हाथ अगर कांपने लगे तो चम्मच से खाने में दिक्कत हो सकती है. लेकिन कंपन की बीमारी के शिकार मरीजों की मदद के लिए एक नया आविष्कार सामने आया है.
विज्ञापन
"खाना खाना सामाजिक संवाद का एक बड़ा मौका है." यह मानना है मिशिगन विश्वविद्यालय के केल्विन चू का. न्यूरोलॉजी के पढ़ाने वाले केल्विन के मुताबिक जिन लोगों के हाथ कांपते हैं यानी जिन्हें ट्रेमर्स होते हैं, उन्हें खाने में दिक्कत होती है और जब खाने के लिए बाहर जाना पड़े तो उन्हें बहुत शर्म भी आती है.
अमेरिका में करीब एक करोड़ लोग कंपन के शिकार हैं. इसकी वजह है पार्किनसंस जैसी बीमारी जो हाथ, सिर, पलक और शरीर में दूसरी मांसपेशियों पर असर करती हैं. कंपन अकसर 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में दिखाई देता है. दुनिया भर में 70 लाख से एक करोड़ लोगों को पार्किनसंस है.
लेकिन एक नया आविष्कार कंपन से परेशान लोगों की मदद करेगा. लिफ्ट लैब्स नाम की बायोटेक कंपनी ने लिफ्टवेयर नाम की चम्मच बनाई है. चम्मच के कोने में उसे स्थिर करने के लिए खास स्टेबिलाइजिंग टेक्नोलॉजी है. चम्मच की पकड़ में लगे सेंसर कंपन को मापते हैं और हाथ के कंपन को संतुलित करने के लिए चम्मच का आगे वाला हिस्सा हिलता है. कंपन के उलट होने वाला मशीनी कंपनी चम्मच को संतुलित करता है.
एबीसी न्यूज चैनल से बात कर रहे जो ब्रेमहॉर्स्ट कहते हैं, "यह उपकरण जबरदस्त है. यह उन लोगों की जानें बचा सकता है जो एक कौर खाना खुद नहीं खा सकते." कंपनी चम्मच तक नहीं सीमित रहना चाहती. ग्राहक चम्मच के साथ एक कांटा भी खरीद सकते हैं और आने वाले समय में कंपनी खास छल्ला लाएगी जिससे मरीज आराम से ताले खोल सकेंगे.
लेकिन कंपनी का यह हाई टेक उपकरण अभी महंगा है. करीब 300 डॉलर की चम्मच अमेरिका में भी बहुत लोग खरीद नहीं सकते. लेकिन कंपनी चम्मच दान भी कर रही है. लिफ्ट लैब्स ने पिछले साल दिसंबर में चम्मच बेचने शुरू किए. हाल ही में गूगल ने लिफ्ट लैब्स को खरीद लिया है.
गूगल के संस्थापक सरगे ब्रिन की मां को भी पार्किनसंस है और इस तरह के आविष्कार में उनकी खास दिलचस्पी है. ब्रिन कहते हैं कि उनकी जेनेटिक धरोहर इस तरह की है कि उन्हें भी भविष्य में पार्किनसंस हो सकता है.
एमजी/ओएसजे (डीपीए)
एप्पल के नए प्रोडक्ट
आईपॉड, आईफोन और आईपैड बनाकर कम्युनिकेशन तकनीक का चेहरा बदल देने वाली अमेरिकी कंपनी ने मंगलवार रात तीन नए प्रोडक्ट लॉन्च किए. जानिये इन मशीनों की खूबी.
तस्वीर: Getty Images/J. Sullivan
आईफोन 6 प्लस
इसकी स्क्रीन और ज्यादा बड़ी है. सैमसंग समेत कई कंपनियों के स्मार्टफोन काफी बड़े हैं. इन्हें एक हाथ से नहीं चलाया जा सकता, लेकिन बड़ी स्क्रीन की वजह से पढ़ने और वीडियो देखने में आसानी होती है. आईफोन 6 प्लस की स्क्रीन 14 सेंटीमीटर की है.
