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ओलंपिक खेलों के बहिष्कार की चेतावनी

आभा निवसरकर मोंढे२२ मार्च २००८
तिब्बत के समर्थन में भारत में भी प्रदर्शन
तिब्बत के समर्थन में भारत में भी प्रदर्शनतस्वीर: AP

ओलंपिक खेलों के मद्देनज़र चीन पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ रहे हैं कि वह तिब्बत के मामले में दलाई लामा से बातचीत करे। उधर ताज़ा जानकारी के मुताबिक चीन ने कहा है कि तिब्बत में प्रदर्शनकारियों को कड़ी सज़ा दी जाएगी। यह समाचार चीन के कम्युनिस्ट पार्टी के समाचार पत्र पीपल्स डेली में प्रकाशित किया गया है। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समीति ने कहा है कि कुछ खिलाड़ी ओलंपिक खेलों का बॉयकॉट कर सकते हैं जबकी यूरोपीय संघ और अमेरिका इन खेलों का बहिष्कार नहीं करेंगे हलांकि यूरोपीय संसद के अध्यक्ष हंस गेर्ट प्योटरिंग ने चेतावनी दी है कि अगर चीन ने तिब्बत के मामले में बातचीत नहीं की तो ओलंपिक खेलों का बहिष्कार किया जाएगा।

जर्मनी ने बहिष्कार को ग़लत कहा

उधर जर्मन संसद में विदेश नीति मामलों के प्रवक्ता एक्कार्ट वॉन क्लाडन ने बहिष्कार का विरोध करते हुए कहा है कि उन्हें बहुत खुशी होगी अगर कोई खेल अधिकारी सकारात्मक तरीके से इस मामले पर प्रतिक्रिया दे। क्योंकि ओलंपिक खेलों की छवि इससे ख़राब होती है कि ये खेल एक ऐसे देश में हो रहे हैं जहां की सरकार ने ओलंपिक खेलों के कुछ ही महीने पहले प्रदर्शनों का बुरी तरह दमन किया है। मैं इसे सही मानता हूं कि खिलाड़ी या खेल अधिकारी इन खेलों का राजनीतिक महत्व समझें और इसे चीन पर सकारात्मक प्रभाव बनाने के लिये इस्तमाल करें। लेकिन तिब्बत मामले में ओलंपिक खेलों के बहिष्कार की धमकी को मैं इस स्थिती में ग़लत कदम मानता हूं।

मारे गए लोगों की संख्या 19

या चीन से मिली सूचना के अनुसार तिब्बत में प्रदर्शनों के दौरान मारे गए लोगों की संख्या 19 है। हाल ही में चीन ने ऐसे बौद्ध भिक्षुओं और लोगों की तस्वीरें इंटरनेट पर जारी की है जो कि प्रदर्शनों में शामिल थे। चीन के पीपल्स डेली ने लिखा है कि हिमालय क्षेत्र में चीन का विरोध करने वालों का खात्मा कर दिया जाना चाहिये इसी के साथ दलाई लामा के बातचीत का प्रस्ताव भी ठंडे बस्ते में चला गया है। पीपल्स डेली के संपादकीय में दलाई लामा को तिब्बत में प्रदर्शनों के लिये ज़िम्मेदार ठहराया गया है। उधर तिब्बत में चीनी सेना की तैनाती जारी है।

सोमवार को ग्रीस में ओलंपिक मशाल जलाई जानी है और फिर इसे बेइजिंग ले जाया जाएगा। और इसके लिये वहां कड़ी सुरक्षा व्यवस्था किये जाने की बात ग्रीस पुलिस ने कही है। तिब्बत समर्थकों ने कहा है कि जिस रास्ते से इस मशाल को बेइजिंग ले जाया जाएगा वहां विरोध प्रदर्शन किये जाएंगे।

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