10 मिनट पहले 347 के स्कोर पर सिमट गई. वेस्ट इंडीज ने पहली पारी में कुल 204 रन बनाए थे. भारत ने पिछले दिन के स्कोर छह विकेट पर 308 रन से आगे खेलना शुरू किया लेकिन एडवर्ड ने अंतिम चार विकेट में से 3 विकेट लेकर उनकी पारी को जल्दी समेट दिया. बची खुची कसर बारिश ने भी पूरी की. एडवर्ड ने इस मैच में 103 रन दे कर कुल 5 खिलाड़ियों को आउट किया.

वेस्ट इंडीज के इस तेज गेंदबाज ने लगातार दो पारियों में पांच विकेट लेने का कमाल कर दिखाया और 46 मैचों के अपने करियर में उन्होंने 10वीं बार ये कारनामा किया है. वेस्ट इंडीज की तरफ से देवेंद्र बिशू को दो और कप्तान डैरेन सैमी को 2 विकेट मिला.

टीम इंडिया की तरफ से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने सबसे ज्यादा 74 रन बनाए, प्रवीण कुमार ने 27 गेंदों में 23 रन बनाए लेकिन हरभजन, ईशांत और मुनाफ कुछ खास नहीं कर पाए. भारत तीन मैचों की इस सीरीज में 1-0 से आगे चल रहा है. अगर वह सीरीज जीत जाते हैं तो ये पहली भारतीय टीम होगी जो एक ही दौरे पर लगातार वनडे और टेस्ट सीरीज दोनों जीत कर इतिहास रच देगी.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ए कुमार

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें