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समाज

कूड़े से निखर रही है नीदरलैंड्स की खूबसूरती

२१ सितम्बर २०१८

कूड़े से कोई शहर खूबसूरत कैसे बन सकता है? नीदरलैंड्स के दो शहरों, एम्स्टरडम और रॉटरडम ने इसका फार्मूला ढूंढ निकाला है. दोनों शहर कूड़ा जमा करने में लगे हैं.

Niederlande Amsterdam
तस्वीर: picture-alliance/dpa/A. Engelhardt

मागडालेना एम्सटरडम में रहती हैं. जब घर में बहुत सामान भर जाता है, तो पुरानी चीजें जमा कर उन्हें "द जीरो वेस्ट लैब" में ले जाती हैं. यहां उन्हें अपने पुराने कपड़ों, अखबारों और बोतलों के बदले कुछ डिस्काउंट कूपन मिल जाते हैं. इनसे मागडालेना बाजार में जाकर खरीदारी कर सकती हैं.

नीदरलैंड्स में इस तरह के और भी कई प्रयास चल रहे हैं. आइडिया है शहरी कूड़े को कम करने का और कूड़े में फेंकी गई चीजों को किसी और रूप में इस्तेमाल करने का. मिसाल के तौर पर मागडालेना की पुरानी जीन्स को जीरो वेस्ट लैब ने एक ऐसी स्थानीय कंपनी के पास भेज दिया, जो इससे बैग और कुशन-कवर बनाती है. इसके अलावा पुराना इलेक्ट्रॉनिक्स का सामान और प्लास्टिक बोतलें बच्चों के लिए आयोजित होने वाली कला की वर्कशॉप में इस्तेमाल की जाएंगी.

जीरो वेस्ट लैब की शुरुआत 2016 में हुई और तब से अब तक 30 स्थानीय उद्योग और 1,100 घर इससे जुड़ चुके हैं. एक पैनकेक स्टॉल चलाने वाले टॉम लीफलैंग का कहना है कि प्रोजेक्ट की सफलता की वजह यह है कि यह अनिवार्य नहीं है, "अगर प्रोजेक्ट स्वैच्छिक हो, तो लोग उससे जुड़ने में अधिक रुचि दिखाते हैं."

क्या है सर्कुलर इकॉनोमी

एम्स्टरडम और रॉटरडम, ये नीदरलैंड्स के दो सबसे बड़े शहर हैं और दोनों ने "सर्कुलर इकॉनोमी" बनने का फैसला किया है, यानी एक टिकाऊ अर्थव्यवस्था, जहां हर चीज का दोबारा इस्तेमाल हो सके, कूड़े का भी नए माल की तरह. एम्स्टरडम ने इस काम के लिए 2050 तक का लक्ष्य रखा है, जबकि रॉटरडम 2030 तक ही इसे हासिल करने की मंशा रखता है.

देश में हर व्यक्ति सालाना औसतन 550 किलो कूड़ा पैदा करता है. जीरो वेस्ट लैब के अनुसार इसका आधा ही रिसाइकल किया जाता है और एम्स्टरडम में तो महज 27 प्रतिशत. नगर पालिका को उम्मीद है कि 2020 तक यह दर 65 फीसदी हो सकेगी. इसके अलावा एक उद्देश्य यह भी है कि लोग मिल जुल कर एक दूसरे के साथ रहें और अपने पड़ोसियों के साथ मिल कर स्थानीय परियोजनाओँ पर काम कर सकें.

इसी तरह के एक दूसरे प्रोजेक्ट के तहत रॉटरडम में प्लास्टिक के कूड़े के इस्तेमाल से एक फ्लोटिंग पार्क बनाया गया है. यहां बैठ कर लोग समुद्र में जा रहे जहाजों का नजारा देख सकते हैं. इस पार्क के डिजाइनर रामोन कनोएस्टर ने दो साल पहले नदियों से प्लास्टिक के कूड़े की सफाई का काम शुरू किया.

तब से अब तक वॉलंटियर दस हजार किलो प्लास्टिक को नदी-तालाबों से निकाल चुके हैं. कनोएस्टर बताते हैं कि हर साल रॉटरडम की नदी न्यूवे मास से अस्सी हजार किलो से ले कर एक लाख किलो तक प्लास्टिक का कचरा बह कर उत्तरी सागर में मिल जाता है. इसी कचरे को वे कला के रूप में इस्तेमाल कर अपने शहर को और खूबसूरत बनाना चाहते हैं. उन्हें उम्मीद है कि रॉटरडम का रिसाइकल पार्क दूसरे लोगों को भी कूड़े के सही इस्तेमाल के लिए प्रोत्साहित कर सकेगा.

आईबी/एनआर (थॉमसन रॉयटर्स फाउंडेशन)

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