एमएच 17 विमान हादसे के पांच साल
१७ जुलाई २०१९______________
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एमएच 17: कब क्या हुआ
17 जुलाई 2014 को मलेशियन एयरलाइंस का विमान मार गिराया गया. मारे गए लगभग 300 लोगों को छोड़ पूरा मामला राजनीति में उलझ गया. यहां तक कि शवों को लेकर भी बवाल मचा. देखते हैं कि कब क्या हुआ.
बदकिस्मत उड़ान
नीदरलैंड्स की राजधानी एम्सटरडम से क्वालालंपुर जा रहा मलेशियाई एयरलाइंस जब यूक्रेन के ऊपर से उड़ रहा था, तभी इसे मार गिराया गया. इसमें सवार 298 यात्री और चालक दल के सदस्य मारे गए.
कई किलोमीटर बिखरे
हवा में विमान के परखच्चे उड़ गए और यह इसके टुकड़े कई किलोमीटर दूर तक फैल गए. इसके बाद शुरू हुआ आरोप प्रत्यारोप का दौर. इस इलाके में यूक्रेन के रूस समर्थक विद्रोहियों का कब्जा है.
एड्स रिसर्च को नुकसान
हवाई जहाज में कुछ ऐसे रिसर्चर थे, जो एड्स पर काफी गहन रिसर्च में लगे थे. विमान के साथ वे भी नष्ट हो गए. वैज्ञानिक जगत ने इस पर खास तौर पर शोक जताया और कहा कि एड्स के इलाज के लिए हो रहे रिसर्च को भारी झटका पहुंचा.
रूस पर आरोप
यूक्रेन का आरोप है कि इस हमले के पीछे रूस का शह काम कर रहा था. अमेरिका का तो यह भी दावा है कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि हमला रूसी मिसाइल से किया गया, जो जमीन से हवा में मार कर सकने में सक्षम है.
पुतिन की सफाई
रूसी राष्ट्रपति ने इसके लिए यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि अगर उसने इस इलाके में 28 जून को सैनिक कार्रवाई शुरू नहीं की होती, तो शायद मलेशियाई एयरलाइंस के इस विमान को इस तरह नष्ट नहीं होना पड़ता.
जांच में अड़चन
इसके बाद जांचकर्ताओं के लिए मुश्किल खड़ी हुई. उन्हें सुरक्षित जाने की जगह नहीं मिल रही थी, जिसके बाद रूस ने दखल देते हुए कहा कि अंतरराष्ट्रीय जांचकर्ताओं को हादसे की जगह तक पहुंचने के लिए सुरक्षित रास्ते की गारंटी देनी चाहिए.
हॉलैंड के नेतृत्व में
विमान में सबसे ज्यादा 193 मुसाफिर नीदरलैंड्स के थे. वह इस मामले की जांच अपने स्तर पर करना चाहता है. इसमें अड़चन आती देख हॉलैंड के प्रधानमंत्री ने संसद में कहा, "इस काम के लिए हमने सभी विकल्पों को खुला रखा है." फिर डच जांचकर्ता वहां पहुंचे.
ट्रेन का इंतजाम
इस बीच चार दिनों में शवों के साथ खराब बर्ताव के भी आरोप लगे. लेकिन विश्व बिरादरी के बीच बचाव करने के बाद शवों को खास रेफ्रिजरेटेड रेलगाड़ी में डाल कर भेजने की व्यवस्था की गई.
खास डिब्बे
खास ठंडे डिब्बों में इन शवों को डाला गया. अब नीदरलैंड्स के विशेष फॉरेंसिक प्रयोगशाला में इनकी जांच की जाएगी. इस बीच मलेशिया से भी विशेष जांच अधिकारी यूक्रेन पहुंच चुके हैं. चार महीने के अंदर दूसरी बार कोई मलेशियाई विमान हादसे का शिकार हुआ है.
अपनों की याद
हॉलैंड में अपनों की याद में लोगों ने मोमबत्तियां जलाईं और दुआ प्रार्थना की. मार्च में मलेशिया एयरलाइंस का एक विमान लापता हो गया, जिसका आज तक कोई पता नहीं लग पाया है.