एप्पल पे बिल का भुगतान करने का एक डिजिटल सिस्टम है. इस तकनीक के जरिए ग्राहक पैसों के भुगतान के लिए कार्ड की जगह अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर सकते हैं. एप्पल के इस कदम में खुदरा कंपनियां, बड़े बड़े बैंक और कार्ड देने वाली वीसा, मास्टरकार्ड और अमेरिकन एक्सप्रेस जैसी कंपनियां भी साथ दे रही हैं.
हालांकि इस तरह की भुगतान की सेवाएं कोई नई नहीं हैं. मैकडोनाल्ड, स्टारबक्स, पे-पाल और गूगल जैसी कंपनियों ने यह विकल्प अपने ग्राहकों को दे रखे हैं, लेकिन उसके इस्तेमाल करने वाले बहुत कम हैं. विशेषज्ञों को उम्मीद है कि जिस तरह की एप्पल की सुरक्षा सेवाएं हैं और जितने ज्यादा इसके यूजर हैं, इसे ध्यान में रखते हुए हम बहुत जल्द डिजिटल वॉलेट को पूरी तरह अपना सकते हैं.
'सिटि' बैंक की इनवेस्टमेंट रिसर्च टीम के मार्क मे का अंदाजा है कि 2013 में जहां एक अरब डॉलर का भुगतान मोबाइल से हुआ वहीं 2017 तक यह 58.5 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है. इससे भविष्य में खरीदारी करने की सूरत बदल जाएगी. पेमेंट काउंटर पर बस अपने फोन को टच कराइए और अपने नए जूते साथ में लेकर निकलिए.
हालांकि वॉलेट पे के लिए अमेरिका की कई बड़ी खुदरा कंपनियां अब तक तैयार नहीं हैं. करीब दो लाख बीस हजार स्टोर एप्पल पे को अपनाने जा रहे हैं. लेकिन राष्ट्रीय खुदरा संघ के मुताबिक यह कुल 36 लाख दुकानों में से लगभग 5.5 फीसदी हिस्सा ही है. एप्पल पे के लिए वॉल मार्ट और बेस्ट बाय जैसी बड़ी कंपनियों ने एप्पल से हाथ नहीं मिलाया है. इसका एक मुख्य कारण यह भी है कि कंपनियों को इसके लिए नए उपकरण लगाने होंगे. ये मशीनें संचार तकनीक पर निर्भर होंगी जिन पर सैकड़ों डॉलर का खर्चा आएगा. इसके अलावा कर्मचारियों की ट्रेनिंग करनी पड़ेगी. अभी तक इस सिस्टम की मांग भी ग्राहकों के बीच कम है. लेकिन मार्केट रिसर्च कंपनी गार्टनर की विश्लेषक अवीवाह लितान के मुताबिक एप्पल के इस दिशा में कदम बढ़ाने के बाद माहौल बदल सकता है.
उन्होंने कहा, "इस बारे में कोई शक नहीं कि युवा पीढ़ी भुगतान के लिए फोन का इस्तेमाल करना चाहती है. लेकिन उनके पास ऐसी जगहें भी होनी चाहिए जहां वे ऐसे भुगतान कर सकें." लितान के मुताबकि बड़ी कंपनियां अब यह देखेंगी कि एप्पल किस खूबी से यह काम करता है. वह मानती हैं कि बहुत जल्द वॉलमार्ट जैसी कंपनियों की जिद टूट जाएगी और वे इस तकनीक को अपना लेंगी.
एसएफ/एएम (एपी)
आईपॉड, आईफोन और आईपैड बनाकर कम्युनिकेशन तकनीक का चेहरा बदल देने वाली अमेरिकी कंपनी ने मंगलवार रात तीन नए प्रोडक्ट लॉन्च किए. जानिये इन मशीनों की खूबी.
