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ऑनलाइन शॉपिंग में टेमू की सनसनी कब तक कायम रहेगी

टिमोथी रुक्स
१ मार्च २०२४

चीन के ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म टेमू ने दुनिया में हलचल मचा दी है. कंपनी ने कम समय में ही बाजार में बड़ी हिस्सेदारी हासिल की है, लेकिन उसके सामने एक बड़ी चुनौती यह है कि प्रचार को मुनाफे में कैसे बदला जाए.

सस्ता होने की वजह से टेमू के कद्रदानों की तादाद बढ़ती जा रही है
ऑनलाइन शॉपिंग की दुनिया में टेमू ने हलचल मचा दी हैतस्वीर: Jakub Porzycki/NurPhoto/picture alliance

शुरुआती कंपनी के तौर पर टेमू को भी तमाम संघर्षों से गुजरना पड़ रहा है. चीन में जड़ें जमा चुके बेहद कम लागत वाले इस ऑनलाइन शॉपिंग प्लेटफॉर्म के खिलाफ शिकायतों की सूची बहुत लंबी है.

पहले तो पश्चिमी विशेषज्ञ इस बात को लेकर चिंतित थे कि कंपनी उपयोगकर्ताओं की डेटा माइनिंग कर सकती है. चीनी सरकार के हस्तक्षेप के आरोपों को शांत करने के लिए, टेमू की मालिक कंपनी पीडीडी होल्डिंग्स ने कानूनी रूप से अपना ठिकाना आयरलैंड में स्थानांतरित कर दिया और टेमू खुद बोस्टन में स्थानांतरित हो गया. इन सबके बाद भी अब नई-नई समस्याएं सामने आ रही हैं.

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फिलहाल कंपनी के लगातार विज्ञापन से बचना मुश्किल है. उन्होंने इस साल के सुपरबाउल में ‘शॉप लाइक ए बिलियनेयर' नाम से एक और विज्ञापन पेश किया जो कई बार चला. अमेरिकी निवेश बैंक जेपी मॉर्गन चेज के मुताबिक, पिछले साल टेमू ने मार्केटिंग पर 1.7 अरब डॉलर खर्च किए और उम्मीद है कि कंपनी इस साल 3 अरब डॉलर खर्च करेगी.

अमेरिका में सितंबर 2022 से उपलब्ध टेमू जल्दी ही वहां सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप बन गया. पिछले साल टेमू अमेरिका के अलावा यूके, फ्रांस और जर्मनी में सबसे ज्यादा डाउनलोड किया जाने वाला ऐप था.

टेमू एक बार में एक ही पैकेट भेजता है और इस तरह आयात शुल्क बचाता हैतस्वीर: Nikos Pekiaridis/NurPhoto/picture alliance

कंसल्टिंग फर्म जीडब्ल्यूएस मैग्नीफाई के अनुसार, शायद यूजरों की उम्र लगातार बढ़ती जा रही है, जिससे पुराने यूजरों के बीच ऐप की स्थायी अपील का पता चलता है. वास्तव में, यूके और यूएस दोनों ही देशों में सबसे बड़े यूजर 55 वर्ष से ज्यादा आयु वर्ग के ही हैं.

इलेक्ट्रॉनिक्स, असुरक्षित खिलौने और नकली सामान

अमेजॉन, जर्मनी के जलैंडो या ऐसे ही दूसरे ऑनलाइन रीटेलर कंपनियों के विपरीत, टेमू व्यवासय में बिचौलियों की भूमिका को खत्म कर देती है और खरीदारों को सीधे चीन के निर्माताओं से जोड़ती है. उसके बाद सामान चीनी कारखानों या गोदामों से सीधे खरीदारों के घर पर भेज दिया जाता है.

मौजूदा ई-कॉमर्स मानदंडों के साफ उलट में, टेमू पर खरीदारी करने वालों के लिए सामान की जल्द डिलीवरी या फिर उसी दिन डिलीवरी कोई मायने नहीं रखती. इन यूजरों के लिए तो सबसे महत्वपूर्ण है सस्ता सामान जो बाजार में सबसे कम कीमत पर मिले. इसके लिए उन्हें एक या दो हफ्ते का इंतजार भी करना पड़े तो भी कोई दिक्कत नहीं है.

