परमाणु हथियारों से लैस देश अपने अस्त्रों को आधुनिक बनाने में जुटे हैं, हालांकि परमाणु हथियारों की संख्या में कमी आई है. अभी दुनिया में किसके पास कितने परमाणु हथियार हैं, जानिए.
विज्ञापन
इस वक्त दुनिया में नौ देशों के पास परमाणु हथियार हैं जिनमें अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इस्राएल और उत्तर कोरिया शामिल हैं. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हथियारों पर नजर रखने वाली संस्था स्टॉकहोम अंतरराष्ट्रीय शांति शोध संस्थान (सिपरी) का अनुमान है कि 2019 की शुरुआत में दुनिया में परमाणु हथियारों की संख्या 13,865 थी. इस आंकड़े में उन सभी हथियारों को गिना गया है जिन्हें तैनात किया गया है या फिर डिस्मेंटल किया जाना है.
सिपरी की ताजा रिपोर्ट कहती है कि भले ही दुनिया के परमाणु शक्ति संपन्न देश अपने हथियारों को आधुनिक बनाने में जुटे हैं लेकिन उनकी संख्या घट रही है. एक साल पहले के मुकाबले परमाणु हथियारों की संख्या 600 कम हुई है. इसकी बड़ी वजह अमेरिका और रूस के बीच हुई स्टार्ट संधि है जिसके तहत दोनों देशों ने अपने परमाणु हथियार घटाए हैं. रूस के पास अभी 6,500 परमाणु हथियार हैं जबकि अमेरिका के पास 6,185. इनमें से एक चौथाई हथियारों को तैनात किया गया है.
किसके पास, कितने एटम बम
दुनिया भर में इस वक्त नौ देशों के पास करीब 13,865 परमाणु बम हैं. हाल के सालों में परमाणु हथियारों की संख्या घटी है. चलिए देखते हैं कि किस देश के पास कितने परमाणु हथियार हैं.
तस्वीर: Reuters
रूस
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिप्री) के मुताबिक परमाणु हथियारों की संख्या के मामले में रूस सबसे आगे है. 1949 में पहली बार परमाणु परीक्षण करने वाले रूस के पास 6,500 परमाणु हथियार हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/N. Kolesnikova
अमेरिका
1945 में पहली बार परमाणु परीक्षण के कुछ ही समय बाद अमेरिका ने जापान के हिरोशिमा और नागासाकी शहरों पर परमाणु हमला किया. सिप्री के मुताबिक अमेरिका के पास आज भी 6,185 परमाणु बम हैं.
तस्वीर: picture-alliance/AP Photo/H. Jamali
फ्रांस
यूरोप में सबसे ज्यादा परमाणु हथियार फ्रांस के पास हैं. उसके एटम बमों की संख्या 300 बताई जाती है. परमाणु बम बनाने की तकनीक तक फ्रांस 1960 में पहुंचा.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/J.-L. Brunet
चीन
एशिया में आर्थिक महाशक्ति और दुनिया की सबसे बड़ी थल सेना वाले चीन की असली सैन्य ताकत के बारे में बहुत पुख्ता जानकारी नहीं है. लेकिन अनुमान है कि चीन के पास 290 परमाणु बम हैं. चीन ने 1964 में पहला परमाणु परीक्षण किया.
तस्वीर: Getty Images
ब्रिटेन
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्य ब्रिटेन ने पहला परमाणु परीक्षण 1952 में किया. अमेरिका के करीबी सहयोगी ब्रिटेन के पास 200 परमाणु हथियार हैं.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/J. Kaminski
पाकिस्तान
अपने पड़ोसी भारत से तीन बार जंग लड़ चुके पाकिस्तान के पास 150-160 परमाणु हथियार हैं. 1998 में परमाणु बम विकसित करने के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई युद्ध नहीं हुआ है. विशेषज्ञों को डर है कि अगर अब इन दोनों पड़ोसियों के बीच लड़ाई हुई तो वह परमाणु युद्ध में बदल सकती है.
तस्वीर: picture-alliance/AP
भारत
1974 में पहली बार और 1998 में दूसरी बार परमाणु परीक्षण करने वाले भारत के पास 130-140 एटम बम हैं. चीन और पाकिस्तान के साथ सीमा विवाद के बावजूद भारत ने वादा किया है कि वो पहले परमाणु हमला नहीं करेगा. साथ ही भारत का कहना है कि वह परमाणु हथियार विहीन देशों के खिलाफ भी इनका प्रयोग नहीं करेगा.
तस्वीर: Reuters
इस्राएल
1948 से 1973 तक तीन बार अरब देशों से युद्ध लड़ चुके इस्राएल के पास 80 से 90 नाभिकीय हथियार हैं. इस्राएल के परमाणु कार्यक्रम के बारे में बहुत कम जानकारी सार्वजनिक है.
तस्वीर: Reuters/B. Ratner
उत्तर कोरिया
पाकिस्तान के वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान की मदद से परमाणु तकनीक हासिल करने वाले उत्तर कोरिया के पास 20 से 30 परमाणु हथियार हैं. तमाम प्रतिबंधों के बावजूद 2006 में उत्तर कोरिया ने परमाणु परीक्षण किया.
तस्वीर: Reuters
9 तस्वीरें1 | 9
स्टार्ट संधि 2021 में खत्म होने वाली है. दोनों देशों ने अभी इसे आगे बढ़ाने पर बात शुरू नहीं की है. सिपरी में परमाणु निरस्त्रीकरण, हथियार नियंत्रण और अप्रसार कार्यक्रम के निदेशक शैनन कील कहते हैं, "अगर दोनों देशों के बीच राजनीतिक और सैन्य मतभेद कम नहीं हुए तो रूस और अमेरिका के परमाणु हथियारों में आ रही कमी की भावी संभावनाएं कमजोर हो सकती हैं."
