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कैसे बनती हैं दवाएं

२३ अप्रैल २०१४

जर्मनी समेत यूरोप के कई देशों में जानवरों या इंसानों की बजाए अब कंप्यूटरों पर होने लगी है नई दवाओं की टेस्टिंग.

तस्वीर: Lieve Blancqaert

किसी नई दवा के बाजार में आने से पहले उसे जानवरों और इंसानों पर टेस्ट किया जाता है. हर साल इसमें सैकड़ों लोगों की जान चली जाती है. यही कारण है कि अब जानवरों की बजाए कंप्यूटरों पर टेस्टिंग होने लगी है.

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