तस्वीर: Reuters/S. Lam
नोटिफिकेशन घड़ी में
ईमेल, एसएमएस या रिमाइंडर को सीधे घड़ी पर देखा जा सकेगा. हालांकि उन्हें पूरा पढ़ने के लिए स्मार्टफोन पर ही जाना होगा. इससे दोनों मशीनों की बैटरी की बचत होगी.
तस्वीर: Reuters/S. Lam
एप्पलवॉच
स्मार्ट वॉच के साथ एप्पल ने शरीर पर पहनी जाने वाली स्मार्ट डिवाइसेस के बाजार का समय सेट करने की कोशिश की है. एप्पल वॉच स्मार्टफोन के साथ कनेक्ट होगी. यह सेहत पर भी नजर रखेगी और नक्शा भी बताएगी. घड़ी के फीते और पूरे लुक को पूरी तरह बदला जा सकता है.
तस्वीर: Getty Images/J. Sullivan
शरीर पर घड़ी की नजर
एप्पलवॉच के पीछे एलईडी लाइट और सेंसर लगे हैं जो यूजर को उसकी हृदय गति बताएंगे. इसमें सेहत से जुड़ा खास ऐप है जो रोजमर्रा की हर हलचल का लेखा जोखा रखेगा. घड़ी यह डाटा स्मार्टफोन को भेजेगी. इसके सहारे लोगों को अपनी शारीरिक गतिविधियों के बारे में पूरी जानकारी मिल सकेगी.
तस्वीर: Reuters/S. Lam
आईफोन 6
कंपनी के प्रमुख टिम कुक ने आईफोन के दो नए वर्जन भी लॉन्च किए. जून 2007 में पहली बार आईफोन लॉन्च कर एप्पल ने तकनीक की दुनिया में तहलका मचा दिया था. तब से अब तक आईफोन के नए वर्जन सामने आ रहे हैं. ये पहले से पतले हैं. आईफोन 6 इसी कड़ी का हिस्सा है. इसकी स्क्रीन पहले से बड़ी, 12 सेंटीमीटर की है.
तस्वीर: Getty Images/J. Sullivan
अगले साल बाजार में
एप्पल वॉच 2015 की शुरुआत में बाजार में आएगी. माना जा रहा है कि इसकी कीमत 350 डॉलर के आस पास होगी. हालांकि सैमसंग की ऐसी घड़ी सैमसंग गियर नाम से पहले ही बाजार में आ चुकी है.
तस्वीर: Reuters
तेज रफ्तार प्रोसेसर
कंपनी का दावा है कि नए आईफोनों में A8 चिप लगी है जो इन्हें 25 फीसदी तेज बनाती हैं. अमेरिका में आईफोन 6 की कीमत कॉन्ट्रैक्ट पर 199 डॉलर से शुरू है और आईफोन 6 प्लस की 299 डॉलर से.
तस्वीर: picture-alliance/dpa Themendienst
पर्स की जरूरत नहीं
एप्पल की घड़ी और नए आईफोन नकद या कार्ड से भुगतान की पंरपरा को बदल सकते हैं. नई मशीनें एनएफसी (नियर फील्ड डिवाइस) तकनीक से लैस हैं. पैसा काटने वाली मशीन के सामने नए आईफोन या एप्पल वॉच को ऊपर नीचे हिलाने से भुगतान हो जाएगा. इससे ग्राहकों के कार्डों की जानकारी सुरक्षित रहेगी.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo
फीका पड़ता एप्पल
कंपनी का दिमाग कहे जाने वाले स्टीव जॉब्स के निधन के बाद से एप्पल संघर्ष कर रही है. 2011 में स्टीव जॉब्स के निधन के बाद से अब तक कंपनी ने कोई भी बिल्कुल नया प्रोडक्ट लॉन्च नहीं किया है. 2010 में आखिरी बार कंपनी ने आईपैड लॉन्च किया था.