काबुल में तालिबानी हमला
१९ अप्रैल २०१६अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने इस हमले की पुष्टि की है. कट्टरपंथी संगठन तालिबान ने समाचार एजेंसी एपी को फोन कर इस हमले की जिम्मेदारी ले ली है. ये हमला सरकारी दफ्तरों के ठीक बाहर हुआ है और धमाके के चलते उठे धुंए के गुबार को कई किलोमीटर दूर से भी देखा जा सकता था. धमाके के ठीक बाद घटना स्थल से बेतहाशा गोली बारी की आवाजें भी सुनाई दी हैं.
तालिबान के प्रवक्ता जुबीहुल्लाह मुजाहिद ने दावा किया है कि उसके लड़ाके अफगानिस्तान के मुख्य खुफिया विभाग राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय में घुसने में सफल हो गए हैं. हालांकि अफगानिस्तान के अधिकारियों ने अभी तालिबान के इस दावे की पुष्टि नहीं की है, लेकिन एनडीएस के परिसर से भारी गोली बारी की आवाजें सुनी जा सकती थीं. तालिबान ने पिछले हफ्ते ही वसंत की शुरूआत में बड़े हमलों की धमकी दी थी.
राष्ट्रपति अशरफ गनी ने एक बयान जारी कर इन हमलों की निंदा की. बयान में कहा गया है, ''हम काबुल के नजदीक पुली महमूद खान पर हुए इस हमले की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं. इन हमलों में हमारे देश के कई लोग शहीद हो गए हैं और कई घायल हुए हैं.'' राष्ट्रपति गनी की ओर से जारी बयान में अभी मारे गए लोगों की निश्चित संख्या का जिक्र नहीं किया गया है. राष्ट्रपति गनी ने कहा है, ''इस तरह के कायराना हमले अफगानिस्तान के सुरक्षाबलों की आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की इच्छाशक्ति को नहीं तोड़ पाएंगे.''
अफगानिस्तान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि कम से कम 208 घायल लोगों को आस पास के अस्पतालों में लाया गया है. पुलिस का कहना है कि इस हमले में कम से कम 28 लोगों की मौत हो चुकी है.
गृह मंत्रालय के प्रवक्ता सिद्दिक सिद्दिकी ने एएफपी को बताया है, ''पहला धमाका एक आत्मघाती हमलावर ने एक कार में किया और एक या दो हमलावर अब भी वहां मौजूद हैं. पूरे इलाके को अफगान सुरक्षाबलों ने घेर लिया है.''
आरजे/एमजे (एएफपी, एपी)