और सुरक्षित होंगे यूरो नोट
२ मई २०१३आज से यूरो जोन के 17 देशों के केंद्रीय बैंक पांच यूरो का नया नोट जारी कर रहे हैं. कुल मिलाकर तीन अरब यूरो के पांच यूरो के नोट बाजार में उतारे जा रहे हैं. इन नोटों में सबसे साफ झलकने वाला नयापन यह होगा कि उनका सतह चिकना है. नोट के विशेष कागज पर एक खास रंग चढ़ाया गया है, जिसकी वजह से उसका सतह रुखड़ा नहीं रह गया है. इसकी वजह से नोट का जीवन बढ़ भी जाएगा. इसकी जरूरत इसलिए महसूस की जा रही थी कि पांच यूरो का नोट यूरो नोटों में सबसे छोटा है और सबसे तेजी से हाथ बदलता है.
जल्दी जल्दी अलग अलग हाथों में जाने की वजह से पांच का नोट जल्दी खराब भी हो जाता है. नए नोट को उसके विशेष मुलम्मे के कारण पुराना होने में देर लगेगी. लेकिन रंग के कारण उसका वजन बढ़ जाएगा. अब तक जो नोट चलन में हैं, उसका वजन 0.63 ग्राम है जबकि नए नोट का वजन 0.71 ग्राम होगा. लेकिन यह मामूली सा अंतर लोगों को शायद ही पता चलेगा.
दुनिया भर में नोटों की नकल को मुश्किल बनाने के लिए वॉटरमार्क और होलोग्राम की पट्टी डाली जाती है. पांच यूरो के नए नोट में वॉटरमार्क और होलोग्राम दूर से ही झलकते हैं. उनमें यूरोप को नाम देने वाले ग्रीक देवी यूरोपा की तस्वीर है. इसके अलावा नोट पर छपे अंक पांच का रंग नोट को हिलाने पर हरे से बदल कर गहरा नीला हो जाता है. इसके अलावा यूरोपीय केंद्रीय बैंक का छोटा नाम अभी की पांच भाषाओं के विपरीत नौ भाषाओं में लिखा गया है.
मुद्रा विशेषज्ञ 2005 से ही नोटों में शामिल किए जाने वाले सुरक्षा मानकों पर विचार कर रहे हैं. उनका मुख्य लक्ष्य है नोटों की जालसाजी करने वालों का काम मुश्किल करना. सारी सुरक्षा तकनीकों के बावजूद ताजा आंकड़े दिखाते हैं कि नोटों को कितना भी सुरक्षित बनाने की कोशिश की जाए, अपराधी इतनी आसानी से लाखों करोड़ों के इस खेल में अपनी कोशिश नहीं छोड़ते.
पिछले साल जालसाजों ने एक साल पहले के मुकाबले बाजार में ज्यादा नकली नोट उतारे. जर्मनी की केंद्रीय बैंक बुंडेसबैंक के अनुसार 2012 में 41,500 जाली नोटों को पकड़ा गया जबकि एक साल पहले यह आंकड़ा 39,000 था. यूरोपीय केंद्रीय बैंक के अनुसार विश्व भर में पिछले साल 531,000 जाली नोट पकड़े गए. कुल नुकसान 2.6 करोड़ यूरो का हुआ.
मुद्रा अधिकारी धीरे धीरे सारे यूरो नोटों में सुरक्षा का नया मानक लागू करना चाहते हैं. जैसे जैसे नए नोट बाजार में उतारे जाएंगे, पुराने नोटों को धीरे धीरे हटा लिया जाएगा. उपभोक्ताओं को घबराने या हड़बड़ाने की जरूरत नहीं है और न ही उन्हें बैंक जाकर अपना नोट बदलवाने की जरूरत है. पुराने नोट वैध रहेंगे. दस यूरो का नया नोट उत्पादन की प्रक्रिया से गुजर रहा है, इसे 2014 में बाजार में लाया जाएगा जबकि 2015 मं 20 यूरो के नए नोट को बाजार में उतारने का इरादा है.
एमजे/एमजी (डीपीए)