कराची में विमान हादसा 21 मरे
५ नवम्बर २०१०जेएस एयर का ये बीचक्राफ्ट 1900C चार्टर्ड विमान अमेरिकी तेल कंपनी के कर्मचारियों के लिए फेरी सेवा में तैनात किया गया था. नागरिक विमानन विभाग के कर्मचारियों ने बताया कि हादसे के वक्त विमान में 19 यात्री और चालक दल के दो सदस्य सवार थे. अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि की है कि विमान पर कम से कम एक विदेशी नागरिक सवार था हालांकि वो किस देश का है इस बात की जानकारी नहीं दी गई.
उड़ान भरने के तुरंत बाद दो इंजन वाले विमान के पायलट ने कंट्रोल टावर को बताया कि विमान के एक इंजन ने काम करना बंद कर दिया है. पायलट को विमान उतारने के निर्देश दिए गए लेकिन थोड़ी ही देर बाद विमान सेना के हथियार डिपो के पास खुले मैदान में गिर गया और उसमें आग लग गई. राहत और बचाव के काम में जुटे लेफ्टिनेंट कर्नल नूर आलम ने मीडिया को बताया,"हादसे में कोई जिंदा नहीं बचा है. हादसा खुले मैदान में होने के कारण कोई और नुकसान नहीं हुआ है.हालात अब नियंत्रण में हैं."
हादसे के तुरंत बाद सेना ने इलाके की घेराबंदी कर दी और मारे गए लोगों के शवों को विमान के जलते मलबे से बाहर निकालने में जुट गए. एक निजी कंपनी का एंबुलेंस 12 लोगों को पास के जिन्ना अस्पताल में ले गया. नूर आलम का कहना है कि शव बुरी तरह जल गए हैं और देख कर ये बता पाना कि वो पाकिस्तान के हैं या विदेशी मुश्किल है.
नूर आलम ने कहा, "हमारा एक अधिकारी तो शवों को देखने के बाद गश खाकर गिर पड़ा, पायलट और को पायलट के शवों को बाहर निकालने के लिए विमान के अगले हिस्से को काटना पड़ा."
विमान तेल कंपनी के कर्मचारियों को कराची के पास भीतशाह ऑयलफील्ड पर लेकर जा रहा था. जे एस एयर का ये चार्टर्ड विमान हर हफ्ते शिफ्ट बदलने पर कर्मचारियों को ड्यूटी पर ले जाने और ले आने के लिए उड़ान भरता है. सुरक्षा कारणों से कर्मचारियों को विमान से सीधे ऑयलफील्ड पर ले जाया जाता है.
रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन
संपादनः उज्ज्वल भट्टाचार्य