103 लोगों और बेहद ज्वलनशील ईंधन से भरा एक विमान उड़ान भरने के कुछ ही सेकेंडों बाद क्रैश हो गया. मलबे ने तुरंत आग भी पकड़ ली लेकिन हादसे में किसी की जान नहीं गई.
तस्वीर: picture-alliance/Xinhua
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एयरलाइन कंपनी एयरोमेक्सिको के विमान ने डुरांगो एयरपोर्ट से मेक्सिको सिटी के लिए उड़ान भरी. लेकिन 31 जुलाई 2018 को शाम चार बजे भरी गई उड़ान विमान की आखिरी यात्रा साबित हुई. बारिश और ओलावृष्टि के बीच विमान जैसे ही हवा में ऊपर उठा वैसे ही अचानक एक तेज झटका लगा. इसके बाद विमान एक तरफ झुकता हुआ सीधा जमीन पर गिरने लगा. विमान का बायां डैना जमीन से टकराया और उसके बाद कुछ मीटर फिसलता हुआ जमीन पर क्रैश हो गया.
इसके बाद जो कुछ भी हुआ वो चमत्कार से कम नहीं था. विमान में सवार 99 यात्री और चालक दल के चार सदस्यों बाल बाल बच गए. विमान के आग पकड़ने के बावजूद ज्यादातर लोग तो खुद मलबे से बाहर निकले. लोगों के सुरक्षित दूरी पर पहुंचने के बाद विमान में आग ने विकराल रूप ले लिया और कुछ ही मिनटों के भीतर विमान राख हो गया.
अधिकारियों के मुताबिक कुछ ही लोगों को गंभीर चोटें आई हैं. गंभीर रूप में घायल होने वाले लोगों में विमान का एक पायलट भी शामिल हैं. उसकी रीढ़ की हड्डी में चोट आई है. राज्य के गवर्नर खोसे रोसास ऐसपुरो के मुताबिक, टेक ऑफ करने के फौरन बाद विमान तेज तूफान के संपर्क में आया.
रनवे से कुछ ही दूरी पर बिखरा मलबातस्वीर: Getty Images/AFP/K. Alcantar
हादसे को बयान करते हुए एक मुसाफिर ने कहा, "हम हवा में ऊपर जा रहे थे, ऐसा लग रहा था कि कुछ ही देर में विमान सीधा हो जाएगा और आगे की उड़ान भरेगा लेकिन तभी वह सीधा जमीन पर गिरने लगा."
जैकलीन फ्लोरेस नाम की एक यात्री ने कहा, "विमान रनवे से टकराया और फिर फिसलता हुआ कई मीटर आगे गया. विमान के रुकने के बाद मैंने अपनी सीट बेल्ट खोली. इस बीच बाहर आग दिख रही थी, विमान के टूटने की वजह से मेरे बगल में एक बड़ा छेद बन गया था. मैंने अपनी बेटी से कहा कि हमें यहीं से कूद मारनी है और फिर हम कूद पड़े."
एयरपोर्ट अधिकारियों ने हादसे के लिए बुरे मौसम को जिम्मेदार ठहराया है. अधिकारियों के मुताबिक एयरोमेक्सिको की फ्लाइट से ठीक पहले भी एक विमान से उड़ान भरी थी. लेकिन भारी ओलावृष्टि के चलते उस विमान को वापस लौटकर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी.
(मौत के मुंह से लौटे लोग)
मौत के मुंह से लौटे लोग
हवाई हादसों में जिंदा बच जाना किसी चमत्कार से कम नहीं होता. कुछ मामलों में पायलटों का जबरदस्त हुनर जान बचाता है तो कभी कभी किस्मत साथ देती है. देखिये ऐसे ही चमत्कारों को.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/A. Thura
रसियन एयरलाइंस, मई 2019
78 लोगों को लेकर यात्रा कर रहा रसियन एयरलाइंस का विमान मॉस्को से मर्मास्क जा रहा था. तकनीकी खराबी के चलते उसे वापस मॉस्को हवाई अड्डे पर वापस लौटना पड़ा. लैंड करते समय विमान एक बार उछल गया जिससे उसमें आग लग गई. विमान में आग लगने से 41 लोगों की मौत हो गई. लेकिन 37 लोगों की जान बच गई.
