कलमाडी ने भी की जेपीसी की मांग
२० फ़रवरी २०११कलमाड़ी ने एक बयान में कहा, "मैं दावा करता हूं कि कॉमनवेल्थ खेलों से मैंने एक रुपया भी नहीं लिया है और अगर कोई इसका उलटा साबित कर दे तो मैं संसद की सदस्यता छोड़ दूंगा."
कलमाड़ी के खिलाफ सीबीआई जांच चल रही है. उनके कई सहयोगियों को गिरफ्तार किया जा चुका है और उनके घर पर भी छापे पड़ चुके हैं. इस सबसे वह काफी तकलीफ में हैं. उन्होंने कहा, "कॉमनवेल्थ खेलों को लेकर मेरे खिलाफ जो दुष्प्रचार किया जा रहा है उससे मुझे बेहद तकलीफ हुई है. जो भी कहा जा रहा है वह सच से कोसों दूर है." अजय माकन के खेल मंत्री बनने के बाद कलमाडी़ को कॉमनवेल्थ खेलों की आयोजन समिति के अध्यक्ष पद से बर्खास्त कर दिया गया.
कलमाड़ी ने मांग की है कि पूरे मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति से कराई जानी चाहिए. अपने बयान में उन्होंने कहा, "अगर सरकार 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में जेपीसी बना रही है तो वही प्रक्रिया कॉमनवेल्थ घोटाले की जांच में भी अपनाई जानी चाहिए. मुझे यकीन है कि तभी इस सारे मामले की सच्चाई बाहर आ पाएगी."
पुणे से सांसद सुरेश कलमाड़ी की दलील है कि आयोजन समिति के हाथ में कॉमनवेल्थ के कुल बजट का एक छोटा सा ही हिस्सा था. उन्होंने कहा, "कॉमनवेल्थ खेलों के कुल बजट का करीब पांच फीसदी ही आयोजन समिति का बजट था. इसके बावजूद सारी उंगलियां सिर्फ मेरी तरफ उठ रही हैं. दिल्ली सरकार और केंद्रीय एजेंसियां भी कॉमनवेल्थ की तैयारियों में शामिल थीं. तो उनकी जांच क्यों नहीं हो रही है?"
सुरेश कलमाड़ी का कहना है कि पूरी दुनिया के मीडिया और खेल जगत ने कॉमनवेल्थ खेलों के आयोजन की तारीफ की है और इसे अब तक का सबसे अच्छा कॉमनवेल्थ खेल आयोजन कहा है. लेकिन मीडिया में लगातार आरोप लगाए जाने से उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः महेश झा