धरती का भी भला हो और हमारा मुनाफा भी ये दोनों काम अकसर एक साथ नहीं हो पाते हैं. इतिहास दिखाता है कि बड़ी बड़ी कंपनियों को जब भी मुनाफा हुआ है, पर्यावरण को उससे नुकसान होता रहा है. लेकिन धीरे धीरे चीजें बदल रही हैं. निवेशक अब जागरूक हो गए हैं और इस ओर ध्यान दे रहे हैं कि उनका पैसे का इस्तेमाल इकोफ्रेंडली तरीके से हो.