किंशासा में यूएन का विमान गिरा
५ अप्रैल २०११संयुक्त राष्ट्र ने इस दुर्घटना की पुष्टि की है. अधिकारियों ने कहा कि इस विमान में कांगो के साथ साथ कुछ दूसरे देशों के नागरिक भी सफर कर रहे थे. यह विमान जॉर्जिया की विमान सेवा एयरजेना जॉर्जियन एयरवेज का था और इसका चालक दल जॉ़र्जिया का था.
संयुक्त राष्ट्र के मिशन के प्रवक्ता फरहान हक ने बताया, "विमान खराब मौसम में उतरने की कोशिश करते वक्त दुर्घटना का शिकार हो गया. इसमें सवार यात्रियों में से एक को ही बचाया जा सका."
कांगो में संयुक्त राष्ट्र का शांति मिशन तैनात है. इस मिशन में 19 हजार सैनिक और गैर सैनिक अधिकारी काम कर रहे हैं. 1998 से 2003 तक चले गृह युद्ध में कांगो में लगभग 50 लाख लोगों को कत्ल कर दिया गया. उसके बाद भी विद्रोही सक्रिय हैं और शांति सैनिक उन्हीं से लड़ रहे हैं.
विमान में तैनात कई लोगों ने अस्पताल में दम तोड़ा. कांगो के स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले 20 लोगों की मौत की बात कही थी. मंत्रालय के प्रवक्ता जोसेफ किबोको ने बताया था कि आठ लोगों को अस्पताल भेजा गया था और वे सभी सांस ले रहे थे. लेकिन किबोको को तब भी नहीं पता था कि ये लोग अस्पताल तक जिंदा पहुंच पाए या नहीं.
दोनों पायलट पहले ही दम तोड़ चुके थे. संयुक्त राष्ट्र से जुड़े एक सूत्र ने बताया कि विमान ने बहुत खराब लैंडिंग की और फिर वह दो टुकड़ों में टूट गया. उसके बाद उसमें आग लग गई.
विमान में सवार लोगों की सूची पहले से ही बनी हुई थी. हालांकि अभी उनकी पहचान जाहिर नहीं की गई है.
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः एन रंजन