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कराची के कार्ड क्लब में विस्फोट

२२ अप्रैल २०११

कराची में एक कार्ड प्लेयर्स क्लब में बम धमाके के कारण गुरुवार रात 16 लोगों की मौत हो गई. धमाके में करीब 20 लोग घायल हुए हैं. यह बम क्लब के अंदर रखा गया था.

Pakistani volunteers and firefighters struggle to extinguish a fire at the site of a plane crash in Karachi, Pakistan on Sunday, Nov. 28, 2010. A cargo plane crashed into a housing complex in Pakistan's largest city soon after takeoff Sunday, setting off a huge blaze. The aircraft had eight crew on board, the civil aviation authority said. (AP Photo/Shakil Adil)
तस्वीर: AP

वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शराफुद्दीन मेनन के हवाले से एएफपी समाचार एजेंसी ने लिखा है, "यह घर में बनाया गया बम था और इसे क्लब के अंदर रखा गया. यह बम धमाका ऐसे समय हुआ है जब एक बार और इस बात का खंडन सरकार ने किया कि आतंक के खिलाफ लड़ाई में सरकार कुछ नहीं कर रही."

आतंकवादी हमला या कुछ और

स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया, "हम इस घटना की जांच कर रहे हैं और पता लगा रहे हैं कि यह आतंकवादी हमला था या किसी निजी दुश्मनी के कारण किया गया. इसकी वजह गैंग वॉर भी हो सकती है जो कराची में कई बार आपराधिक गुटों के बीच होती रहती है."

तस्वीर: AP

जहां विस्फोट हुआ, वह क्लब कराची के घासमंडी इलाके में है. यहां सैकड़ों लोग आते हैं. विस्फोट के कारण क्लब के कॉम्प्लेक्स को भारी नुकसान पहुंचा है. मुख्य हॉल में पत्ते खेलने वालों के जूते, स्लिपर्स और पत्ते बिखरे हुए थे. शहर के मुख्य अस्पताल के डॉक्टर ने कहा, "हमें 15 शव मिले हैं और चोटों के कारण एक और व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गई. 40 के करीब लोग घायल हुए हैं. इनमें से सात की हालत गंभीर है."

कराची-कलह

कराची को पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कहा जा सकता है. लेकिन एक करोड़ 60 लाख लोगों के इस शहर में जातीय हिंसा, अपराध और अपहरण की घटनाएं बार बार सामने आती हैं. साथ ही उर्दू भाषी बहुसंख्यकों और पश्चिमोत्तर के पश्तून लोगों के बीच भी संघर्ष है. शिया और सुन्नी लोगों के धार्मिक समारोहों के दौरान हुई हिंसा में पिछले साल डेढ़ सौ से ज्यादा लोग मारे गए. इस साल मार्च में 18 दिन के अंदर कम से कम 40 लोगों की मौत हुई. मुत्तहिदा कौमी मूवमेंट और अवामी नेशनल लीग के बीच तनाव बरकरार है.

सरकार पर संदेह

गुरुवार को ही पाकिस्तान के सैन्य प्रमुख जनरल अश्फाक कियानी ने कड़े शब्दों में इस आरोप का खंडन किया कि पाकिस्तान आतंक के खिलाफ लड़ाई में आवश्यक काम नहीं कर रहा और पाकिस्तान की सेना अपने लक्ष्यों को लेकर साफ नहीं है. उन्होंने कहा, "सेना की कार्रवाई यह साफ करती है कि हम आतंक के खिलाफ लड़ाई के लिए कितने प्रतिबद्ध हैं."

अमेरिका के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ एडमिरल माइक मुलेन ने कहा था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के पश्चिमोत्तर कबायली इलाके में अफगानी तालिबान से संबंध हैं.

रिपोर्टः एजेंसियां/आभा एम

संपादनः वी कुमार

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