टोरंटो स्थित खुदरा विश्लेषक और लेखक ब्रूस विंडर टेमू पर तभी से नजर रख रहे हैं जब कंपनी ने पहली बार बाजार में दस्तक दी थी. ब्रूस विंडर कहते हैं, "यह टिकाऊ नहीं हो सकता है क्योंकि टेमू बाजार में हिस्सेदारी हासिल करने के लिए कम कीमतों में चीजों को बेच रहा है. यानी अपनी प्रतियोगी कंपनियों की तुलना में बहुत कम कीमत पर.”

टेमू पर घटिया और खराब इलेक्ट्रॉनिक्स सामान, असुरक्षित खिलौने, ट्रेडमार्क वाले उत्पादों के नकली सामान और खोए हुए पैकेजों के तमाम आरोप हैं. जाहिर है कि ऐसे मामलों पर भी उसे सफाई देनी होगी. जर्मन सरकार ने भी नोटिस लिया है जिसमें कहा गया है कि इस प्लेटफॉर्म के जरिए आने वाले पैकेजों की और सतर्क निगरानी की जाएगी.

विंडर को उम्मीद है कि टेमू को इस तरह की अभी आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा क्योंकि कंपनी का विकास जारी है. वो चेतावनी देते हैं कि यदि उसे लंबे समय तक बने रहना है तो उसे ऐसे मुद्दों का समाधान करना ही होगा.

डीडब्ल्यू से बातचीत में वो कहते हैं, "यदि टेमू चुनौतियों का जवाब देता है, तो इससे उनके व्यवसाय की लागत बढ़ जाएगी और इसके परिणामस्वरूप सामानों की कीमतें भी बढ़ सकती हैं.”

विंडर इस बात पर जोर देते हैं कि कंपनी की वैधता से कम कुछ भी दांव पर नहीं है क्योंकि यह डेटा गोपनीयता, पर्यावरणीय स्थिरता, बौद्धिक संपदा अधिकार और कारखाने की कामकाजी स्थितियों का पता लगाता है.

टेमू: एक समय में एक पैकेज एयर कार्गो लेना

पूरे अमेरिका और यूरोप में शिपिंग कंपनियों और सीमा शुल्क अधिकारियों को टेमू पैकेजिंग के रूप में बहुत सुनहरी संभावनाएं दिख रही हैं. रॉयटर्स ने हाल ही में बताया है कि टेमू चीन से दुनिया भर में एक दिन में करीब चार हजार टन सामान भेजता है.

टेमू उन सभी पैकेजों को एक जगह से दूसरी जगह भेजने के लिए दुनिया भर में उपलब्ध एयर कार्गो का एक बड़ा हिस्सा इकट्ठा कर रहा है. इससे शिपिंग लागत बढ़ रही है और कुछ जगहों पर जहाजों की कमी भी पड़ रही है.

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पिछले साल जून में, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी पर यूएस हाउस सेलेक्ट कमेटी ने एक अंतरिम रिपोर्ट प्रकाशित की थी जिसमें कहा गया था कि टेमू और फास्ट फैशन रिटेलर शीन न्यूनतम नियम के तहत हर दिन अमेरिका में करीब छह लाख पैकेज भेजते हैं. इस नियम के तहत हर व्यक्ति 800 डॉलर से कम कीमत के सामान को बिना किसी आयात शुल्क के ला सकता है.

उन्होंने गणना की कि दोनों कंपनियां न्यूनतम प्रावधान के तहत अमेरिका में आयातित सभी पैकेजों के 30 फीसदी से ज्यादा के लिए जिम्मेदार थीं. यह लाभ दूसरे लोग नहीं लेते. साल 2022 में, कपड़े के खुदरा विक्रेता गैप ने अमेरिकी आयात शुल्क में 70 करोड़ डॉलर का भुगतान किया और स्वीडिश खुदरा विक्रेता एच एंड एन ने 20.5 करोड़ डॉलर का भुगतान किया क्योंकि वे व्यक्तिगत रूप से पैक किए जाने के बजाय कंटेनरों में थोक में सामान आयात करते हैं.

यूरोपियन संघ के रडार पर

यूरोपीय संघ में सिर्फ 150 यूरो से कम कीमत वाले पैकेज ही आयात शुल्क से मुक्त हैं. यूरोपीय आयोग के अनुसार, साल 2022 में, करीब एक अरब मामले ऐसे दर्ज किए गए जिन्होंने अपनी कस्टम शुल्क की घोषणा में अपने सामान की कीमत कम करके दिखाई थी. प्रारंभिक आंकड़े बताते हैं कि पिछले साल यह संख्या बढ़कर दो अरब हो गई. लगातार बढ़ती यह मात्रा अधिकारियों के लिए मुसीबत खड़ी कर रही है.

