एथेंस में अदालत के बाहर धमाका
३० दिसम्बर २०१०एक पुलिस अधिकारी ने बताया, "एक टीवी चैनल को आई गुमनाम टेलीफोन कॉल में चेतावनी दी गई कि कोर्ट के बाहर खड़ी मोटरसाइकल में विस्फोटक सामग्री रखी है जिसमें 40 मिनट के भीतर धमाका हो जाएगा." पुलिस ने धमाके से पहले अदालत की इमारत को खाली करा लिया. पुलिस का कहना है कि इसी मोटरसाइकल से धमाका हुआ.
धमाके से आसपास की इमारतों की खिड़कियां टूट गईं और आठ गाड़ियों को नुकसान हुआ है. अभी तक किसी ने इस धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है. अदालत से 50 मीटर की दूरी पर रहने वाली एक महिला ने बताया, "यह बहुत ही ताकतवर धमाका था. मैं अपने नाती पोतों के साथ रसोई में थी कि पूरी बिल्डिंग हिल गई. हमने धुआं और लपटें उठती हुई देखीं."
सरकार ने इस धमाके की निंदा की है. उप परिवहन मंत्री स्पीरोस वोगियास ने कहा, "हम इस कार्रवाई की निंदा करते हैं. निर्दोष लोगों की जान को खतरे में डाल कर दुनिया को बदलने की कोशिश करने का कोई मतलब नहीं है." पुलिस अधिकारी ने बताया कि फोन करने वाले ने 40 मिनट पहले ही खबरदार कर दिया था और मोटरसाइल की नंबर प्लेट भी बताई जिससे साफ होता है कि धमाके करने वालों का इरादा लोगों को मारना नहीं था.
ग्रीस में वामपंथी हिंसा का दशकों पुराना इतिहास रहा है. दिसंबर 2008 के दंगों के बाद कुछ गुट अधिक सक्रिय हो गए हैं. ये दंगे पुलिस की गोलीबारी में एक किशोर की मौत के बाद भड़के. ग्रीस के वामपंथी चरमपंथी सरकारी इमारतों, पुलिस थानों और बैंकों को निशाना बनाते हैं. वे ज्यादातर रात में अपनी कार्रवाइयां अंजाम देते हैं और पहले से चेतावनी भी जारी करते हैं.
नवंबर में एथेंस में कई दूतावासों और यूरोप के विभिन्न देशों में कई सरकारी दफ्तरों में पार्सल बम भेजे गए जिनकी जिम्मेदारी ग्रीस के पूंजीवाद विरोधी गुटों ने ली.
रिपोर्ट: एजेंसियां/ए कुमार
संपादन: महेश झा