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"कैट को खा गया माउस"

१ दिसम्बर २००९

तकनीकी गड़बड़ी से प्रभावित कैट परीक्षा का मामला संसद में भी उठ गया. वायरस की वजह से कई जगहों पर ऑनलाइन कैट परीक्षा स्थगित करनी पड़ी थी. सुषमा स्वराज ने कहा, "माउस हैज़ ईटेन द कैट."

तस्वीर: picture alliance/ZUMA Press

भारत में मैनेजमेंट पढ़ाई की सबसे मुश्किल परीक्षा कैट में इस बार ऑनलाइन टेस्ट देने की सुविधा शुरू की गई. लेकिन पहली बार में ही परीक्षा में कंप्यूटर वायरस ने हमला बोल दिया और कई जगहों पर छात्र टेस्ट नहीं दे पाए. बेहद प्रतिष्ठित परीक्षा में इस तरह वायरस आने के बाद विपक्षी नेताओं ने यह मुद्दा संसद में भी उठा दिया. लोकसभा में विपक्ष की उप नेता सुषमा स्वराज ने भड़कते हुए कहा, "माउस हैज़ ईटेन द कैट."

संसद में उठाया कैट का मुद्दातस्वीर: AP

कॉमन ऐडमिशन टेस्ट यानी कैट की परीक्षा का पूरी दुनिया में नाम है और इसमें सफल छात्र आईआईएम सहित भारत के कुछ सबसे बड़े मैनेजमेंट स्कूल में दाख़िला लेते हैं. लेकिन इसकी प्रवेश परीक्षा में तकनीकी गड़बड़ी आने पर विपक्ष ने संसद में हंगामा किया. सुषमा स्वराज ने कहा, "यह स्तंभित कर देने वाली घटना है कि कई जगहों पर कंप्यूटर में कनेक्टिविटी ही नहीं थी और कई जगह चार में से सिर्फ़ दो ही विकल्प दिख रहे थे." उन्होंने कहा कि यह खेद का विषय है कि भारत सूचना तकनीक में ख़ुद को सबसे आगे बताता है और कैट की परीक्षा भी ढंग से नहीं करा सकता.

इस बीच, मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने भी इस मामले को गंभीरता से लेते हुए इसके जांच के आदेश दे दिए हैं. उन्होंने कहा कि हमें तय करना होगा कि ऐसा मामला दोबारा सामने न आए. उन्होंने कहा कि वायरस के हमले से जुड़े मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्टों के मुताबिक़ 45,367 छात्रों में से 8,297 छात्र वायरस की वजह से कैट की प्रतियोगी परीक्षा नहीं दे पाए.

रिपोर्टः एजेंसियां/ए जमाल

संपादनः ओ सिंह

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