सिपरी की रिपोर्ट कहती है कि रूस और अमेरिका, दोनों ही अपने परमाणु अस्त्रागार, मिसाइलों और डिलीवरी सिस्टम को आधुनिक बनाने के लिए व्यापक कार्यक्रम चला रहे हैं और इस काम पर खूब धन खर्च किया जा रहा है.
दक्षिण एशिया में चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान भी अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को बढ़ा रहे हैं. अनुमान है कि भारत के पास 130 से 140 और पाकिस्तान के पास 150 से 160 परमाणु हथियार हैं. वे नए सिस्टम भी विकसित कर रहे हैं या फिर ऐसी योजना बना रहे हैं.
कील कहते हैं, "भारत और पाकिस्तान अपनी सैन्य परमाणु सामग्री उत्पादन क्षमताओं को इस स्तर पर बढ़ाने में लगे हैं जिससे अगले एक दशक में उनके परमाणु हथियारों के भंडार का आकार बढ़ेगा."
सिपरी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर कोरिया के पास 20 से 30 परमाणु हथियार हैं और वह उन्हें अपने देश की सुरक्षा के लिए रणनीतिक रूप से बहुत अहम मानता है. वैसे जब से उत्तर कोरिया ने अमेरिका के साथ परमाणु निरस्त्रीकरण वार्ता शुरू की है, उसने किसी परमाणु हथियार या फिर लंबी दूरी की बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण नहीं किया है.
अन्य देशों में फ्रांस के पास 300, चीन के पास 290, ब्रिटेन के पास 200 और इस्राएल के पास 80 से 90 परमाणु हथियार हैं.
शीत युद्ध के जमाने के प्रतिद्वंद्वी अमेरिका और रूस अब भी सैन्य क्षमता के मामले में दबदबा रखते हैं. चलिए डालते हैं नजर कौन किस पर किस मामले में भारी पड़ता है.
तस्वीर: REUTERS
परमाणु हथियार
अमेरिका और रूस दोनों ही परमाणु ताकत हैं. लेकिन अमेरिका के पास जहां लगभग दो हजार परमाणु हथियार हैं वहीं रूस के पास लगभग 1,790.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/J. Lo Scalzo
सैनिक
अमेरिका के पास 13,74 लाख सैनिक हैं जबकि रूस के पास आठ लाख फौजी हैं. दुनिया के कई इलाकों में अमेरिकी फौजी तैनात हैं.
तस्वीर: Getty Images/S. Platt
टैंक
रूस के पास अमेरिका के मुकाबले तीन गुना ज्यादा टैंक हैं. अमेरिका के पास जहां 5,884 टैंक हैं, वहीं रूस के पास 15,400 टैंक हैं.
तस्वीर: picture alliance/dpa/F. Kästle
मिलिट्री रॉकेट लॉन्चर
मिलिट्री रॉकेट लॉन्चर के मामले में भी रूस अमेरिका पर भारी है. रूस के पास 3,800 मिलिट्री रॉकेट लॉन्चर हैं जबकि अमेरिका के पास 1,331 हैं.
तस्वीर: Reuters/Alexei Chernyshev
लड़ाकू हेलीकॉप्टर
अमेरिकी सेना के पास लड़ाकू हेलीकॉप्टर की संख्या 974 है. वहीं रूस सेना के बेड़े में 480 लड़ाकू हेलीकॉप्टर शामिल हैं.
तस्वीर: REUTERS
बम वर्षक विमान
अमेरिका के पास बम वर्षक विमान भी रूस से कहीं ज्यादा हैं. अमेरिका के 2,785 बम वर्षकों के मुकाबले रूस के पास 1,400 बम वर्षक हैं.
तस्वीर: picture alliance/CPA Media
लड़ाकू विमान
अमेरिकी वायुसेना के पास जहां 2,296 लड़ाकू फाइटरजेट हैं, वहीं रूस के पास सिर्फ 750 ऐसे जेट हैं. यहां अमेरिका रूस से बहुत आगे है.
तस्वीर: picture-alliance/Photoshot
विमान वाहक पोत
इस मामले में भी अमेरिका रूस पर भारी पड़ता है. रूस के पास जहां सिर्फ एक विमानवाहक युद्धपोत है वहीं अमेरिका के पास ऐसे 19 पोत हैं.
तस्वीर: picture-alliance/newscom/MC3 K.D. Gahlau
लड़ाकू युद्धपोत
दूसरी तरफ, लड़ाकू युद्धपोत के मामले में रूस अमेरिका से आगे है. अमेरिका के 71 लड़ाकू युद्धपोतों के मुकाबले रूस के पास 100 ऐसे पोत हैं.
बात पनडुब्बियों की हो तो रूस अमेरिका से ज्यादा पीछे नहीं है. रूस के पास 60 पनडुब्बियां हैं जबकि अमेरिका के पास 70 पनडुब्बियां हैं.
तस्वीर: Getty Images/AFP/M. Bager
रक्षा बजट
अमेरिका और रूस के रक्षा बजट में जमीन आसमान का फर्क है. अमेरिकी रक्षा बजट जहां 588 अरब डॉलर है वहीं रूस का रक्षा बजट सिर्फ 66 अरब डॉलर है. (स्रोत: मिलिट्री बैलेंस 2017, आईआईएसएस)