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एनर्जी कोटबुसः पूरे दमखम के साथ

२२ जनवरी २००९

कोच बोयान प्रासनिकर कोटबुस शहर के हीरो हैं. आखिर बुंडेसलीगा तक पहुंचने के बाद एनर्जी कोटबुस की टीम वहां बनी हुई है. हालांकि पिछले साल आख़िरी दम तक मामला अधर में लटका हुआ था.

डेनिस सोएरेनसेनतस्वीर: AP

स्लोवेनिया से आए कोच कहते हैं कि कोई बहाना नहीं, इस बार भी बुंडेसलीगा में बने रहना है.

क्लब को पता है कि यह आसान नहीं है – ख़ासकर पूरब की एक टीम के लिए, जो धीरे-धीरे बुंडेसलीगा की पश्चिमी दुनिया में अपनी जगह बना रही है. वैसे मैनेजर स्तेफ़ेन हाइड्रिष की राय में प्रदर्शन इस बार बेहतर होना चाहिए, क्योंकि मोटे तौर पर पिछले साल की टीम बनी हुई है. जहां ज़रूरत थी, बेहतरी लाई गई है.

गेरहार्ड ट्रेमेलतस्वीर: AP

पूरब की टीम, यानी खिलाड़ियों की ख़रीद के मामले में बटुए पर नज़र रखनी पड़ती है. एमिल युला के लिए गालाटी को 7 लाख यूरो देने पड़े हैं, सावो पाविसेविच के लिए एफ़ के वोयवोदिना नोवी साद को 3 लाख यूरो. बाक़ी जो खिलाड़ी आए हैं, फ़ुटबॉल की दुनिया में वे मशहूर नाम नहीं हैं. लेकिन ऐसे ही खिलाड़ियों के बीच से कल के स्टार्स उभरते हैं. कोच प्रासनिकर का नारा है – पिछले साल से बेहतर होना है. कम से कम 13वें स्थान पर तो आना ही पड़ेगा.

लेकिन फिलहाल टीम 16वें स्थान पर है. और इसकी वजह है 10 खेलों में हार. जीत की संख्या 3 है और ड्रॉ 4. बेहतरी आसान नहीं होगी.

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