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एमिरेट्स, अगस्त 2016
300 लोगों के साथ भारत के तिरुअनंतपुरम से दुबई के लिए निकले एमिरेट्स के विमान को पायलटों की सूझबूझ ने बचा लिया. विमान के लैंडिंग गियर में खराबी आई. उतरने से पहले उसके पहिये नहीं खुले. इसके बावजूद पायलटों ने विमान को उतार दिया. इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान विमान में आग जरूर लगी, लेकिन उसे काबू कर लिया गया. विमान में 226 भारतीय सवार थे.
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सिंगापुर एयरलाइंस, जून 2016
222 यात्रियों और चालक दल के 19 सदस्यों के साथ सिंगापुर से मिलान के लिए निकले विमान को टेक ऑफ के दो घंटे बाद इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी. पायलटों को लगातार ऑयल वॉर्निंग मिल रही थी. इमरजेंसी लैंडिंग के दौरान विमान में आग लग गई. संयोग से सभी लोग बाल बाल बचे.
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टर्किश एयरलाइंस, मई 2015
97 लोगों के साथ इटली के मिलान शहर से तुर्की के लिए निकले टर्किश एयरलाइंस के एक विमान में आग लग गई. दाहिने इंजन में लगी आग के बाद पायलटों ने इंस्ताबुल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग की. रनवे पर फिसलता हुआ विमान बहुत मुश्किल से काबू हुआ. हादसे में किसी की जान नहीं गई.
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एयर कनाडा, मार्च 2015
भारी बर्फबारी के बाद हैलीफैक्स एयरपोर्ट उतर रहा विमान रनवे पर फिसल गया. क्रैश लैंडिंग में 23 लोगों को चोट आई लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ.
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एशियाना एयरलाइंस, जुलाई 2013
अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को एयरपोर्ट पर लैंड करने से ठीक पहले विमान के पिछले पहिये एयरपोर्ट और समुद्र के बीच बनी दीवार से टकराये. पायलटों की गलती के कारण हुए इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई. 314 लोग बाल बाल बचे.
तस्वीर: Reuters
एंतोनोव-30, मई 2012
रूसी सेना का एएन-30 विमान प्राग में उतरने की तैयारी कर रहा था, तभी विमान में आग लग गई. पायलटों ने जबरदस्त क्षमता का प्रदर्शन करते हुए आग के गोले में तब्दील विमान को पास के खेतों में उतार दिया. हादसे में 23 लोगों की जान बची. सात जख्मी हुए.
तस्वीर: dapd
लोट पोलिश एयरलाइंस, नवंबर 2011
220 यात्रियों और 11 क्रू मेम्बरों के साथ पोलैंड का यह विमान जैसे ही उतरने को तैयार हुआ तभी पायलटों को पता चला कि विमान के पिछले पहिये नहीं खुल रहे हैं. काफी कोशिश करने के बाद भी लैंडिंग गियर नहीं खुला. इसके बाद पायलटों ने बिना पहियों के इमरजेंसी लैंडिंग की तैयारी की. पायलटों ने बहुत ही खूबसूरती से विमान को घिसटाते हुए लैंड करा दिया. विमान में सवार सभी लोगों को नया जीवन मिला.
तस्वीर: picture-alliance/dpa
यूएस एयरवेज, जनवरी 2009
न्यू यॉर्क से उड़ान भरते ही विमान से पंछी टकराये, इसकी वजह से एक इंजन फेल हो गया. थोड़ी देर बाद दूसरा इंजन भी फेल हो गया. विमान की कमान संभाल रहे पूर्व एयरफोर्स पायलट चेस्ली सुलेनबर्ग ने विमान को वापस एयरपोर्ट पर लाने की कोशिश की. लेकिन जब उन्हें लगा कि यह मुमकिन नहीं है तो सुलेनबर्ग ने बेहद सावधानी से विमान को हडसन नदी में उतार दिया. विमान में सवार सभी 155 लोग बाल बाल बचे.
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एयर कनाडा, जुलाई 1983
एयर कनाडा के पायलट ने अपना जबरदस्त हुनर दिखाते हुए 69 लोगों की जान बचाई. 41,000 फुट की ऊंचाई पर विमान का तेल खत्म हो गया. ग्लाइडर उड़ाने का लंबा अनुभव रखने वाले कैप्टन रॉबर्ट पीयर्सन ने विमान को ग्लाइडर की तरह उड़ाते हुए एक रेसिंग ट्रैक पर उतार दिया.