ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरीजा मे ने कहा है कि वे यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के "कठिन" एक्जिट के लिए तैयार हैं. उन्होंने साफ किया कि संसद में ब्रेक्जिट के अंतिम प्रस्ताव पर वोटिंग होगी.
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Theresa May hopes to make a success of 'Brexit'
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लंदन में ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरीजा मे के भाषण पर सबकी निगाहें लगी थीं. यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के एक्जिट के बारे में उन्होंने विस्तार से बताया. उन्होंने बताया कि ब्रिटेन यूरोपीय संघ के तथाकथित "फोर फ्रीड्म्स" भी छोड़ने के लिए तैयार है, जिनमें मार्केट, फ्री मूवमेंट जैसे प्रावधान हैं. उन्होंने ब्रेक्जिट के अंतिम प्रस्ताव पर ब्रिटिश संसद में भी वोटिंग करवाए जाने की बात भी कही.
प्रधानमंत्री मे ने कहा कि जितना संभव हो उतना सिंगल मार्केट एक्सेस जारी रखना यूके का लक्ष्य होगा, लेकिन वे इसके लिए ब्रसेल्स को "कोई बड़ी कीमत" चुकाने को तैयार नहीं. अपने भाषण की शुरुआत में उन्होंने यह भी कहा कि "ईयू का सफल होना ब्रिटेन के हित में भी है."
उनके ठीक बाद बोलने वाले जर्मन विदेश मंत्री फ्रांक-वाल्टर श्टाइनमायर ने प्रधानमंत्री मे को "ब्रिटेन की योजना पर अंतत: थोड़ी स्पष्टता लाने के लिए" धन्यवाद दिया. उन्होंने ईयू के बाकी 27 देशों में एकजुटता पर जोर देते हुए कहा कि अभी ब्रेक्जिट से जुड़ी वार्ता शुरू नहीं होने जा रही.
ब्रिटिश संसद को अभी आर्टिकिल 50 लागू करने के लिए वोट करना है. लिस्बन समझौते के अनुसार ऐसा करना ब्रिटेन के यूरोपीय ब्लॉक छोड़ने के लिए पहला जरूरी कानूनी कदम होगा. इसके बाद ही एक्जिट की शर्तें तय करने के लिए वार्ताओं का दौर शुरु होगा. यह अवधि दो साल तक चलेगी.
यूरोपीय पक्ष को देखें, तो जो भी समझौते हों उन्हें लागू करने के लिए पहले सदस्य देशों का बहुमत चाहिए. कम से कम 55 फीसदी ईयू सदस्यों को इसे स्वीकार करना होगा. फिर यूरोपीय संसद में भी उसे पास करवाना होगा.
ईयू के बचे हुए 27 देशों के प्रतिनिधि 3 फरवरी को माल्टा में मिलने वाले हैं. यहां ब्रेक्जिट के बद के ईयू की संरचना और कार्ययोजना पर चर्चा होनी है.
थेरीजा में ने कहा है कि ईयू और ब्रिटेन के बीच तय हुई किसी भी डील को ब्रिटेन के भी दोनों संसद सदनों में वोटिंग के लिए पेश किया जाएगा. अगर समझौते की सभी शर्तों को समयसीमा के भीतर पास नहीं किया गया तो ब्रिटेन के साथ ईयू के सभी समझौते अपने आप रद्द हो जाएंगे और वो ब्रिटेन के लिए काफी जोर का झटका होगा.
आरपी/ओएसजे (एएपी, एफपी)
क्या होगा ब्रेक्जिट के बाद
अगले दो सालों में ब्रिटेन को यूरोपीय संघ से अपने एक्जिट यानि ब्रेक्जिट की प्रक्रिया पूरी करनी है. ब्रिटिश और यूरोपीय लोगों को कई तरह के नए तालमेल बिठाने होंगे, देखिए कुछ नमूने.
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महंगी होगी स्कॉच व्हिस्की?
