पावो जैर्वी की जर्मन चैंबर फिलहार्मोनी के साथ जुगलबंदी
१८ फ़रवरी २०२१पावो जैर्वी एस्टोनिया के संगीत निदेशक हैं. 2010 में उन्हें बीथोफेन के संगीत के प्रदर्शनों के लिए साल के सर्वोत्तम कंडक्टर के पुरस्कार से नवाजा गया था. 2019 में उन्हें फिर से ये सम्मान मिला, ऑर्केस्ट्रे दे परिस के साथ प्रदर्शित सिबेलिउस सिंफोनी साइकिल के लिए. चौथी शताब्दी ईसापूर्व में कोरियोलान नाम का एक रोमन सैनिक अफसर हुआ करता था. वह ऐसे युद्ध लड़ता जो उसका देश नहीं चाहता था. इसलिए उसके देश आने पर रोक लगा दी गई थी. तो फिर उसने रोम के दुश्मनों से दोस्ती कर ली. बीथोफेन की इस रचना में कोरियोलान को दोहरे चरित्र वाले हीरो के रूप में दिखाया गया है. इसे संगीत की धुनों में महसूस किया जा सकता है, कभी क्रोधित तो कभी भावुक.
माक्स ब्रुख का पहला वायलिन कंसर्ट उनके लिए मिली जुली खुशिया लेकर आया था. हर कोई उनकी यही रचना सुनना चाहता था. ब्रुख ने एक बार एक वायलिन वादक को कहा था, जाओ मेरी दूसरी रचनाएं बजाओ, वे बेहतर नहीं तो भी पहले जितनी अच्छी तो हैं ही. पावो जैर्वी माक्स ब्रुख को कमतर आंका गया संगीतकार मानते हैं.उन्हें ब्रुख की दूसरी रचनाएं भी पसंद हैं, लेकिन बजाई उन्होंने भी उनकी वही लोकप्रिय रचना. इस कंसर्ट की सोलो संगीतकार हैं नीदरलैंड की जनीन यानसेन. संगीतकारों के परिवार में पैदा हुई जनीन ने 1998 में पढ़ाई खत्म होने के बाद अपना करियर शुरू किया और तब से अक्सर ब्रेमेन चैंबर फिलहार्मोनिक के लिए प्रदर्शन करती रही हैं.
जर्मन चैंबर फिलहार्मोनिक के प्रदर्शन का दूसरा भाग
लुडविष फान बीथोफेन की सिंफनी रचनाओं की बहुत सारी रिकॉर्डिंग मौजूद है और उन्हें बीथोफेन जयंती वर्ष में बहुत तवज्जो भी मिली है. पर ब्रेमेन चैंबर फिलहार्मोनिक का प्रदजर्शन बहुत खास है . पावो जैर्वी के लिए बीथोफेन के संगीत में कुछ खास है, वह बहुत आग्रही और अस्तित्ववादी है. वे कहते हैं कि बीथोफेन के संगीत के साथ उन्हें अपरिहार्यता का अहसास होता है. यह संगीत अन्याय के खिलाफ प्रतिरोध करता है, भावनात्मकता के खिलाफ और सच पर चढ़े हर मुलम्मे के खिलाफ.
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