कश्मीर: पुलिसकर्मियों के परिजनों का अपहरण
३१ अगस्त २०१८गुरुवार रात विद्रोहियों ने पुलिसवालों के पिता, बेटों और भाइयों को अगवा किया. कुलगाम में पांच अपहरण हुए हैं. इन वारदातों के बाद घाटी में तनाव का माहौल है. राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने इस मामले की निंदा की है. नेशनल क्रॉन्फेंस के नेता उमर अबदुल्ला ने ट्वीट कर कहा, "यह मामला घाटी की बहुत ही चिंताजनक तस्वीर पेश करता है." संविधान के अनुच्छेद 35ए को लेकर सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार होने वाली सुनवाई के चलते राज्य में पहले ही तनाव का माहौल बना हुआ था. सुनवाई के विरोध में अलगाववादियों ने दो दिन के कश्मीर बंद का आह्वान भी किया था. शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई को अगले साल जनवरी तक के लिए टाल दिया है.
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माना जा रहा है कि विद्रोहियों ने ये अपहरण हाल में हुई गिरफ्तारियों का बदला लेने के लिए किया है. बुधवार को चार पुलिस वालों की एक मुठभेड़ में जान चली गई थी. जिसके बाद पुलिस ने आतंकी गुट हिजबुल मुजाहिदीन के प्रमुख सैयद सालाहुद्दीन के बेटे सैयद शकील युसुफ को गिरफ्तार किया था. साथ ही हिजबुल के टॉप कमांडर रियाज नाइकू के पिता को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया. स्थानीय लोगों का आरोप था कि पुलिस बलों ने छापामारी करते हुए घरों को आग लगा दी. विद्रोहियों के परिजनों को हिरासत में लिए जाने के बाद दक्षिण कश्मीर के इलाके में विरोध प्रदर्शन भी हुए. बीते सालों में यह पहला मामला है जहां विद्रोहियों ने पुलिस वालों के परिवारवालों को निशाना बनाया है.
जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस अपहरण किए गए सभी लोगों को कुशल पूर्वक वापस लाने की कोशिश में जुटी है.
एए/ओएसजे (डीपीए, एएफपी)