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कांग्रेस को 63 सीटें देगा डीएमके

९ मार्च २०११

तमिलनाडु में होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए डीएमके आखिरकार कांग्रेस को 63 सीटें देने को तैयार हो गया है. दोनों पार्टियों के बीच लगभग तीन दिनों से चल रहा विवाद अब सुलझता दिख रहा है.

कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधीतस्वीर: UNI

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी के निवास के बाहर पत्रकारों को यह खबर दी. आजाद ने कहा कि दोनो पार्टियों ने मिलकर यह फैसला लिया है. उन्होंने कहा, "गठबंधन एक साथ काम करेगा, चुनाव प्रचार एक साथ होगा और पिछली बार चुनावों में जैसा हुआ, इस बार भी गठबंधन सत्ता में आएगा."

होगी गठबंधन की जीत

कांग्रेस के साथ समझौते के बारे में जब पूछा गया तो केंद्रीय मंत्री एमके अलगिरी का कहना था कि यह एक 'जीतने वाला फार्मूला' है. "पार्टी सदस्यों को उम्मीद है कि हम एक मैत्रीपूर्ण समझौता करें. डीएमके गठबंधन ने कांग्रेस को 63 सीटें दी हैं. सोनिया गांधी ने अपना समर्थन दे दिया है..." लेकिन सीटों के विभाजन को लेकर और ज्यादा जानकारी नहीं है. माना जा रहा है कि पीएमके, वीसीके और मुस्लिम लीग से एक एक सीट कांग्रेस को दी जाएगी. अलगिरी ने कहा कि डीएमके सदस्य पूरे गठबंधन के लिए काम करेंगे.

चेन्नई में डीएमके की रैलीतस्वीर: UNI

समझौता करने के सिलसिले में डीएमके मंत्री दयानिधि मरन ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रणब मुखर्जी से बात की थी. बातचीत में गुलाम नबी आजाद सहित सोनिया गांधी के राजनीतिक सचिव अहमद पटेल भी वहां मौजूद थे. इसके बाद मरन के साथ केंद्रीय मंत्री एमके अलगिरी ने दोबारा कांग्रेस नेताओं से बात की और फिर कांग्रेस प्रमुख का शुक्रिया अदा करने उनके निवास पहुंचे.

डीएमके की शिकायत

सोमवार को दोनों पार्टियों के बीच बातचीत से कोई निष्कर्ष नहीं निकला जिसके बाद मंगलवार सुबह को प्रणब मुखर्जी ने डीएमके नेताओं से मुलाकात की. शनिवार को डीएमके प्रमुख एम करुणानिधि ने कांग्रेस से अपना समर्थन वापस लेने का एलान किया और केंद्रीय मंत्रिमंडल से अपने छह मंत्रियों को वापस लेने की घोषणा की. हालांकि डीएमके का कहना था कि वह कांग्रेस को मुद्दों के आधार पर समर्थन देता रहेगा. डीएमके ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि वह उसे यूपीए गठबंधन से बाहर निकालने की कोशिश कर रहा है.

पिछले हफ्ते शुक्रवार को करुणानिधि ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि तमिलनाडु में 50 से 53, फिर 57 और उसके बाद 60 सीटों की कांग्रेस की मांग जायज नहीं है. और जब डीएमके 60 सीटें देने को तैयार हो गई, तो कांग्रेस ने एक बार फिर 63 सीटों की मांग कर डीएमके पर दबाव बढ़ाया.

चुनौती अभी बाकी है

2006 में हुए तमिलनाडु विधान सभा चुनावों में कांग्रेस को 15 सीटें कम मिली थीं. तमिलनाडु में डीएमके का सबसे बड़ा प्रतिद्वंदी एआईएडीएमके भी इस बार पूरे जोर से चुनावों के मौदान में उतर रहा है. अपने गठबंधन में पार्टी ने डीएमडीके को भी शामिल कर लिया है जिसके प्रमुख तमिल फिल्म अभिनेता विजयकांत काफी लोकप्रिय माने जाते हैं. इसके अलावा वामपंथी पार्टियां भी एआईएडीएमके का साथ दे रही हैं.

रिपोर्टः पीटीआई/एमजी

संपादनः ईशा भाटिया

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