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कारोबार और वीजा पर ध्यान देते भारत-पाक

७ सितम्बर २०१२

बरसों से युद्ध और आतंकवाद के मसले पर उलझे हुए भारत और पाकिस्तान अब कारोबार और अर्थव्यवस्था पर बातचीत की तैयारी कर रहे हैं. भारतीय विदेश मंत्री की पाकिस्तान यात्रा इसके लिए पहला प्लेटफॉर्म साबित हो सकता है.

तस्वीर: AP

भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों की बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच अगली बातचीत की तैयारी होगी. कृष्णा की यात्रा के दौरान पाकिस्तान एक उदारवादी वीजा कानून पर समझौता चाहता है. इस मामले पर दोनों देश एकमत हो चुके थे लेकिन मई में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के आंतरिक मामलों के सलाहकार रहमान मलिक से विरोध के बाद इसे रोक दिया गया.

एसएम कृष्णा के साथ पाकिस्तानी विदेश मंत्री की बातचीत शुरू होने से पहले भारत और पाकिस्तान संयुक्त आयोग के आठ तकनीकी समूहों की मुलाकात इस्लामाबाद में हुई और दोनों देशों के अधिकारियों ने कृषि और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में सहयोग पर विचार किया. ये विशेषज्ञ आठ सितंबर को दोनों विदेश मंत्रियों की बैठक में अपने सुझाव पेश करेंगे.

भारत और पाकिस्तान के अधिकारी विज्ञान और तकनीक, टेलीकॉम, पर्यटन और पर्यावरण पर भी सहयोग चाहते हैं. भारत और पाकिस्तान ने 1983 में संयुक्त आयोग का गठन किया लेकिन जल्द ही उसके काम रुक गए. 16 साल बाद 2005 में इसे दोबारा शुरू किया गया और 2007 तक इस पर काम चलता रहा. भारत सरकार के अधिकारी ने कहा है कि आयोग में भारत और पाकिस्तानी विशेषज्ञों की बातचीत से दोनों देशों के बीच शांति प्रक्रिया के लिए अहम नींव डाली जा सकती है.

तस्वीर: dapd

पाकिस्तान ने भारत के साथ व्यापार में कुछ ढील लाने का एलान किया है. इस वक्त 1,209 उत्पादों के अलावा पाकिस्तान भारत को सारी चीजें निर्यात कर सकता है. पाकिस्तान ने कहा है कि वह अगले साल की शुरुआत में भारत को व्यापार में सर्वाधिक प्राथमिकता वाले राष्ट्र का दर्जा दे सकता है. भारत ने इस बीच पाकिस्तानी बैंकों से निवेशों को इजाजत दे दी है.

पाकिस्तानी विदेश मंत्री हिना रब्बानी खर से मुलाकात के बाद कृष्णा राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ और विपक्षी पार्टी पीएमएल एन प्रमुख नवाज शरीफ से भी मुलाकात करेंगे. कृष्णा अपने दौरे का तीसरा दिन लाहौर में बिताएंगे. भारतीय अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान में आम चुनावों से पहले भारत सारी राजनीतिक नेताओं के साथ अच्छे संबंध बनाना चाहता है.

2008 के मुंबई हमलों के बाद धीरे धीरे दोनों देशों के बीच संबंध सुधर रहे हैं. भारत चाहता है कि पाकिस्तान जल्द से जल्द मुंबई हमलों की साजिश रचने वालों को सजा दे और हाल ही में भारत की सर्वोच्च अदालत ने आतंकवादी अजमल कसाब को मौत की सजा सुनाई है. लेकिन अब भी लश्कर ए तैयबा के मुखिया जकी उर रहमान लखवी और जमात उद दावा प्रमुख हाफिज मुहम्मद सईद को पाकिस्तान में सजा नहीं मिल पाई है.

एमजी/एजेए (पीटीआई)

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