1. कंटेंट पर जाएं
  2. मेन्यू पर जाएं
  3. डीडब्ल्यू की अन्य साइट देखें

"कश्मीर में जारी रहेगा जिहाद"

१२ अप्रैल २०११

मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड समझे जाने वाले जमात उद दावा के मुखिया हाफिज सईद ने जम्मू कश्मीर में जिहाद जारी रखने की बात कही है. उसने भारत और पाकिस्तान के बीच जारी क्रिकेट कूटनीति को भी खारिज किया है.

सईद का भारत विरोधी भाषणतस्वीर: AP

पिछले हफ्ते श्रीनगर में मारे गए एक कश्मीरी मौलवी शौकत अहमद शाह की याद में इस्लामाबाद में रखी गई सभा में सईद ने अत्यंत भड़काऊ बयान दिया. उसने कहा, "कश्मीर का आंदोलन हैदराबाद और जूनागढ़ के मुसलमानों के लिए भी एक मिसाल साबित होगा जो हिंदू दमन से आजादी चाहते हैं." भारत बार बार पाकिस्तान से सईद के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहता रहा है जो वहां खुले आम घूमता है और भारत विरोधी गतिविधियों लिप्त बताया जाता है.

मुंबई हमलों के बाद यह दूसरा मौका है जब सईद इस्लामाबाद में किसी सार्वजनिक सभा में दिखाई दिया है. उसने कहा, "पाकिस्तान सरकार ने भारत के साथ दोस्ती का जो रुख अपनाया है, उसे पाकिस्तानी लोग किसी भी हालत में स्वीकार नहीं करेंगे." 8 अप्रैल को श्रीनगर में हुए एक धमाके में मारे गए उदारवादी कश्मीरी नेता मौलवी शौकत शाह के लिए गायबाना नमाजे जनाजा का नेतृत्व करने वाले सईद ने कहा कि भारत के साथ दोस्ती, कारोबार और क्रिकेट कूटनीति का कोई मतलब नहीं है.

पाकिस्तानी राजधानी इस्लामाबाद में राष्ट्रीय प्रेस क्लब के बाहर 300 लोगों को संबोधित करते हुए सईद ने कहा, "हम यह साफ कर देना चाहते हैं कि सरकार को कश्मीर को आजादी मिलने तक आखिरी सांस तक हुर्रियत कांफ्रेंस का समर्थन करना चाहिए." उसने कहा कि पाकिस्तानी सांसदों और सरकार को कश्मीर के मुद्दे पर सख्त रूख अपनाना चाहिए ताकि पाकिस्तान और कश्मीर के लोगों को यह विश्वास हो जाए कि वे ठीक काम कर रहे हैं.

सईद ने कहा, "हम यह बात साफ कर देना चाहते हैं कि हम कश्मीरियों के साथ हैं और हमेशा रहेंगे. पाकिस्तान और कश्मीर के लोगों को (जम्मू कश्मीर की) आजादी से कम कुछ भी मंजूर नहीं होगा." उसने कहा कि पाकिस्तान सरकार को भारत से दोस्ती बढ़ाने की बजाय कश्मीर में लोगों के आंदोलन को मजबूत करने के लिए कदम उठाने चाहिए.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः आभा एम

इस विषय पर और जानकारी को स्किप करें

इस विषय पर और जानकारी

और रिपोर्टें देखें
डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी को स्किप करें

डीडब्ल्यू की टॉप स्टोरी

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें को स्किप करें

डीडब्ल्यू की और रिपोर्टें