यूरोपीय आयोग ने मई 2023 में बिना किसी खास कंपनी के नाम का उल्लेख किए हुए लिखा, "एक अनुमान के मुताबिक यूरोपीय संघ में प्रवेश करने वाले करीब 65 फीसद पार्सल यूरोपीय संघ की इस छूट का फायदा लेने के लिए अपने सीमा शुल्क घोषणा में सामान की कीमत जानबूझकर कम दिखाते हैं.”

कुछ कंपनियां ऐसी हैं जो अपनी चीजों की कीमत कम नहीं करती हैं बल्कि वे सामान को इस तरह से पैक करती हैं कि ये प्रति पैकेज 150 यूरो की सीमा के भीतर ही रहे. यानी वे अपने बड़े ऑर्डर्स को छोटे-छोटे पैकेटों में बांट देती हैं जिससे पैकेटों की संख्या बढ़ जाती है लेकिन उन पैकेटों में रखे सामान 150 यूरो से कम के होते हैं.

किसी भी कीमत पर बाजार में हिस्सेदारी बनाए रखना है

हालांकि पैकेजों से भरे हवाई जहाज और डिलीवरी ट्रक पूरी बात नहीं बताते हैं. वास्तव में, टेमू को लेकर शुरुआती प्रचार कमजोर हो सकता है.

जीडब्ल्यूएस मैग्नीफाई के मुताबिक, नवंबर 2023 तक ब्रिटेन में 1.7 करोड़ और अमेरिका में सितंबर 2023 में 8.32 करोड़ यूजरों की संख्या के साथ शीर्ष पर पहुंचने के बाद टेमू के मासिक सक्रिय यूजरों की संख्या धीमी हो गई है. तब से दोनों बाजारों में उपयोगकर्ताओं की संख्या में गिरावट आई है.

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हालांकि जीडब्ल्यूएस मैग्नीफाई का यह भी कहना है कि यूके में, यूजर अब एमेजॉन और ईबे जैसे दूसरे ऑनलाइन खुदरा विक्रेताओं की तुलना में टेमू पर काफी ज्यादा समय बिताते हैं. फरवरी में, टेमू यूजरों ने एमेजॉन पर आठ मिनट की तुलना में टेमू ऐप पर हर दिन औसतन 21 मिनट बिताए. अमेरिका में, एमेजॉन पर 11 मिनट की तुलना में टेमू पर यह आंकड़ा प्रतिदिन 23 मिनट था.

टेमू के लिए नए उपयोगकर्ताओं को अपनी ओर आकर्षित करना कठिन होता जा रहा है. फिर भी टेमू यथासंभव न्यूनतम कीमतों पर खरीदारों को लुभाने के लिए प्रतिबद्ध है. कई विशेषज्ञों का मानना है कि कंपनी बाजार की हिस्सेदारी हासिल करने की चाहत में प्रत्येक आइटम पर नुकसान झेल रही है. जबकि कुछ अन्य विशेषज्ञ कहते हैं कि यह जल्द ही ज्यादा महंगी वस्तुओं पर फोकस करेगी.

हालांकि टेमू ने 2023 की तीव्र वृद्धि को बरकरार नहीं रखा है, फिर भी अमेरिका और ब्रिटेन में प्रमुख खुदरा विक्रेताओं के बीच इसकी स्थिति पर विवाद नहीं किया जा सकता है. जीडब्ल्यूएस मैग्निफाई के सीईओ पॉल कार्टर का कहना है कि ऐसा ‘ग्राहक यात्रा' पर कंपनी के फोकस की वजह से है.

डीडब्ल्यू से बातचीत में वो कहते हैं, "टेमू ने एक महत्वपूर्ण उपयोगकर्ता और एक लचीले उपयोगकर्ता को आधार बनाया है जो वृद्ध महिलाओं के बीच विशेष रूप से लोकप्रिय है.”

वो कहते हैं कि टेमू की सफलता की कुंजी व्यक्तिगत पुरस्कार और गेमिफाइड शॉपिंग सुविधाओं जैसी चीजों को शामिल करने में है जो लोगों को ऑनलाइन बनाए रखती हैं. दूसरे किसी भी प्रतियोगी के लिए, उस तरह की फीचर्स को शामिल करना आसान नहीं होगा.

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