किम जोंग उन और पुतिन की रूस में मुलाकात की पुष्टि
११ सितम्बर २०२३रूसी राष्ट्रपति के दफ्तर क्रेमलिन और उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा है कि दोनों नेता "मिलेंगे और बात करेंगे." इस मुलाकात के बारे में और ब्योरा नहीं दिया गया है. अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि दोनों नेता हथियारों के सौदे पर चर्चा करेंगे, जिससे रूस को यूक्रेन युद्ध में मदद मिलेगी. दूसरी तरफ, उत्तर कोरिया को इससे आर्थिक और राजनीतिक मदद मिलेगी.
किम और पुतिन का सहयोग 'बुरी खबर'
किम जोंग उन की इस दूसरी रूसी यात्रा पर कई देशों की सरकारों की नजर होगी. यूक्रेन पर रूसी हमले के बाद से ही पश्चिमी देश इन देनों देशों के बीच सैन्य सहयोग होने की बात कहते आए हैं. उत्तर कोरिया और रूस इससे इंकार करते हैं, लेकिन अमेरिका का कहना है कि उत्तर कोरिया से रूस को हथियारों की सप्लाई के लिए बातचीत आगे बढ़ी है. रूस ने 18 महीने से चले आ रहे युद्ध में हथियारों का एक बड़ा भंडार खर्च किया है.
अमेरिका ने कहा है कि रूस को यूक्रेन में इस्तेमाल के लिए हथियारों की सप्लाई देना उत्तर कोरिया की बहुत बड़ी गलती होगी. ब्रसेल्स स्कूल ऑफ गवर्नेंस में कोरिया चेयर रेमॉन पाचेको पार्दो का कहना है कि किम और पुतिन की गहराती दोस्ती युद्ध के मसले पर दुनिया का विभाजन और गहरा करेगी. पार्दो का कहना है, "उत्तर कोरिया का सहयोग पुतिन को यह जंग लंबे समय तक जारी रखने में मदद देगा, जो यूरोप के लिए बुरी खबर है. यह इस बात का भी सबूत है कि दुनिया का एक बड़ा हिस्सा यूक्रेन की यूरोप और अमेरिका की तरह मदद नहीं कर रहा है, और उत्तर कोरिया जैसे कुछ देश बिना नतीजे की परवाह किए रूस को खुलेआम मदद दे रहे हैं."
किम जोंग उन ने दिए युद्ध की तैयारी के आदेश
ट्रेन से रूस की यात्रा
माना जा रहा है कि उत्तर कोरियाई नेता रूस के लिए एक खास ट्रेन में रवाना हो चुके हैं. इन खबरों में किम जोंग उन के 12 या 13 सितंबर को पुतिन से मिलने की बात कही गई है. 11 सितंबर को दक्षिण कोरिया की मीडिया ने इसकी खबर दी. हालांकि उत्तर कोरिया और रूस ने इसकी पुष्टि नहीं की है. दोनों देशों ने यात्रा के समय की भी कोई जानकारी नहीं दी है.
उत्तर कोरिया उन चुनिंदा देशों में है, जिसने पिछले साल यूक्रेन पर हमले के बाद से रूस का खुला समर्थन किया है. पिछले हफ्ते पुतिन ने उत्तर कोरिया के साथ द्विपक्षीय रिश्तों में सभी दिशाओं में विस्तार करने की बात कही थी. किम जोंग उन की इस रूस यात्रा के बारे में पहले से ही कयास लगाए जा रहे थे.
इससे पहले किम जोंग उन 2019 में रूस के व्लादिवोस्तोक आए थे. यह मुलाकात तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण पर बातचीत टूट जाने के बाद हुई थी.
जापान की मीडिया ने खबर दी है कि रूस के सीमावर्ती शहर खासान में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है और मुख्य स्टेश को संवारा जा रहा है. उम्मीद की जा रही है कि किम जोंग उन वहीं से रूस में प्रवेश करेंगे. उत्तर कोरियाई नेता विदेश यात्रा पर कम ही जाते हैं और जब भी ऐसा होता है, तो यह अत्यधिक गोपनीय और उच्च सुरक्षा के बीच होता है. अक्सर वह विशेष ट्रेन से ही यात्रा करते हैं. हरे रंग की यह ट्रेन सुरक्षा और संचार के अत्याधुनिक उपकरणों से लैस है. इसमें किम जोंग उन के लिए एक खास सुइट है, जिसमें वह अपना काम करते हैं और सहायकों से संपर्क रखते हैं.
एनआर/एसएम (रॉयटर्स, डीपीए)