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ओबामा और क्लिंटन की किताबें हिंदी में

७ अगस्त २०१०

यदि आप आशा का सवेरा या बचे हमारा भविष्य जैसी किताबें पढ़ना चाहते हैं तो नई दिल्ली में अमेरिकन सेंटर के पुस्तकालय में जाकर पढ़ सकते हैं.ये किताबें अमेरिकी नेताओं ने लिखी हैं और हिंदी में अमेरिकी लाइब्रेरी में उपलब्ध हैं.

तस्वीर: AP

आशा का सवेरा अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा की किताब का हिंदी संस्करण है और बचे भविष्य हमारा विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने लिखी है. पाठकों के बड़े वर्ग तक पहुंचने के लिए अमेरिकन लाइब्रेरी ने एक नया हिंदी सेक्शन खोला है जिसमें अमेरिकियों पर और अमेरिकियों द्वारा हिंदी में प्रकाशित किताबों का संग्रह है.

तस्वीर: AP

आशा का सवेरा ओबामा की किताब ओडैसिटी ऑफ होप का अनुवाद है तो बचे हमारा भविष्य क्लिंटन की किताब इट टेक्स ए विलेज का हिंदी संस्करण है.इन हाइ प्रोफाइल किताबों के अलावा लाइब्रेरी में बहादुर टॉम और भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष पारी भी उपलब्ध है.

लाइब्रेरी के नए सेक्शन का उद्घाटन करते हुए राजनयिक माइकल पेलेटियर ने कहा, "हिंदी किताबों को शामिल किया जाना हमारी बड़े पाठक वर्ग तक पहुंचने में मदद करेगा." उन्होंने कहा, "हम चाहते हैं कि हिंदी पाठक राष्ट्रपति ओबामा और दूसरे प्रसिद्ध अमेरिकियों के शब्द अपनी भाषा में पढ़े."

रिपोर्ट: पीटीआई/महेश झा

संपादन: एस गौड़

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