तस्वीर: Getty Images/J. Sullivanइसकी स्क्रीन और ज्यादा बड़ी है. सैमसंग समेत कई कंपनियों के स्मार्टफोन काफी बड़े हैं. इन्हें एक हाथ से नहीं चलाया जा सकता, लेकिन बड़ी स्क्रीन की वजह से पढ़ने और वीडियो देखने में आसानी होती है. आईफोन 6 प्लस की स्क्रीन 14 सेंटीमीटर की है.
तस्वीर: Reuters/S. Lamईमेल, एसएमएस या रिमाइंडर को सीधे घड़ी पर देखा जा सकेगा. हालांकि उन्हें पूरा पढ़ने के लिए स्मार्टफोन पर ही जाना होगा. इससे दोनों मशीनों की बैटरी की बचत होगी.
तस्वीर: Reuters/S. Lamस्मार्ट वॉच के साथ एप्पल ने शरीर पर पहनी जाने वाली स्मार्ट डिवाइसेस के बाजार का समय सेट करने की कोशिश की है. एप्पल वॉच स्मार्टफोन के साथ कनेक्ट होगी. यह सेहत पर भी नजर रखेगी और नक्शा भी बताएगी. घड़ी के फीते और पूरे लुक को पूरी तरह बदला जा सकता है.
तस्वीर: Getty Images/J. Sullivanएप्पलवॉच के पीछे एलईडी लाइट और सेंसर लगे हैं जो यूजर को उसकी हृदय गति बताएंगे. इसमें सेहत से जुड़ा खास ऐप है जो रोजमर्रा की हर हलचल का लेखा जोखा रखेगा. घड़ी यह डाटा स्मार्टफोन को भेजेगी. इसके सहारे लोगों को अपनी शारीरिक गतिविधियों के बारे में पूरी जानकारी मिल सकेगी.
तस्वीर: Reuters/S. Lamकंपनी के प्रमुख टिम कुक ने आईफोन के दो नए वर्जन भी लॉन्च किए. जून 2007 में पहली बार आईफोन लॉन्च कर एप्पल ने तकनीक की दुनिया में तहलका मचा दिया था. तब से अब तक आईफोन के नए वर्जन सामने आ रहे हैं. ये पहले से पतले हैं. आईफोन 6 इसी कड़ी का हिस्सा है. इसकी स्क्रीन पहले से बड़ी, 12 सेंटीमीटर की है.
तस्वीर: Getty Images/J. Sullivanएप्पल वॉच 2015 की शुरुआत में बाजार में आएगी. माना जा रहा है कि इसकी कीमत 350 डॉलर के आस पास होगी. हालांकि सैमसंग की ऐसी घड़ी सैमसंग गियर नाम से पहले ही बाजार में आ चुकी है.
तस्वीर: Reutersकंपनी का दावा है कि नए आईफोनों में A8 चिप लगी है जो इन्हें 25 फीसदी तेज बनाती हैं. अमेरिका में आईफोन 6 की कीमत कॉन्ट्रैक्ट पर 199 डॉलर से शुरू है और आईफोन 6 प्लस की 299 डॉलर से.
तस्वीर: picture-alliance/dpa Themendienstएप्पल की घड़ी और नए आईफोन नकद या कार्ड से भुगतान की पंरपरा को बदल सकते हैं. नई मशीनें एनएफसी (नियर फील्ड डिवाइस) तकनीक से लैस हैं. पैसा काटने वाली मशीन के सामने नए आईफोन या एप्पल वॉच को ऊपर नीचे हिलाने से भुगतान हो जाएगा. इससे ग्राहकों के कार्डों की जानकारी सुरक्षित रहेगी.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photoकंपनी का दिमाग कहे जाने वाले स्टीव जॉब्स के निधन के बाद से एप्पल संघर्ष कर रही है. 2011 में स्टीव जॉब्स के निधन के बाद से अब तक कंपनी ने कोई भी बिल्कुल नया प्रोडक्ट लॉन्च नहीं किया है. 2010 में आखिरी बार कंपनी ने आईपैड लॉन्च किया था.
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