जी नहीं, इसके उलट. विशेषज्ञों की मानें तो क्रैश हुई ब्रिटिश मुद्रा पाउंड के कमजोर बने रहने से ब्रिटेन के उत्पाद बाहर के बाजारों में फिलहाल कुछ वक्त के लिए सस्ते पड़ेंगे. यानि यही अच्छा समय है स्कॉच व्हिस्की, इंग्लिश वाइन गम्स और बाकी ब्रिटिश प्रोडक्ट्स का स्टॉक भरने के लिए. देर की तो दाम फिर से ऊपर जा सकते हैं.
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सस्ती होगी लंदन में शॉपिंग?
यूनाइटेड किंगडम में छुट्टियां बिताना सस्ता नहीं पड़ता. पाउंड के कमजोर होने से पर्यटकों को थोड़ी आसानी होगी. छुट्टी से लौटते वक्त कुछ ज्यादा यादगार चीजें खरीद कर ले जा सकेंगे. और अगर क्रिसमस के आसपास लंदन पहुंचे, तो डॉलर या यूरो के बदले और भी ज्यादा शॉपिंग कर सकेंगे. फोन कॉल्स महंगी होंगी, क्योंकि 2017 शुरु होते ही ईयू कॉलरों को मोबाइल रोमिंग चार्जेस में मिली छूट खत्म हो जाएगी.
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इरासमुस-मुंडुस स्कॉलरशिप से बाहर?
यूरोपीय कॉलेज छात्रों के लिए एक सेमेस्टर यूके में बिताने का अवसर होता था और इरासमुस-मुंडुस कार्यक्रम का एक बेहद लोकप्रिय आकर्षण था. इस स्कॉलरशिप के बारे में भी फिर से बातचीत करनी होगी. यूके में बैचलर, मास्टर्स या पीएचडी डिग्री लेने की इच्छा रखने वाले छात्रों को अभी से पैसे बचाने शुरु कर देने चाहिए. हो सकता है उन्हें ब्रिटिश छात्रों के बराबर नहीं बल्कि बाहरी छात्रों के बराबर फीस देनी पड़े.
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तैर कर पार होगा इंग्लिश चैनल?
जल्द ही ऐसे हर मुद्दे पर एक एक कर के समझौते करने होंगे. वीजा-मुक्त यात्रा का मामला हो या इंग्लिश चैनल में तैराकी. पानी में छंलाग लगाने से पहले यह पता कर लेना ठीक होगा कि इस बाबत क्या समझौता हुआ है. ईयू के देशों में यात्रा करने वाले ब्रिटिश लोगों को भी एयरपोर्टों पर ईयू के बाहर से आने वालों की लाइन में लगना होगा.
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क्या मैनयू से बाहर होंगे जर्मन खिलाड़ी श्वाइनस्टाइगर?
अब तक बास्टियान श्वाइनस्टाइगर, मेसुत ओएजिल और दूसरे कई यूरोपीय फुटबॉलर बड़े आराम से प्रीमियर लीगों में खेलते रहे हैं. ब्रेक्जिट के बाद इन पेशवर खिलाड़ियों को बाकी विदेशी कामगारों की ही तरह अतिरिक्त वर्क परमिट लेना पड़ेगा. श्वाइनी शायद इस मुसीबत से बच जाएं क्योंकि दो साल में वे 33 साल के हो जाएंगे और चाहें तो फिर रिटायरमेंट ले सकते हैं. हालांकि ये यूरोपीय चैंपियनशिप मुकाबलों में खेल सकेंगे.
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यूरोपीय संसद के ब्रिटिश सदस्यों का क्या?
कुल 73 सदस्यों वाली यूरोपीय संसद से फिलहाल किसी ब्रिटिश पासपोर्ट धारक को वापस भेजने की शुरुआत नहीं हुई है. वह जब तक रहेंगे, उनके सक्रिय रहने और वोट देने तक के अधिकार बने रहेंगे, केवल ब्रिटिश रेफरेंडम पर वोटिंग को छोड़ कर. इस पर ईयू के बाकी राज्यों को सहमति बनानी है.