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कॉमनवेल्थ खेलः साफ सफाई पर शर्मिंदगी कैसी

२२ सितम्बर २०१०

कॉमनवेल्थ खेल संघ की तरफ से दिल्ली खेलगांव की कड़ी आलोचना के बावजूद आयोजन समिति ने कहा है कि इसमें शर्मिंदा होने की कोई जरूरत नहीं है. उसका कहना है कि यह तो सफाई को लेकर नजरिए का फासला है.

दिल्ली कॉमनवेल्थ खेलगांवतस्वीर: DW

कॉमनवेल्थ खेल संघ के प्रमुख माइकल फेनल ने कहा कि खिलाड़ियों के लिए जो खेलगांव बनाया गया है, वह रहने लायक नहीं है. वहां की साफ सफाई को देख कर बहुत से कॉमनवेल्थ अधिकारियों को "धक्का" लगा है. लेकिन आयोजन समिति का कहना है कि यह सिर्फ सफाई को लेकर नजरिए का फर्क है.

आयोजन समिति के प्रवक्ता ललित भानोत कहते हैं, "हमें फेनल की तरफ से पत्र मिला है. उन्होंने खेलगांव में साफ सफाई को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है. लेकिन यह कोई इतना बड़ा मुद्दा नहीं है जिस पर शर्मिंदा होना पड़े. इससे खेलों पर कोई असर नहीं पड़ेगा. हमें इस बारे में जानकारी है और काम पहले ही शुरू हो चुका है. साफ सफाई और रिहायशी ब्लॉक को लेकर 70 फीसदी काम पूरा हो गया है. बाकी काम 36 घंटों में पूरा कर लिया जाएगा."

आयोजकों का दावा, वक्त पर हो जाएगा सब कामतस्वीर: AP

आयोजन समिति के प्रवक्ता का कहना है कि सफाई की शिकायतों को छोड़ दें तो बाकी सब चकाचक है. वह कहते हैं, "एथलीट विलेज वर्ल्ड क्लास है. मैंने ऐसे कई गेम्स देखे हैं और हमारा गेम्स विलेज सबसे बढ़िया है. सभी विदेशी शिष्टमंडल इंटरनेशनल सेंटर और डायनिंग हॉल से प्रभावित हैं."

भानोत इस बात पर कायम है कि आयोजक किसी समयसीमा को नहीं चूके हैं. वह कहते हैं, "हमने लक्ष्य तय किया था कि खिलाड़ियों के आने से पहले 23 सितंबर तक सभी काम पूरा हो जाना चाहिए. हम इस पर कायम हैं. खिलाड़ियों के आने से पहले काम हो जाएगा. बस खेलगांव की सघन सफाई का काम बचा है. वह खिलाड़ियों के आने से पहले हो जाएगा. कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, खेल सचिव, दिल्ली के उपराज्यपाल और मुख्य सचिव ने खेलगांव का दौरा किया है. हमें सरकार की तरफ से पूरा सहयोग मिल रहा है. सभी खेल आयोजन स्थल तैयार हैं."

जब उनसे पूछा गया कि क्या यह बात सही है कि खेलगांव का रिहायशी इलाका साफ नहीं था, तो उन्होंने कहा, "हमारे और आपके लिए यह साफ है. लेकिन उनके लिए सफाई की अलग कसौटी है. यह सिर्फ नजरिए का फर्क है. खैर, अब हमने सफाई का स्तर बढ़ा दिया है जो उनके मुताबिक होना चाहिए. हम हर चीज को देख रहे हैं और खेल करवाएंगे. किसी भी देश ने नहीं कहा है कि वह हिस्सा नहीं ले रहा है."

जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के पास पुल ढह जाने को भानोत ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया. वह कहते हैं, "दुर्भाग्य की बात है कि ऐसा हुआ लेकिन इसका खेलों से कोई संबंध नहीं है."

रिपोर्टः एजेंसियां/ए कुमार

संपादनः एन रंजन

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