कॉमनवेल्थ खेलः अब टिकटों का रोना
२९ सितम्बर २०१०3 से 14 अक्टूबर तक होने वाले इस आयोजन की लगभग सभी बड़ी प्रतियोगिताओं के लिए टिकटों की बिक्री अभी पूरी नहीं हो पाई है. आयोजन समिति ने भारी संख्या में हाथों हाथ टिकट बिकने की उम्मीद में 200 से 1000 रुपए की कीमत वाले 20 लाख टिकट बिक्री के लिए जारी किए थे.
टिकटों की बिक्री के लिए दिल्ली के तमाम इलाकों में स्टॉल खोले गए हैं. खेलों में महज चार दिन बसे हैं और उद्घाटन एवं समापन समारोह के टिकट भी अभी पूरे नहीं बिके हैं. इतना ही नहीं दर्शकों में सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली 100 मीटर दौड़ प्रतियोगिताओं के टिकट भी अभी तक बचे हुए हैं. पुरुषों की 100 मीटर फर्राटा दौड़ का फाइनल 7 अक्टूबर को है और आयोजकों को इसके पूरे टिकट बिकने की उम्मीद है.
दिल्ली में इस बात की चर्चा गर्म है कि खेलों में बदइंतजामी और लेटलतीफ तैयारियों के आरोपों की वजह से लोगों में निराशा है और इसका असर टिकटों की बिक्री पर भी पड़ा है. इसके अलावा कुछ स्टार एथलीटों के नाम वापस लेने को भी टिकटों की बिक्री पर असर पड़ने का प्रमुख कारण बताया जा रहा है.
इस बीच सेल्स विभाग की एक अधिकारी ने बताया कि लगभग सभी प्रतियोगिताओं के टिकट अभी पूरे नहीं बिके हैं लेकिन आखिरी दस दिनों में बिक्री जोर पकड़ेगी और सारे टिकट बिक जाएंगे. हालांकि आयोजकों ने टिकटों की बिक्री कम होने पर कोई प्रतिक्रिया देने इंकार कर दिया.
दबी जबान ही सही लेकिन अधिकारी भी इस बात को स्वीकार कर रहे हैं कि सबसे ज्यादा भीड़ खींचने वाले खिलाड़ियों के नदारद रहने से टिकटों की बिक्री प्रभावित हुई है. इनमें जमैका के धावक उसेन बोल्ट, मैराथन में वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाले पाउला रेडक्लिफ और 800 मीटर दौड़ में विश्व चैंपियन कास्टर सेमेन्या का नाम प्रमुख है. दक्षिण अफ्रीका की इस धावक ने पीठ में तेज दर्द के कारण मंगलवार को ही अपना नाम वापस ले लिया है.
रिपोर्टः एएफपी/निर्मल
संपादनः आभा एम