सीसीटीवी फुटेज के सामने आने के बाद ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र ने बाल कैदियों के खिलाफ हुड और कंट्रोल में रखने के कदमों के इस्तेमाल को रोक दिया गया है. वीडियो फुटेज में बच्चों के ऊपर टीयर गैस का इस्तेमाल और एक अधनंगे कैदी को सर ढक कर कुर्सी से बंधे हुए देखा जा सकता है. ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने बच्चों के साथ हुए दुर्व्यवहार की जांच के लिए एक रॉयल कमीशन का गठन किया है लेकिन राष्ट्रीय जांच ठुकरा दी है.
उत्पीड़न पर संयुक्त राष्ट्र के रिपोर्टर खुआन मेंडेस ने कहा है कि वीडियो से पता चलता है कि बच्चों का उत्पीड़न हुआ हो सकता है. उन्होंने जांच आयोग गठित किए जाने का स्वागत किया है लेकिन चेतावनी दी है कि उसके दायरे को छोटा ना किया जाए. उन्होंने कहा, "वीडियो और प्रेस रिपोर्टिंग के आधार पर कुछ कहना मुश्किल है. लेकिन मैं समझता हूं कि यह बहुत ही चिंताजनक बात है, जो उत्पीड़न या हर हाल में क्रूर, अमानवीय और अपमानजनक हो सकता है."
ऑस्ट्रेलिया के आदिवासियों को लगता है कि उनके राजनीतिक हितों की अनदेखी होती है. मूल निवासियों अबोरिजिनों के साथ भेदभाव पर ध्यान दिलाने के लिए 1998 से वहां मई के अंत में राष्ट्रीय सॉरी दिवस मनाया जा रहा है.
तस्वीर: Reuters/D. Grayऑस्ट्रेलिया में 1998 से नेशनल सॉरी डे मनाया जाता है. 26 मई 1997 को महाधिवक्ता माइकल लावार्च ने संसद में एक जांच रिपोर्ट पेश की जिसमें आदिवासियों के बच्चों का व्यापक तौर पर अपहरण किए जाने की घटनाएं रिकॉर्ड की गई थीं. उसी के बाद शर्मिंदगी दिवस की शुरुआत हुई.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/R. Griffith1909 से 1969 के बीच सरकारी संस्थानों और गिरजों ने अबोरिजिन समुदाय के 100,000 बच्चों का अपहरण कर लिया ताकि उनका श्वेत मूल्यों के आधार पर पालन पोषण किया जा सके. रिपोर्ट के अनुसार इसके पीछे दलील यह थी कि इसी तरह से निम्न नस्ल को खत्म होने से बचाया जा सकेगा.
तस्वीर: Reuters/D. Grayलेकिन इस रिपोर्ट के आने के बाद भी दस साल लग गए जब ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री केविन रड ने अपनी सरकार के नाम पर दशकों से हो रहे मानवाधिकार हनन के लिए माफी मांगी. उनके पूर्वगामी सरकार प्रमुखों ने इसे यह कहकर ठुकरा दिया था कि वे इस अन्याय के लिए जिम्मेदार नहीं हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Porrittराष्ट्रीय सॉरी दिवस के अगले दिन राष्ट्रीय मेलमिलाप सप्ताह शुरू होता है. सिडनी में कूगी समुद्र तट पर इस साल कोरोबोरी समारोह. आदिवासियों के इस परंपरागत समारोह में नृत्य, संगीत और गाने के कार्यक्रम होते हैं. समारोहों की शुरुआत और अंत में आदिवासी नीति में बदलाव के दो अहम दिनों को याद किया जाता है.
तस्वीर: Reuters/D. Gray27 मई 1967 को ऑस्ट्रेलिया ने यह फैसला किया कि क्या चुनाव क्षेत्रों के सीमांकन में आदिवासियों की संख्या पर ध्यान दिया जाना चाहिए. बहुमत श्वेत मतदाताओं के 91 फीसदी ने इसका समर्थन किया. जनमत संग्रह ने अबोरिजिनों और टोरेस स्ट्रेट के निवासियों को विशेष अधिकार देने का भी फैसला किया.
तस्वीर: TORSTEN BLACKWOOD/AFP/Getty Imagesसुलह सप्ताह का अंत 3 जून को होता है. इस दिन माबो मामले के फैसले की याद मनाई जाती है, जिसमें 1992 में सुप्रीम कोर्ट ने तय किया कि आदिवासियों का अपने इलाकों पर पुराना अधिकार होगा, न कि यूरोप से आए आप्रवासियों का. पहली बार अदालत ने माना कि यूरोपियनों के आने से पहले वहां स्थानीय निवासी रहते थे.
तस्वीर: picture alliance/kpaराष्ट्रीय सुलह सप्ताह के मौके पर हर कहीं ऑस्ट्रेलिया के तीन झंडे दिखते हैं. 1995 में सरकार ने अबोरिजिनों और टोरेस जलडमरूमध्य के निवासियों के झंडे को भी औपचारिक झंडों के रूप में मान्यता दे दी. टोरेस द्वीपों के निवासी जातीय तौर पर अबोरिजिनों के मुकाबले पापुआ न्यूगिनी के निवासियों के अधिक करीब हैं.
तस्वीर: Reuters/D. Grayसुलह सप्ताह के सभी आयोजन एक गैर सरकारी संस्था 'रीकंसिलिएशन ऑस्ट्रेलिया' कराती है. उसका लक्ष्य है संवाद और सलाह के जरिए देश के आदिवासियों और यूरोपीय मूल के लोगों के रिश्तों को बेहतर बनाना. इस समारोह में कोई भी हिस्सा ले सकता है और किसी मुद्दे पर आयोजन कर सकता है.
तस्वीर: Reuters/D. Gray
वीडियो फुटेज में छह ऑस्ट्रेलियाई आदिवासियों को नंगा करते, सर ढक कर कुर्सी से बांधे जाते और गले में धक्का देकर सेल में धकेले जाते और लंबे समय तक एकांत कैद में देखा जा सकता है. यह वीडियो 2010 से 2014 के बीच डार्विन के निकट डॉन डेल यूथ डिटेंशन सेंटर में रिकॉर्ड हुए हैं. नॉर्दर्न टेरिटरी के बाल कमिश्नर की 2015 की रिपोर्ट में गार्डों के व्यवहार में गलती पाई गई. फुटेज का प्रसारण करने वाली सरकारी प्रसारण संस्था ऑस्ट्रेलियन ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन का कहना है कि जांच रिपोर्ट के नतीजों को तत्कालीन जेल प्रमुख ने नहीं माना. रिपोर्ट के सामने आने के फौरन बाद नॉर्दर्न टेरिटरी के जेल मंत्री को बर्खास्त कर दिया गया.
यह मामला आदिवासी बच्चों के असमान अनुपात में जेल में होने की समस्या की ओर ध्यान दिलाता है. ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों के नेता राजनीतिज्ञों से देश में आदिवासियों के साथ व्यवहार के जुड़े मुद्दों पर कदम उठाने की मांग कर रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया की आबादी में आदिवासियों का हिस्सा सिर्फ 3 प्रतिशत है लेकिन देश में बंद कैदियों में उनका हिस्सा 27 प्रतिशत है. नॉर्दर्न टेरिटरी के किशोर कैदियों में उनकी संख्या 94 प्रतिशत है. देश की 2.3 करोड़ आबादी में आदिवासियों की संख्या करीब 7 लाख है और तकरीबन हर आर्थिक और सामाजिक सूचकांक में उनका निचला स्थान है.
एमजे/आरपी (रॉयटर्स)