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कश्मीर में कर्फ्यू, मीरवाइज पर एफआईआर

१२ सितम्बर २०१०

श्रीनगर समेत भारतीय कश्मीर के सात शहरों में अनिश्चितकाल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया. श्रीनगर में हजारों की तादाद में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि ताजा हिंसा से शांति प्रक्रिया को धक्का लगेगा.

तस्वीर: UNI

एक दिन पहले प्रदर्शनकारियों ने दो सरकारी इमारतों में आग लगा दी. अब श्रीनगर की सड़कों पर हर तरफ सिर्फ सुरक्षाकर्मी नजर आ रहे हैं. सभी रास्तों को लोहे के तार और बैरिकेड लगा कर बंद कर दिया गया है. श्रीनगर के साथ अनंतनाग, बिजबेहड़ा, पुलवामा, काकोपोर, सोपोर और बारामूला में भी कर्फ्यू लग गया है. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शनिवार देर रात तक वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक चलती रही.

तस्वीर: UNI

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्लाह ने एक टीवी चैनल से बातचीत में कहा, "इस तरह के विरोध प्रदर्शनों से सबका नुकसान होगा. ऐसे हालात में शांति प्रक्रिया को कैसे आगे बढ़ाया जा सकता है." उधर मीरवाइज उमर फारुक का कहना है, "हमें शांति नहीं चाहिए. हमें कब्रिस्तान जैसी शांति नहीं चाहिए. हम कश्मीर मसले का हल चाहते है और उसके बाद ही सब कुछ थमेगा."

पुलिस ने अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारुक पर लोगों को हिंसा और आगजनी के लिए भड़काने का आरोप लगाया है. मीरवाइज के खिलाफ थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है. हालांकि अभी उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है. मीरवाइज इन आरोपों से इनकार कर रहे हैं. एक दिन पहले ईद की नमाज के बाद मीरवाइज उमर फारुक के नेतृत्व में 10,000 से ज्यादा लोगों ने ईदगाह से लाल चौक की तरफ मार्च किया. लाल चौक पर आधे घंटे तक धरने पर बैठने के बाद मीरवाइज तो घर चले गए लेकिन वहां मौजूद भीड़ ने वापस लौटने से इनकार कर दिया. पुलिस ने जब लोगों को घर जाने के लिए कहा तो वो वहां तोड़फोड़ और हंगामा शुरू हो गया. इसके बाद ही हिंसा भड़की. प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों और सरकारी इमारतों को आग के हवाले कर दिया.

इसी साल जून में 17 साल के एक लड़की की पुलिस फायरिंग में मौत के बाद कश्मीर उबल रहा है. विरोध प्रदर्शनों के दौरान हुई पुलिस फायरिंग में अब तक 70 लोगों की मौत हो चुकी है. जिनमें ज्यादातर कश्मीरी युवा हैं. ये लोग कश्मीर में दिल्ली के शासन और आर्म्ड फोर्सेज स्पेशल पावर एक्ट को खत्म करने की मांग कर रहे हैं. इस एक्ट के जरिए सुरक्षाबलों को आतंकवादियों से जंग में संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार करने, गोली मारने और तलाशी लेने के अधिकार मिल जाता है.

रिपोर्टः एजेंसियां/एन रंजन

संपादनः ए जमाल

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