स्कूली छात्र हों या दफ्तरों में काम करने वाले, नेता हों या अभिनेता या फिर पर्यटक, सेल्फी की दीवानगी इन दिनों सब के साथ देखी जा सकती है. पर क्या कभी इस ओर भी ध्यान गया है कि सेल्फी के कारण जुएं फैल सकती हैं.
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रूस में ग्राहकों के हितों का ध्यान रखने वाली संस्था ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है, "जानकार मानते हैं कि युवाओं में जुओं के फैलने का एक बड़ा कारण सेल्फी तस्वीरों का बढ़ता प्रचलन है क्योंकि इसमें लोगों के ग्रुप या जोड़े ऐसी स्थिति में होते हैं कि उनके सर एक दूसरे के संपर्क में आते हैं और परजीवी फैल पाते हैं, यही उनके फैलने का मुख्य तरीका है."
लेकिन इसी रूसी एजेंसी ने अतीत में कुछ अजीबोगरीब चेतावनियां भी जारी की हैं. मिसाल के तौर पर कौओं और काल्पनिक पंखों वाले भेड़ियों को बर्ड फ्लू का कारण बताया. इसलिए हमने इस नई चेतावनी की बुनियाद को समझना चाहा. कुर्स्क रास्पोत्रेब्नेजोर एजेंसी से जब डॉयचे वेले ने पूछा कि उन्होंने किस आधार पर यह बयान जारी किया है, तो जवाब मिला "कनाडा की कोई स्टडी है". जब हमने इस बारे में थोड़ी और जांच पड़ताल की तो पता चला कि वाकई कुछ वक्त पहले अमेरिका और कनाडा में इस तरह की खबर फैली थी. पर इंटरनेट पर मौजूद छोटी छोटी खबरों से ज्यादा कुछ भी नहीं मिला.
जुओं को भगाने के 10 नुस्खे
जरूरी नहीं कि जुएं मारने के लिए दवाओं का इस्तेमाल किया जाए. घरेलू नुस्खों से भी इन्हें खत्म किया जा सकता है.
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अगर स्कूल से शिकायत आ रही है कि आपके बच्चे के सर में जुएं हैं, तो घबराएं नहीं क्योंकि जूं कोई बीमारी नहीं फैलातीं और इन पर काबू किया जा सकता है. सिरके से बाल धोने से फायदा होता है.
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जुओं को मारने के लिए ऐसी चीजों का इस्तेमाल किया जाता है जिनसे उनका दम घुट सके. प्याज का रस निकाल कर दस मिनट के लिए बालों में लगाएं. इसी तरह मूली के रस का भी इस्तेमाल किया जा सकता है.
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पेट्रोलियम जेली का इस्तेमाल आम तौर पर तो होंठों और त्वचा को खुश्की से बचाने के लिए किया जाता है, पर बालों में लगा कर जुओं से मुक्ति मिल सकती है. रात में बालों में वैसलीन लोशन लगा कर सोएं और सुबह बाल धोने से पहले कंघी कर जुएं हटा लें.
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नीम का तेल बहुत असरदार होता है. रात में तेल लगा कर सोएं और सुबह हल्के गर्म पानी से सर धो लें. निंबोलियों को पीस कर इन्हें भी लगाया जा सकता है. इससे और भी जल्दी असर होगा. जैतून का तेल भी जुओं को मारता है.
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नींबू के रस में पिसा हुआ लहसुन और बादाम मिला लें. इसे एक घंटे तक रखें और फिर गुनगुने पानी से बाल धो लें. इस मिश्रण में दही भी मिला सकते हैं.
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अगर घरेलू नुस्खों से असर होता ना दिखे तो जुओं को मारने वाले शैंपू का इस्तेमाल करें. पर ध्यान रहे इनसे बालों को नुकसान भी हो सकता है. इन्हें कम से कम दस मिनट के लिए लगा कर रखना जरूरी है. शैंपू के सही इस्तेमाल के लिए डॉक्टर से राय लें.
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सिर्फ जुएं मारना ही काफी नहीं है, उन्हें बालों से निकलना भी जरूरी है. कोई भी तरीका अपनाएं पर जुओं वाली कंघी इस्तेमाल करना ना भूलें. अगर घर में किसी के सर में जुएं हैं तो उस व्यक्ति की कंघी और तौलिया इस्तेमाल ना करें.
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एक महीने में एक जूं 50 से 150 तक अंडे दे सकती है. दस दिन के भीतर इन अंडों में से जुएं निकलने लगती हैं जो खून पी कर जिंदा रहती हैं. इसलिए सिर्फ जुओं से ही नहीं, अंडों से भी मुक्ति पाना जरूरी है.
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अगर बच्चे के सर में जुएं हैं, तो कुछ दिन उसे स्कूल ना भेजें ताकि बाकी बच्चों में वे ना फैल सकें. इसी तरह अगर किसी और बच्चे के बारे में पता चलता है, तो उसके माता पिता को जरूर आगाह करें.
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कुछ लोगों का मानना है कि सेल्फी के कारण भी जुएं फैल सकती हैं. हालांकि इसके कोई प्रमाण नहीं हैं लेकिन हो सके तो सर से सर मिलाने से बचें.
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कैलिफोर्निया में जुओं का इलाज करने वाला एक क्लीनिक चलाने वाली मैरी मैक क्विलन मानती हैं कि सेल्फी के कारण जुएं फैल सकती हैं. वह बताती हैं कि उनके क्लीनिक पर कई स्कूली बच्चे और किशोर आते हैं. बहुत से ऐसे हैं जिनके कोई भाई बहन नहीं हैं, फिर भी उन्हें जुओं की समस्या है, "हमने माता पिता से कहा कि वे उनसे पूछें कि वे दिन भर किन के साथ रहते हैं और उनके फोन भी चेक करें. हमने पाया कि फोटो में अगर चार बच्चे दिख रहे हैं, तो उनमें से एक या दो इलाज कराने क्लीनिक आते हैं." मैक क्विलन बताती हैं कि पिछले कुछ सालों में उन्होंने पांचवीं क्लास से ले कर कॉलेज जाने वालों में जुओं के मामलों में 40 फीसदी बढ़ोतरी देखी है.
इसके विपरीत हारवर्ड यूनिवर्सिटी के रिचर्ड पॉलक का मानना है कि क्लीनिक और सलून वाले सिर्फ अपने मुनाफे के लिए इस तरह के डर को बढ़ावा दे रहे हैं, "मैं इसे पूरी तरह खारिज तो नहीं कर सकता लेकिन इतना जरूर जानता हूं कि इसके पीछे कोई विज्ञान नहीं है."
जुएं फैलें ना फैलें उनसे जुड़ी खबरें जरूर फैल रही हैं. माना जा रहा है कि जुओं और सेल्फी के नाते की खबर सबसे पहले कैलिफोर्निया में ही शुरू हुई. वहां से वह कनाडा गयी, फिर रूस और फैलते फैलते पूरे यूरोप में छा गयी. शायद इतनी तेजी से तो सोशल मीडिया पर लोगों की सेल्फी भी नहीं फैलती.