केन्या ने ऑस्ट्रेलिया के नाक में दम किया
१४ मार्च २०११
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान रिकी पोंटिंग ने मैच के बाद कहा कि वह अपने गेंदबाजों से निराश नहीं हैं क्योंकि उन्होंने अपना काम पूरा किया. मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाजों के सामने केन्या के बल्लेबाज खासे मजबूत साबित हुए. 325 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए केन्या भले ही 264 तक पहुंच सकी लेकिन उनके सिर्फ छह विकेट गिरे. इनमें से गेंदबाजों के नाम सिर्फ तीन विकेट आए, बाकी तीन खिलाड़ी रन आउट हुए.
इतने भी बुरे नहीं
लेकिन पोंटिंग अपने गेंदबाजों से कतई निराश नहीं हैं. उन्होंने केन्या के बल्लेबाजों पूरा श्रेय दिया. उन्होंने कहा, "हमने आज रात अपना काम कर दिया है. बेशक हम थोड़े बेरंग लगे. हमारी गेंदबाजी ठीक ही थी. शायद बीच के ओवरों में कुछ ज्यादा गंभीरता की जरूरत थी. लेकिन मुझे कहना होगा कि केन्या अपने प्रदर्शन के लिए श्रेय का हकदार है."
जब पोंटिंग से पूछा गया कि उनके गेंदबाज केन्या की पूरी टीम को आउट नहीं कर पाए, इस बात से वह बिल्कुल निराश नहीं हैं, तो उन्होंने कहा, "मैं निराश नहीं हूं. इस मैच में 100 ओवर खेलना हमारे लिए अच्छा संकेत है. शायद टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनना मेरे लिए बेहतर रहता. लेकिन पूरे 50 ओवरों में गेंदबाजों ने अच्छा काम किया."
प्रयोगों के सहारे
पोंटिंग ने कहा कि इस मैच में उन्होंने कुछ प्रयोग किए जो शायद आगे काम आएं. उन्होंने कहा, "मैंने आज कई अलग अलग चीजें कीं. खासतौर पर पावर प्ले के दौरान स्पिनरों को लगाया ताकि उन्हें कुछ अनुभव मिले. शायद पहली बार उन्होंने यह काम किया. इस तरह के हालात में जेसन ज्यादा काम कर सकते हैं."
रिकी पोंटिंग ने चोट से उबर कर टीम में शामिल हुए माइकल हसी की 54 रन की पारी की तारीफ की लेकिन जब उनसे उनके निजी प्रदर्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "काश मैं विकेट पर ज्यादा वक्त गुजार पाता. मैं एक दो चीजें करने की कोशिश कर रहा था. लेकिन मुझे उम्मीद है टूर्नामेंट में आगे चलकर मैं बेहतर करूंगा."
रिपोर्टः एजेंसियां/वी कुमार
संपादनः आभा एम