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एबटाबाद से विदेशी मीडिया के प्रसारण पर रोक

९ मई २०११

पाकिस्तान में मीडिया पर नजर रखने वाली संस्था ने एबटाबाद से अंतरराष्ट्रीय मीडिया के लाइव प्रसारण करने पर रोक लगा दी है. एबटाबाद के ही एक विशाल घर में एक हफ्ता पहले ओसामा बिन लादेन को मार गिराया गया.

A Pakistani police officer stamps out a burning tyre, set on fire by supporters of the Jamaat-e-Islami religious group, during an anti American rally in Abbottabad, Pakistan, Friday, May 6, 2011. Osama bin Laden was killed by a helicopter-borne U.S. military force on Monday, in a fortress-like compound on the outskirts of Abbottabad. (AP Photo/Muhammed Muheisen)
तस्वीर: AP

2 मई को अमेरिकी सेना के ऑपरेशन के बाद से एबटाबाद में अंतरराष्ट्रीय मीडिया का जमावड़ा लगा हुआ है. लेकिन स्थानीय अधिकारियों के आदेश के बाद रविवार को लगभग सभी अंतरराष्ट्रीय पत्रकार एबटाबाद से चले गए.

लाइव प्रसारण नहीं

पाकिस्तान इलेक्ट्रॉनिक मीडिया रेग्युलेटरी अथॉरिटी ने शनिवार देर रात एलान किया कि विदेशी सैटलाइट टीवी चैनलों के "अवैध अपलिंकिंग और लाइव प्रसारण" पर रोक लगा दी गई है. माना जा रहा है कि यह कदम घटना की ज्यादा कवरेज रोकने के लिए उठाया गया है.

तस्वीर: picture-alliance/dpa

पिछले एक हफ्ते से एबटाबाद के होटल विदेशी पत्रकारों, कैमरामैन और फोटोग्राफरों से भरे हुए थे. पत्रकारों ने बताया कि उन्हें कहा गया कि अगर उनके पास विशेष इजाजत नहीं है तो उन्हें फौरन शहर छोड़ना होगा. ज्यादातर विदेशी पत्रकारों ने शहर छोड़ दिया.

पत्रकारों को शहर से बाहर भेजने के लिए सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारियों और जिला प्रशासन ने होटलों और गेस्ट हाउसों के चक्कर लगाए. उन्होंने होटल स्टाफ को पत्रकारों को शहर से बाहर चले जाने के लिए कहने के निर्देश दिए. सूत्रों के मुताबिक अब कुछ ही विदेशी पत्रकार एबटाबाद में रह पाएंगे. ये वे पत्रकार हैं जो पाकिस्तान में ही काम कर रहे हैं.

क्यों असहज है सरकार

नियामक के इस आदेश का कम से कम नौ विदेशी न्यूज चैनलों के प्रसारण पर असर पड़ा है जिनमें सीएनएन, बीबीसी, फॉक्स न्यूज, एनबीसी न्यूज, अल जजीरा, वॉयस ऑफ अमेरिका और स्काई न्यूज शामिल हैं.

पाकिस्तान के इस कदम को सरकार और सेना को नापसंद सवालों से बचाने की कवायद के तौर पर देखा जा रहा है. विदेशी न्यूज चैनलों में इस तरह के सवाल उठ रहे हैं कि कैसे ओसामा पाक सरकार की नाक के नीचे पांच साल तक छिपा रहा.

रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार

संपादनः उभ

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